किचन की सफाई के लिए या किचन में काम करने के लिए किचन टॉवल का इस्तेमास तो आप भी करते होंगे। स्लैब की सफाई के लिए आमतौर पर लोग माइक्रोफाइबर कपड़े का इस्तेमाल करते हैं। गर्म बर्तनों को पकड़ने के लिए इसी तरह कॉटन तौलिये का इस्तेमाल होता है। क्या आपको पता है कि इन दोनों में से कौन-सा कपड़ा अच्छा होता है।
इन कपड़ों का इस्तेमाल करने वाले लोग दोनों ही फैब्रिक को अच्छा बताते हैं। आइए इस आर्टिकल में आज दोनों कपड़ों के अंतर के बारे में जानें। कौन-सा कपड़ा अच्छा हो सकता है, यह भी जानें।
कॉटन तौलिया
कॉटन का तौलिया अधिकतर घरों में इस्तेमाल किया जाता है। यह सस्ते होते हैं और धोने के बाद जल्दी सूख जाते हैं। किचन स्लैब और बर्तनों को साफ करने के लिए बढ़िया विकल्प हैं। अगर इन्हें बार-बार बदलना भी पड़े, तो सूती के तौलिए जेब पर भारी नहीं पड़ते। यह तौलिए बहुत जल्दी खराब भी नहीं होते हैं। यह लिक्विड को जल्दी सोख लेते हैं और इन्हें इस्तेमाल करना काफी आसान होता है। इन कपड़ों में रोटी और पराठों को लपेटकर भी रखा जाता है। यही कारण है कि सूती तौलिए कई सारे कामों के लिए बेहतरीन विकल्प बनाता है।
इसे भी पढ़ें: किचन के काम को बनाएं आसान, जानें टॉवल रखने का सही तरीका
कॉटन के कपड़ों को धोना है आसान
जैसा कि हमने बताया इसे धोना और सुखाना काफी आसान है। इसे धोते वक्त बस ध्यान रखें कि वॉशर को ओवरलोड न करें और डिटर्जेंट का अत्यधिक उपयोग न करें। गहरे रंग के तौलिये को धुलाई के दौरान हल्के रंग के तौलिये से अलग रखना चाहिए। इन्हें अधिक साफ रखने के लिए गर्म पानी से धोया जा सकता है। कॉटन के तौलिये को सुखाना भी इसी तरह आसान है। उन्हें धूप पर सुखाकर आसानी से स्टोर किया जा सकता है। कॉटन के तौलिये वर्सेटाइल होते हैं और उन्हें सिर्फ सफाई के अलावा कई तरह के कामों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। वे हाथ सुखाने, काउंटरटॉप साफ करने और जरूरत पड़ने पर अस्थायी पॉटहोल्डर के रूप में भी कारगर होते हैं।
माइक्रोफाइबर तौलिया
माइक्रोफाइबर कपड़े सफाई के लिए बहुत अच्छे माने जाते हैं। सिंथेटिक फाइबर से बने तौलिए को अल्ट्रा-फाइन स्ट्रैंड में विभाजित किया जाता है, माइक्रोफाइबर कपड़े पारंपरिक सामग्रियों की तुलना में धूल, गंदगी और बैक्टीरिया को ज्यादा प्रभावी ढंग से साफ करते हैं। माइक्रोफाइबर कपड़ों की एक खासियत यह है कि वे लिंट-फ्री होते हैं।
कॉटन तौलिये के विपरीत, माइक्रोफाइबर रेशे नहीं छोड़ते, जिससे यह कांच और नाजुक सतहों की सफाई के लिए आदर्श बन जाता है। इसके अतिरिक्त, माइक्रोफाइबर नॉन-अब्रेसिव है, इसलिए यह काउंटरटॉप्स, कुकवेयर या उपकरणों को खरोंचता नहीं। माइक्रोफाइबर कपड़े जल्दी सूख जाते हैं और बेहद टिकाऊ होते हैं। वे अपनी प्रभावशीलता खोए बिना कई बार धोने पर भी टिके रह सकते हैं।
कौन-सा कपड़ा है बेहतर?
देखा जाए तो दोनों ही कपड़े अपनी जगह सही हैं और किचन क्लीनिंग के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
अगर आप ऐसा कपड़ा तलाश रही हैं जो धूल-मिट्टी को आसानी से साफ कर सके, तो आपको माइक्रोफाइबर कपड़ा इस्तेमाल करना चाहिए। वहीं, स्पिल्स आदि को साफ करने के लिए कॉटन के तौलिए ज्यादा इफेक्टिव होते हैं। इन्हें आप किचन की सफाई के अलावा कई अन्य चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: इस 1 घोल से धोएं किचन का तौलिया और सफाई के कपड़े, निकल जाएगी चिपचिपाहट
दोनों कपड़ों का इस्तेमाल करने से पहले ध्यान रखें ये बातें-
- माइक्रोफाइबर कपड़ों को सूती तौलिये या कपड़े के साथ नहीं धोना चाहिए। सूती कपड़े से लिंट निकलता है और यह गंदगी माइक्रोफाइबर पर चिपक सकती है। इससे माइक्रोफाइबर क्लोथ पर गांठें बन सकती हैं।
- माइक्रोफाइबर कपड़े को धोते समय फैब्रिक सॉफ्नर न डालें। इससे रेशे कम सोखने लगते हैं।
- क्लोरीन ब्लीच का इस्तेमाल न करें। यह माइक्रोफाइबर को नुकसान पहुंचा सकता है।
- फाइबर खराब न हो इसके लिए ड्रायर का इस्तेमाल न करें। कॉटन के तौलिए को भी धूप में सुखाना ज्यादा बेहतर है।
आप भी इन टिप्स का ध्यान रखें और अपने हिसाब से किचन की सफाई वाला कपड़ा चुनें। हमें यकीन है अगर यह लेख आपको पसंद आया, तो इसे लाइक और शेयर करें। ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।
Image Credit: Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों