चश्मा सिर पर लगा होता है, लेकिन आप उसे पूरे घर में ढूंढते हैं। अरे.. अभी तो यहीं रखी थी कहां गई गाड़ी की चाबी। बॉस ने शाम के लिए कुछ काम दिया हो, तो उसका रिमाइंडर लगाना पड़ता है। अब बर्थडे भी कैलेंडर के रिमांडर पर सेट होते हैं। ऐसा अक्सर तब होता है, जब चीजों को भूलने लगते हैं। कभी-कभी कुछ चीजें भूलना आम है, लेकिन जब आप रोजाना इन्हें भूलने लगें, तो मतलब समस्या गंभीर है। जब हम अपने टास्क को भूलते हैं, तो सारा ब्लेम उम्र और ज्यादा वर्क लोड पर डाल देते हैं। लेकिन इसके साथ ही हमारा खानपान भी इसके लिए जिम्मेदार है।
न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखीजा के मुताबिक, आपकी याददाश्त काफी हद तक इस बात पर निर्भर करती है कि आप अपने शरीर को किस तरह का खाना दे रहे हैं। एक मजेदार वीडियो में, उन्होंने दिखाया है कि अगर आप अपनी याददाश्त में सकारात्मक बदलाव देखना चाहते हैं तो आपको किस तरह के खाद्य पदार्थों से दूर रहना चाहिए। वीडियो का आधार उनके और उनके दिमाग के बीच की बातचीत है, जिसे खुद पूजा ने वीडियो में दिखाया है।
इन खाद्य पदार्थों से रखें दूरी
इंस्टाग्राम में शेयर की गई वीडियो में, पूजा ने बताया कि उम्र ही एकमात्र कारक नहीं है जो आपको भुलक्कड़ बनाती है। वह बताती हैं कि पहले जिस तरह के भोजन से बचना चाहिए, वह पैकेज्ड, सॉफ्ट ड्रिंक्स है। वह कहती हैं, ' कोल्ड ड्रिंक में पाया जाने वाला हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप (मीठे ठंडे पेय) विशेष रूप से हानिकारक होते हैं, जिससे मस्तिष्क में सूजन, याददाश्त और सीखने की क्षमता कम हो जाती है।'
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इसके साथ ही वह पैकेज्ड जंक फूड न खाने की भी सलाह देती हैं। इसे लेकर वह कहती हैं, 'अध्ययनों में पाया गया है कि जब लोग ट्रांस फैट का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं, तो उन्हें अल्जाइमर रोग, लोअर ब्रेन वॉल्यूम होने के साथ-साथ कॉगनिटिव डिक्लाइन का खतरा भी बढ़ जाता है।" वहीं, डाइट सोडा में ऐसे तत्व होते हैं जो याददाश्त को खराब करते हैं।
इंस्टेंट नूडल को लेकर कही यह बात
अपने वीडियो में आगे वह इंस्टेंट नूडल से दूरी बनाने के लिए भी कहती हैं। इंस्टेंट नूडल्स के बारे में बात करते हुए पूजा कहती हैं, 'जंक फूड ब्रेन-डिराइव्ड न्यूरोट्रॉफिक फैक्टर मॉलिक्यूल के उत्पादन को कम करके मस्तिष्क को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। यह मॉलिक्यूल, जो लंबी मेमोरी, सीखने के साथ-साथ नए न्यूरॉन्स बनाने के लिए भी जरूरी होता है।'
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न्यूरोट्रांसमीटर को खत्म करती है शराब
शराब आपके ब्रेन को किस तरह से प्रभावित करती है, यह भी पूजा ने अपनी वीडियो में बताया है। उन्होंने कहा, 'शराब का सेवन, सामान्य रूप से, मन को प्रभावित करता है। चाहे वह क्रॉनिक अल्कोहल एब्यूज हो या फिर सोशल बिंजिंग। यह विटामिन बी-1 को शरीर से बाहर निकालता है, जिससे ब्रेन वॉल्यूम में कमी, न्यूरोट्रांसमीटर का विनाश और मेमोरी लॉस होती है।'
वीडियो को शेयर करते वक्त उन्होंने कैप्शन में उन चीजों को अपने आहार में शामिल करने के लिए कहा, जो आपके ब्रेन के लिए अच्छे हों। उन्होंने कैप्शन में लिखा है, 'ओमेगा 3 से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे चिया, अलसी, अखरोट का सेवन करें, जो आपके ब्रेन में एंटी-ऑक्सीडेंट कंपाउंड को बढ़ाएं और प्रोटेक्टिव प्रभाव डालें।'
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अलसी, अखरोट और चिया सीड्स के फायदे
अलसी में ओमेगा-3 में पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड और महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो ब्रेन को कंट्रोल में रखते हुए कॉग्निटिव फंक्शन में हेल्प करते हैं। अखरोट खाने से दिमाग की शक्ति बढ़ती है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व दिमाग को तेज करते हैं। वहीं, चिया सीड्स में पाए जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड नर्व सिस्टम को बेहतर करके ब्रेन हेल्थ को बूस्ट करने का काम करता है।
अगर आप भी अपनी मेमोरी में सुधार करना चाहती हैं, तो इन खाद्य पदार्थों से दूर रहें। अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया तो इसे लाइक और शेयर करें। ऐसे अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
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Image Credit: www.instagram.com & freepik
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