एक पैरेंट के रूप में व्यस्क अक्सर अपने बच्चे की हेल्थ का पूरा ख्याल रखने की कोशिश करते हैं। लेकिन जब बात उनकी ओरल हेल्थ की होती है, तो उन्हें लगता है कि बच्चे को बस ब्रश करवाना ही पर्याप्त है। जबकि वास्तव में ऐसा नहीं होता है। ब्रश यकीनन दांतों में फंसी गंदगी को दूर करने के साथ-साथ मुंह की दुर्गंध से छुटकारा दिलाता है, लेकिन यह ओवर ऑर ओरल हेल्थ का ख्याल नहीं रख सकता है।
खानपान का भी असर दांतों पर नजर आता है। खासतौर से, छोटे बच्चों के दांत दूध के होते हैं और वह परमानेंट दांतों की अपेक्षा थोड़े कमजोर होते हैं। इसके अलावा, बच्चों को मीठा व जंक फूड खाने की भी आदत होती है, जो उनकी दांतों की सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। बच्चों में कैविटी, दांतों की सड़न और मसूड़ों में दर्द तब होता है जब खान-पान पर ध्यान नहीं दिया जाता है। तो चलिए आज इस लेख में सरोज अस्पताल के डेंटल केयर डिपार्टमेंट के एचओडी व सीनियर कंसल्टेंट डॉ राहुल नरुला आपको कुछ ऐसे फूड आइटम्स के बारे में बता रहे हैं, जो बच्चों के दांतों को नुकसान पहुंचा सकते हैं-
बच्चों को चॉकलेट, लॉलीपॉप, टॉफी व कैंडीज का सेवन करना बेहद पसंद करते हैं। लेकिन इन सभी आइटम्स में शुगर कंटेंट बहुत अधिक होता है, जो दांतों और मसूड़ों के लिए खराब होती है। यह बच्चों के दांतों में कैविटी का कारण बन सकती हैं। इतना ही नहीं, अधिकतर बच्चों की यह आदत होती है कि वह शुगरी आइटम खाने के बाद कुल्ला नहीं करते हैं। जिसके कारण उनके दांतों पर चीनी की कोटिंग रह जाती है, जो दांतों को लगातार डैमेज करती रहती है। कैंडीज आदि अगर दांतों से चिपक जाए तो इससे इनेमल को काफी नुकसान होता है।
बच्चों को पैक्ड फूड आइटम जैसे चिप्स व नमकीन खाना भी काफी अच्छा लगता है, लेकिन यह भी उनके दांतों के लिए अच्छे नहीं होते हैं। दरअसल, पैकेज्ड आइटम्स में रिफाइंड कार्ब्स होते हैं। स्टार्च से भरपूर ये खाद्य पदार्थ दांतों से चिपक जाते हैं और दांतों की सड़न का कारण बनते हैं। इसलिए, अपने बच्चों को इस तरह के स्नैक्स देने से बचें। बेहतर होगा कि आप उन्हें पैकेज्ड आइटम देने की जगह ताजा स्नैक्स दें।
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आइसक्रीम खाना बच्चों को काफी पसंद आता है। खासतौर से, गर्मी के मौसम में बच्चे हर दूसरे दिन आइसक्रीम खाने की डिमांड करते हैं। दरअसल, आइसक्रीम व आइस गोले में आर्टिफिशियल फ्लेवर्ड कलर का इस्तेमाल किया जाता है। जिसके कारण ना केवल बच्चों के दांतों पर दाग लग जाते हैं। इसके अलावा, बर्फ दरारें पैदा कर सकता है जैसे-जैसे दरारें विकसित होती हैं, तो वे प्लॉक और बैक्टीरिया के बढ़ने की वजह बन जाते हैं। यह दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचा सकता है जिससे कैविटी हो सकती है। यह उनके मसूड़ों को भी परेशान कर सकता है। (एक साल के बच्चे के लिए हेल्दी डाइट)
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अगर आपके बच्चे को बहुत अधिक कोल्ड ड्रिंक पीने की आदत है, तो इससे उनके दांतों को नुकसान हो सकता है। दरअसल, बच्चों के कोमल दांत कार्बोनेटेड पेय पदार्थों के हानिकारक प्रभावों को सहन नहीं कर सकते। इससे उनके इनेमल प्रभावित होते हैं। साथ ही इसमें शुगर और एसिड की मात्रा भी बहुत अधिक होती है, जो उनके दांतों और मसूड़ों को नुकसान पहुंचा सकती है। बेहतर होगा कि आप बच्चे को कोल्ड ड्रिंक्स देने के स्थान पर बिना मीठे के बादाम का दूध व मिल्कशेक आदि दें। (कोल्ड ड्रिंक पीने के नुकसान )
इन फूड आइटम्स के अलावा आपको बच्चे को अन्य कुछ चीजें भी खाने के लिए देने से बचना चाहिए। मसलन-
तो अब आप भी बच्चों की डाइट से इन फूड आइटम को दूर कर दें या फिर उन्हें बेहद ही सीमित मात्रा में खाने के लिए दें और उनके दांतों को हेल्दी बनाए रखने में मदद करें।अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकीअपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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