स्ट्रेस भरे लाइफस्टाइल और खराब खान-पान की आदतों की वजह से वजन बढ़ने लगता है। एक बार वजन बढ़ जाए, तो उसे घटाना बहुत मुश्किल होता है। वजन कम करने के लिए एक्सरसाइज के साथ लोग तरह-तरह की डाइट का सहारा लेते हैं। इन्हीं में से एक डुकन डाइट भी है।
डुकन डाइट एक सख्त ईटिंग प्लान वाली डाइट होती है, जिसमें प्रोटीन, फल, स्टार्च वाली सब्जियां, फलियां और साबुत अनाज का सेवन करने की सलाह दी जाती है। डुकन डाइट का इन दिनों जल्दी वजन घटाने के लिए इस्तेमाल खूब बढ़ता जा रहा है। लेकिन इस डाइट को फॉलो करने से पहले इसके बारे में डिटेल में जान लेना जरूरी है।
क्या है डुकन डाइट?
डुकन डाइट क्या है और यह कैसे काम करता है, इसके बारे में हमें डॉ. रिताक्षी ने बताया है। डॉ. रिताक्षी, मेडिकल डॉक्टर और क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक, डुकन डाइट फ्रांस में जन्मा एक ऐसा वेट लॉस प्रोग्राम है जिसने तेजी से वजन घटाने का वादा करके दुनियाभर में पॉपुलैरिटी बटोरी है। लेकिन क्या यह सच में तेजी से वजन घटाने में मदद करता है, इसके बारे में हम यहां विस्तार से बात करते हैं।
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एक्सपर्ट के मुताबिक, डुकन डाइट एक चार स्टेज का प्रोग्राम है, जिसमें एक खास ईटिंग प्लान को सख्ती के साथ फॉलो करना होता है। इस डाइट प्लान के शुरुआती फेज में 5 से 10 दिन केवल प्रोटीन लेना होता है। फिर दूसरे फेज में प्रोटीन और सब्जियों का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
डुकन डाइट के तीसरे फेस में कार्बोहाइड्रेट्स लेने की सलाह दी जाती है और वहीं चौथे फेज में वजन को मेंटेन करने के लिए बैलेंस डाइट के साथ सिर्फ दिन में प्रोटीन लेने के लिए कहा जाता है।
डुकन डाइट, कैसे करता है काम?
एक्सपर्ट के मुताबिक, डुकन डाइट का अफेक्ट इसकी सख्त प्रकृति और कीटोसिस के इंडक्शन से आता है। कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन कम करने के बाद शरीर कीटोसिस की स्थिति में आ सकता है। जहां शरीर फ्यूल के लिए फैट बर्न करने लगता है और जल्द वजन कम होना शुरू हो जाता है।
डुकन डाइट करने से पहले जान लें नुकसान
डुकन डाइट को फॉलो करने से तेजी से वजन घटने लगता है, लेकिन कई स्थितियों में यह चिंता का विषय भी बन सकता है।
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- न्यूट्रिशन की कमी: डाइट के रिस्ट्रिक्टेड नेचर की वजह से शरीर में विटामिन, मिनरल और फाइबर जैसे जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। यह सभी पोषक तत्व सेहत और स्वस्थ शरीर के लिए जरूरी माने जाते हैं।
- किडनी स्ट्रेन: डुकन डाइट के दौरान ज्यादा मात्रा में प्रोटीन लेने की वजह से किडनी पर स्ट्रेन पड़ सकता है। यह उन लोगों के लिए ज्यादा गंभीर हो सकता है, जिन्हें पहले से ही किडनी की परेशानी हैं।
- स्थिरता: डुकन डाइट के नियमों का लंबे समय तक पालन करना चुनौती से भरा हो सकता है, जिसकी वजह से तेजी से वजन भी बढ़ सकता है।
- मनोवैज्ञानिक प्रभाव: डुकन डाइट के रिस्ट्रिक्टेड नेचर की वजह से नकारात्मक मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ सकते हैं। नकारात्मक प्रभाव की वजह से एंग्जायटी, कमी का अहसास और ईटिंग हैबिट्स खराब हो सकती हैं।
कैसे है दूसरी डाइट्स से अलग?
डुकन डाइट भी अन्य लो-कार्बोहाइड्रेट डाइट्स की तरह है। यह बस कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा, प्रोटीन पर जोर और न्यूट्रिएंट्स की मात्रा की वजह से अलग होती है।
डुकन डाइट क्या होती है और यह वजन घटाने में कैसे मदद करती है, यह आप समझ ही गई होंगी। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit: Freepik
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