एक औसत भारतीय घर के किचन का हिस्सा मखाना जरूर होता है। मखाना होता तो स्वादिष्ट है और साथ ही साथ उसमें कई गुण भी होते हैं। मखाने को हम अक्सर खीर या हलवे में डालते हैं या फिर उसे व्रत में स्नैक के तौर पर खाते हैं, लेकिन शायद आप रोज़ाना के नाश्ते में उसका इस्तेमाल न करते हों। बहुत ही कम लोग जानते हैं कि मखाना असल में वाटर लिली के फूल से निकलता है। इसकी खेती करने और इसे खाने लायक बनाने में काफी मेहनत लगती है और शायद यही कारण है कि ये खाने में इतना स्वादिष्ट और सेहत के लिए इतना अच्छा होता है।
मखाने को अक्सर हम हेल्दी च्वाइस मानते हैं, लेकिन फिर भी इसे अपनी डाइट में स्थाई रूप से शामिल नहीं करते हैं। इसे अपनी डाइट में स्थाई रूप से शामिल करने के लिए कुछ खास टिप्स जरूर आजमाई जा सकती हैं। सेलेब न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखीजा ने मखाने को स्नैक्स के तौर पर इस्तेमाल करने को लेकर कुछ खास बातें बताई हैं।
पूजा मखीजा के अनुसार मखाना एक ऐसा स्नैक ऑप्शन है जिसे किसी भी समय भूख को शांत करने के लिए खाया जा सकता है और इसे अपने बैग में आसानी से रखा जा सकता है। ये आपके किसी भी डाइट रूटीन के लिए अच्छा साबित होगा और साथ ही साथ आपके डाइजेशन के लिए भी ये अच्छा होगा।
इसे जरूर पढ़ें- पीरियड्स के दर्द और परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए पिएं एक्सपर्ट की बताई ये चाय
आखिर क्यों मखाना है सबसे बेस्ट स्नैक?
पूजा मखीजा का कहना है कि मखाना आपके इवनिंग स्नैक या मिडनाइट स्नैक के तौर पर परफेक्ट हो सकता है। जानिए क्यों-
फाइबर से होते हैं भरपूर-
मखाने फाइबर से भरपूर होते हैं इसलिए ये आपकी भूख को जल्दी खत्म करते हैं, ये कम GI इंडेक्स वाला स्नैक है इसलिए इसे हेल्दी माना जाता है और ये वेट लॉस के लिए भी सहायक है।
नहीं है ग्लूटेन या कॉर्न-
मखानों में ग्लूटेन या कॉर्न जैसे सब्सटेंस नहीं होते हैं जिन्हें वजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार माना जाता है। कई एक्सपर्ट्स मखानों को इसी कारण हेल्दी स्नैक मानते हैं।
प्रोटीन से होते हैं भरपूर-
मखानों में अन्य स्नैक्स की तुलना में ज्यादा प्रोटीन होता है और इसलिए ये बहुत ही अच्छे माने जा सकते हैं। हाई प्रोटीन होने के कारण ये खाने के बाद आपको बार-बार भूख नहीं लगती है और ये आपको ताकत भी देते हैं।
इसे जरूर पढ़ें- विराट-अनुष्का के डाइट कोच ने बताए विटामिन C से वेट लॉस के 4 तरीके
पॉपकॉर्न की तुलना में क्यों फायदेमंद है मखाने?
मखाने को पॉपकॉर्न की जगह खाया जाता है और इन्हें पॉपकॉर्न का रिप्लेसमेंट कहा जाता है। उसके पीछे एक कारण भी है-
- पॉपकॉर्न की तुलना में मखानों में 67% कम फैट होता है
- इसमें पॉपकॉर्न की तुलना में 20% कम कैलोरीज होती हैं
- जहां तक प्रोटीन का सवाल है तो पॉपकॉर्न की तुलना में इनमें 50% ज्यादा प्रोटीन होता है
View this post on Instagram
मखाने कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और जिंक से भरपूर होते हैं और मखानों में एक ऐसा कम्पाउंड होता है जो एंटी-एजिंग होता है। मखाना खाने के फायदे बहुत हैं और इसलिए इन्हें अपनी डाइट में शामिल करना बेस्ट ऑप्शन हो सकता है।
क्या बाजार के मखाने होंगे सही?
बाजार में मिलने वाले फ्लेवर्ड मखाने वैसे तो बहुत स्वादिष्ट होते हैं, लेकिन उनमें काफी सारे फैट्स होते हैं। दरअसल, बाजार के मखानों में मसाला हमेशा इसलिए चिपका रहता है क्योंकि उसमें फैट्स जोड़े जाते हैं। इसलिए घर पर रोस्ट किए हुए मखाने ही सबसे बेस्ट साबित हो सकते हैं। आप इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करें क्योंकि यही आपके काम आ सकते हैं।
मखाने से जुड़ी कई डिशेज आप बना सकते हैं और अगर आप इन्हें स्नैक्स के तौर पर ही खा रहे हैं तो घी के साथ रोस्ट जरूर करें। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों