डोनट्स और चॉकलेट खाने की इच्‍छा बार-बार होती है तो हो सकती हैंं ये समस्‍याएं

क्‍या आपकी इच्‍छा भी बार-बार डोनट्स, चॉकलेट या चिप्‍स खाने की होती है तो सावधान हो जाएं, यह शरीर में किसी बीमारी की उपस्थिति का संकेत है।   

food craving main

आपने शायद नोटिस किया होगा कि कभी-कभी हमें कुछ खास फूड को खाने की इतनी इच्छा होती है कि जब तक हम उसे खा नहीं लेते हैं तब तक हम संतुष्ट महसूस नहीं करते हैं। यहां तक कि हम उसी समय और हर कीमत पर उसे खाना चाहते हैं। लेकिन क्‍या आप जानती हैं कि किसी स्‍पेशल फूड को खाने की क्रेविंग शरीर में किसी बीमारी की उपस्थिति का संकेत देती है। जी हां कहते हैं कि किसी भी चीज की लत शरीर के लिए अच्छी नहीं होती है। इसी तरह कुछ खास चीजें बार-बार खाने की इच्छा होना अच्छा संकेत नहीं है। खाने की लत शरीर में पौष्टिक तत्‍वों की कमी और बीमारी की ओर इशारा करती है। आइए ऐसी कुछ फूड क्रेविंग के बारे में जानते हैं।

इसे जरूर पढ़ें:अनहेल्दी फूड क्रेविंग्स से बचने के लिए अपनाएं यह ट्रिक्स

चॉकलेट की क्रेविंग

chocolate craving inside

चॉकलेट खाना हर किसी को पसंद होता है लेकिन अगर आपको इसे खाने की क्रेविंग बहुत ज्‍यादा होती है तो इससे पता चलता है कि आपकी बॉडी में मैग्नीशियम की कमी है, जिसके कारण आपको चिंता और डिप्रेशन हो सकता है। एक अध्‍ययन के अनुसार, रोजाना 100 से 400 ग्राम डार्क चॉकलेट खाना डिप्रेशन को ठीक करने का नेचुरल तरीका है, इससे आपकी क्रेविंग को भी समझा जा सकता है। लेकिन रेगुलर चॉकलेट, जो सुपरमार्केट और अन्य दुकानों में उपलब्ध होती है, डार्क चॉकलेट नहीं होती है और इसमें चीनी बहुत अधिक मात्रा में होती है। क्रेविंग होने पर बादाम खाएं या अगर आप चाहें, तो 70 प्रतिशत से अधिक कोको युक्त मिल्‍क-फ्री चॉकलेट बार ले सकती हैं। अगर आपको लगता है कि आप डिप्रेशन से ग्रस्‍त हैं, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

डोनट्स और मिठाई की क्रेविंग

donut craving inside

अगर आपको डोनट्स और मिठाई खाने की क्रेविंग होती है तो आपको मोटापा और नींद न आने की समस्‍या हो सकती है। यह न केवल शारीरिक रूप से वजन कम करने को कठिन बनाता है, बल्कि जब आप थकी हुई होती हैं तो आपके शरीर को मीठा खाने की क्रेविंग होती है। चूंकि ज्‍यादातर शुगरी प्रोडक्‍ट्स में रिफाइंड शुगर बहुत अधिक मात्रा में होती है, इसलिए यह एक आदत आपके स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है। मिठाई, डोनट्स और पेस्‍ट्री जैसी चीजों की जगह चेरी, आडू या तरबूज जैसे मीठे फल अपनी डाइट में शामिल करें। किशमिश जैसे ड्राई फ्रूट्स से आप डोनट्स खाने की क्रेविंग को संतुष्ट कर सकती हैं।

बर्फ की क्रेविंग

ice craving inside

एक अध्‍ययन के अनुसार, बर्फ खाने की क्रेविंग का मतलब है कि आपकी बॉडी में आयरन की बहुत ज्‍यादा कमी है। बर्फ खाना कॉफी की तरह थोड़ी मात्रा में आपके मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य के लिए अच्‍छा हो सकता है जो आयरन की कमी के कारण होने वाली थकान को ठीक करता है। अगर आप अपने सोडा से कभी-कभार बचे हुए आइस क्यूब को क्रंच करती हैं, तो आपको चिंतित नहीं होना चाहिए। लेकिन अगर आपको बर्फ खाने की क्रेविंग बहुत ज्‍यादा होती है तो अपने चिकित्सक से परामर्श लें। अगर आपको लगता है कि आप आयरन की कमी से पीड़ित हैं तो बीन्स और पालक खाने की कोशिश करें।

चीज़ की क्रेविंग

cheese craving inside

चीज़ खाने से बॉडी में डोपामाइन नामक हार्मोन बढ़ता है, इसलिए क्रेविंग और नार्मल लत के बीच अंतर को जानना मुश्किल होता है। लेकिन अगर आप लो-फैट डाइट लेती हैं और आपको चीज़ खाने की क्रेविंग होती है तो यह विटामिन ए या डी की कमी का संकेत हो सकता है जो डेयरी प्रोडक्‍ट में भरपूर मात्रा में होता है। चीज़ की जगह पोषणयुक्त यीस्‍ट खाने की कोशिश करें, जिसमें सभी तरह के विटामिन्‍स बिना फैट के होते हैं। अगर आपको चीज़ खाना भी है तो कमर्शियल चेन के कारण अधिकांश पिज्जा में मौजूद प्‍लास्टिक चीज़ खाने से बचें और फेटा या मोजरेला जैसे लो-फैट चीज़ खाएं।

चिप्स की क्रेविंग

chips craving inside

सभी प्रकार के तले हुए आलू, जैसे फ्रेंच फ्राइज़ और चिप्‍स आदि की क्रेविंग बहुत ही नार्मल है और यह बताती है कि आपकी डाइट में कार्बोहाइड्रेट और हेल्‍दी फैट, विशेष रूप से ओमेगा 3 की कमी है। तली हुई चीजों में सोडियम की मात्रा बहुत ज्‍यादा होती है। यह बहुत अधिक नमकीन होते हैं इसलिए अत्यधिक पसीने के कारण सोडियम की कमी हो सकती है। इसकी जगह नट्स और एवोकाडो को अपनी डाइट में शामिल करें। अगर आपको लगता है कि आपको सोडियम की कमी है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

इसे जरूर पढ़ें:ये 10 आयुर्वेदिक सुपरफूड्स खाएंगी तो बीमारियां छू भी नहीं पाएंगी

सोडा की क्रेविंग

soda craving inside

सोडा में कैफीन की मात्रा बहुत ज्‍यादा होती है इसलिए इसे पीने की बहुत ज्‍यादा क्रेविंग होती है। इसे बहुत ज्‍यादा लेने से आप अपनी हड्डियों से कैल्शियम और मैग्नीशियम को खोने लगती हैं। जी हां सोडा की क्रेविंग इस बात का संकेत है कि आपकी बॉडी में कैल्शियम और मैग्नीशियम कम हो रहा है। कैफीन को बहुत ज्‍यादा लेने से बचें। सोडा में बहुत अधिक चीनी होती है, जो लंबे समय में डायबिटीज का कारण बन सकती है। अगर आप थका हुआ महसूस करती हैं तो डार्क चॉकलेट खा सकती हैं या ग्रीन टी भी ले सकती हैं।

इस तरह की और जानकारी के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।

Image credit: Freepik.com

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP