डायबिटीज के साथ जीना बहुत मुश्किल होता है और आपको कई सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। डायबिटीज के कारण आपके घाव जल्दी नहीं भरते। इसके साथ ही आपको अपने आहार को प्रबंधित करने की आवश्यकता होती है। ऐसे में उन चीजों का सेवन करने की सलाह दी जाती है, जो आपके ब्लड शुगर के स्तर को बनाए रखने में मदद करें।
वहीं, ऐसे फल खाए जाते हैं जो शुगर के लिए अच्छे होते हैं। ऐसा ही एक फल नाशपाती है, जो न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि पोषक तत्वों से भरपूर होता है। मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए एक बढ़िया विकल्प बनाता है। आइए ज आपको बताएं कि नाशपाती के स्वास्थ्य लाभ क्या हैं और इसे आप आहार में कैसे शामिल कर सकते हैं।
ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) का उपयोग यह मापने के लिए किया जाता है कि फूड आइटम्स में कार्बोहाइड्रेट कितनी जल्दी ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ाते हैं। कम जीआई वाले खाद्य पदार्थ धीरे-धीरे पचते और अब्सॉर्ब होते हैं, जिससे ब्लड शुगर में तेजी को रोका जा सकता है। नाशपाती, जिसका जीआई किस्म के आधार पर 33 से 38 तक होता है, डायबिटीज के लिए लाभकारी होता है। इसे खाने से ब्लड स्ट्रीम में धीरे-धीरे ग्लूकोज जाता है, जिससे स्पाइक नहीं आता।
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डायबिटीज मैनेज करने के लिए नाशपाती के सबसे बड़े फायदों में से एक इसका हाई फाइबर कॉन्टेंट है। एक मीडियम आकार के नाशपाती में लगभग 6 ग्राम डाइट्री फाइबर होता है। फाइबर ब्लड स्ट्रीम में शुगर के अवशोषण को धीमा करके उसके स्तर को नियंत्रित करने में मदद करने के लिए जाना जाता है। यह टाइप-2 मधुमेह वाले लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, क्योंकि यह इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाने और ब्लड शुगर नियंत्रण का समर्थन करने में मदद कर सकता है।
इसके अलावा फाइबर की पूर्ति में योगदान देता है, जिससे आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है। यह वेट मैनेज करने में मदद कर सकता है, जो टाइप 2 मधुमेह के प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण कारक है।
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नाशपाती विटामिन-सी और फ्लेवोनोइड जैसे एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत हैं, जो शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन से बचाने में मदद करते हैं। मधुमेह वाले लोगों के शरीर में अक्सर सूजन देखी जा सकती है। इसके अतिरिक्त उन्हें हृदय रोग जैसा जोखिम हो सकता है। नाशपाती में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स को बेअसर करने में मदद करते हैं, पुरानी सूजन के जोखिम को कम करते हैं और स्वास्थ्य में सुधार करते हैं।
नाशपाती में पाए जाने वाला एक प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट फ्लेवोनोइड्स इंसुलिन संवेदनशीलता को बेहतर बनाने का काम करता है। बेहतर इंसुलिन संवेदनशीलता का मतलब है कि आपकी कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति अधिक प्रतिक्रियाशील होती हैं, जिससे आपके शरीर के लिए ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करना आसान हो जाता है।
जिन लोगों को कम कैलोरी का सेवन करना है, उनके लिए नाशपाती अच्छा फल है। इससे वे अपने वेट को मैनेज कर सकते हैं। एक मध्यम आकार के नाशपाती में केवल लगभग 100 कैलोरी होती है, लेकिन यह आवश्यक विटामिन, खनिज और फाइबर से भरपूर होता है।
वहीं,नाशपाती में नेचुरल शुगर होती है, लेकिन उनमें हाई फाइबर कॉन्टेंट ब्लड शुगर के स्तर में तेज वृद्धि करने से रोकने में मदद करती है। इसका सेवन मधुमेह से पीड़ित लोगों को बेहतर ग्लाइसेमिक नियंत्रण बनाए रखने में मदद कर सकता है।
मधुमेह वाले लोगों को हृदय रोग का अधिक जोखिम होता है, इसलिए डाइट में ऐसे फलों को शामिल करना चाहिए, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल में रख सकें। नाशपाती पोटेशियम का एक बढ़िया स्रोत है। यह एसेंशियल मिनरल ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और सोडियम के स्तर को संतुलित करने में मदद करता है। जब आपका ब्लड शुगर कंट्रोल रहेगा, तो दिल की बीमारी का जोखिम भी कम होगा। नाशपाती में मौजूद फाइबर एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके हृदय स्वास्थ्य में भी भूमिका निभाता है।
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आप अपने आहार में रोजाना इस फल को शामिल करें। इसकी हल्की मिठास और क्रंचीनेस इसे एक बढ़िया विकल्प बनाती है। इसे खाकर आपको भूख भी नहीं लगेगी और शुगर भी कंट्रोल रहेगा।
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