क्या आपने कभी मिट्टी के मटके का पानी पिया है?
अगर नहीं देखा है तो आपने लोगों को अपने घरों में मटका रखते हुए देखा होगा।
ऐसे समय में, जब रेफ्रिजरेटर का व्यापक रूप से उपयोग नहीं किया जाता था, पानी को स्टोर करने के लिए मिट्टी के बर्तनों का उपयोग किया जाता था क्योंकि वे पानी को प्राकृतिक रूप से ठंडा करने में मदद करते थे।
आप में से कई महिलाओं को गर्मी के दिनों में मिट्टी के बर्तन में पानी जमा करने की आदत हो सकती है। मटके का पानी पीने की यह सदियों पुरानी प्रथा न केवल स्टील और प्लास्टिक के कंटेनरों का विकल्प है, बल्कि इसके स्वास्थ्य लाभ भी हैं। यही कारण है कि कई घर अभी भी मिट्टी के घड़े में रखा पानी पीते हैं, क्योंकि इसके कई चिकित्सीय लाभ हैं।
आज हम आपको गर्मियों में मिट्टी के मटके से पानी पीने के 5 आश्चर्यजनक स्वास्थ्य फायदों के बारे में बता रहे हैं। इसकी जानकारी हमें न्यूट्रिशनिस्ट मेघा मुखीजा जी बता रही हैं। मेघा मुखीजा 2016 से Health Mania में चीफ डाइटीशियन और फाउंडर हैं।
न्यूट्रिशनिस्ट मेघा मुखीजा जी का कहना है, 'मिट्टी का मटका एक अविश्वसनीय विरासत है जो हमारे पूर्वजों ने हमें दी है। मटका में जमा पानी के हर तरह से अनगिनत फायदे हैं। यह न केवल किफायती और पर्यावरण के अनुकूल है बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं।'
लोग आजकल एल्कलाइन पानी के दीवाने हैं और एल्कलाइन पानी की मशीन या बोतलें खरीदने के लिए भारी मात्रा में खर्च करते हैं। वे कम ही जानते हैं कि मटके का पानी प्राकृतिक रूप से एल्कलाइन होता है। मिट्टी का घड़ा पानी की एसिडिक प्रकृति को कम करता है और PH को संतुलित करता है।
मटका पानी एजिंग को रोकने के लिए जाना जाता है, कैंसर जैसी क्रोनिक बीमारी को रोकता है, डिहाइड्रेशन को रोकता है, डाइजेशन को बढ़ाता है आदि। यह एसिडिटी को कंट्रोल करने के लिए उत्कृष्ट है। लेकिन इन दावों को साबित करने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है।
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चूंकि प्लास्टिक की बोतलों में बीपीए जैसे जहरीले केमिकल्स होते हैं जो हार्मोन को बाधित करते हैं, जिससे वजन बढ़ता है और मेटाबॉलिज्म संबंधी बीमारियां होती हैं। मटका में जमा पानी में कोई जहरीला केमिकल नहीं होता है इसलिए यह प्लास्टिक की बोतलों का सबसे किफायती और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प है। यह पानी में मौजूद मिनरल्स की वजह से डाइजेस्टिव सिस्टम को भी बेहतर कर सकता है।
मिट्टी के बर्तन में जमा पानी सनस्ट्रोक से बचने में मदद करता है क्योंकि यह पोषक तत्वों और मिनरल्स को बरकरार रखता है। वास्तव में, मटके में जमा पानी में अधिक मिनरल्स जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस आदि होते हैं।
मटका पानी को प्राकृतिक रूप से ठंडा करता है और तापमान को लगभग 5 डिग्री तक कम कर देता है जिससे रेफ्रिजेरेटेड पानी की आवश्यकता समाप्त हो जाती है। यह गले पर कोमल और पर्यावरण के अनुकूल भी है। सेंसिटिव गले वाली महिलाओं के लिए यह सबसे अच्छा होता है जो अक्सर सर्दी और खांसी की शिकार होती है।
चिलचिलाती गर्मी के महीनों में सनस्ट्रोक एक आम समस्या है जो ज्यादातर महिलाओं को परेशान करती है। मिट्टी के घड़े का पानी पीने से सनस्ट्रोक का मुकाबला करने में मदद मिलती है क्योंकि मिट्टी के बर्तन पानी में समृद्ध मिनरल्स और पोषक तत्वों को बरकरार रखते हैं और जल्दी से रिहाइड्रेट करने में मदद करते हैं।
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सटीक स्वास्थ्य लाभ निर्धारित करने के लिए मिट्टी के बर्तनों में जमा पानी पर अधिक शोध की आवश्यकता होती है। सुनिश्चित करें कि आप नियमित रूप से बर्तन को साफ़ करें।
आप भी गर्मियों में पानी पीने के लिए मिट्टी के घड़े का इस्तेमाल करें। ठंडे पानी के साथ-साथ हेल्थ से जुड़े कई फायदे पाएं। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।
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