आम तौर पर भारत के ज्यादातर घरों और ढाबों पर स्टील के गिलास इस्तेमाल किए जाते हैं। दूध से लेकर कोल्ड ड्रिंक्स तक, लोग अधिकतर पेय पदार्थों को स्टील के गिलास में देना पसंद करते हैं, क्योंकि ये गिलास मजबूत, आसानी से न टूटने वाले और सालों तक चलने वाले होते हैं।
वहीं, ज्यादातर भारतीय घरों में कोल्ड ड्रिंक्स को भी लोग स्टील के गिलास में ही देते हैं, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि स्टील के गिलास में कोल्ड ड्रिंक पीना गलत है। आज हम आपको इस लेख में बताने वाले हैं कि स्टील के गिलास में कोल्ड ड्रिंक पीना आपके शरीर पर कैसे असर डाल सकता है।
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कोल्ड ड्रिंक में कुछ खास तरह के एसिड मिलाए जाते हैं, जिनमें कार्बोनिक एसिड, साइट्रिक एसिड और फॉस्फोरिक एसिड शामिल होते हैं। इनकी वजह से ड्रिंक को एक अलग-सा फिजी (झाग वाला) स्वाद मिलता है। लेकिन जब आप कोल्ड ड्रिंक को स्टील के गिलास में डालते हैं, तो ये एसिड स्टील के साथ केमिकल रिएक्शन (रासायनिक क्रिया) कर सकते हैं।
जब केमिकल रिएक्शन होता है, तो स्टील से निकेल या क्रोमियम जैसे धातु के छोटे-छोटे कण ड्रिंक्स में मिल जाते हैं। लंबे समय तक अगर आप स्टील के गिलास में कोल्ड ड्रिंक पीते रहते हैं, तो ये कण शरीर में जमा होते रहते हैं और लीवर-किडनी पर बुरा असर डाल सकते हैं।
क्या आपने कभी स्टील के गिलास में कोल्ड ड्रिंक पीते समय कड़वा या लोहे जैसा स्वाद महसूस किया है? दरअसल, कोल्ड ड्रिंक में साइट्रिक एसिड और फॉस्फोरिक एसिड जैसे तेज एसिड होते हैं। जब ये एसिड स्टील से टकराते हैं, तो उससे हल्का-सा केमिकल बदलाव होता है, जिससे कोल्ड ड्रिंक का स्वाद बदल जाता है।
इसके अलावा, स्टील के गिलास से मिनरल्स या धातु के कण ड्रिंक में घुल जाते हैं। ये धातु के कण जब आपके पेट में जाते हैं, तो आपके डायजेशन सिस्टम को बिगाड़ सकते हैं।
अगर आप ध्यान देंगे तो पाएँगे कि जब आप बहुत ठंडी (चील्ड) कोल्ड ड्रिंक को स्टील के गिलास में डालते हैं, तो गिलास को एकदम से झटका सा लगता है। इसे थर्मल शॉक कहते हैं।
अगर स्टील का गिलास पुराना या कम क्वालिटी का है, तो धातु में छोटी-छोटी दरारें आ सकती हैं। कुछ स्टील के गिलास में धातु की परतें होती हैं, जो तापमान बदलने पर कमजोर हो जाती हैं और केमिकल के कण ड्रिंक में घुल जाते हैं। आपको गिलास बाहर से सही सलामत दिखाई दे सकता है, लेकिन अंदर से वह सुरक्षित नहीं होता है। अगर स्टील से कोई बहुत छोटा धातु का कण कोल्ड ड्रिंक में चला जाता है, तो वह धीरे-धीरे शरीर में जमा होने लगता है। इससे पेट संबंधी समस्याएं, लीवर-किडनी की समस्याएं हो सकती हैं।
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आपको जानकर हैरानी होगी कि स्टील के गिलास में कोल्ड ड्रिंक पीने से दांतों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। जब आप स्टील के गिलास में ठंडी कोल्ड ड्रिंक डालकर पीते हैं, तो ठंडी कोल्ड ड्रिंक का झटका सीधे दाँतों और मसूड़ों तक पहुँचता है। इससे दांतों में झनझनाहट, दर्द और सेंसिटिविटी महसूस होने लग सकती है। अगर आपके दांत पहले से ही कमजोर हैं, तो स्टील के गिलास में कोल्ड ड्रिंक पीना आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
डॉक्टर सलाह देते हैं कि ठंडे पेय जैसे कोल्ड ड्रिंक, नींबू पानी या फ्रूट जूस के लिए कांच, सिरेमिक या BPA-फ्री प्लास्टिक के गिलास का इस्तेमाल करना सही रहता है।
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