बबल्स सब कुछ बेहतर बना देते हैं, क्यों है न? भले ही आप अपनी फेवरेट कावा एन्जॉय कर रहे हैं या प्रोसेक्को या फिर शैम्पेन! गिलास में गिरती स्पार्कलिंग ड्रिंक आपके मूड को भी कैसे फ्रेश कर देती है। चूंकि हमारे देश में वाइन और शैम्पेन को कम पिया जाता है, इसलिए इसके बारे में खास जानकारी भी किसी को नहीं होती।
यही कारण है जब किसी बड़े रेस्तरां में हम स्पार्किलिंग वाइन और शैम्पेन के बीच का अंतर पहचान नहीं पाते हैं। अगर इसके बारे में आपको भी अब तक नहीं पता था, तो अब इस आर्टिकल में चलिए इनके बीच के अंतर जानें।
शैम्पेन क्या है?
एक बात जो बहुत सामान्य है उसे समझ लीजिए। यदि आप Pinot Noir, Chardonnay या Pinot Meunier पी रहे हैं, तो यह शैम्पेन है। ये इन अंगूरों की इन-बोतल फर्मेंटेशन से तैयार किया जाता है। शैम्पेन थोड़ी महंगी हो सकती है, क्योंकि इस वाइन-मेकिंग प्रोसेस में लंबा और इंटेंसिव समय लगता है। शैम्पेन की बोतल में EU टैग्स भी बताते हैं कि वह शैम्पेन हैं या नहीं।
स्पार्कलिंग वाइन क्या है?
यदि आप नपा या सोनोमा या वास्तव में कहीं भी बैठकर एक स्वादिष्ट फ़िज़ी वाइन का मजा ले रहे हैं, तो वह स्पार्कलिंग वाइन है। कई यूएस-निर्मित वाइन एक ही प्रकार के अंगूरों का उपयोग करते हैं और यहां तक कि उसी मेथोड शैंपेनोइस (पारंपरिक विधि के रूप में भी जाना जाता है) का उपयोग करके फर्मेंटेशन प्रोसेस से बबल्स प्राप्त करते हैं। यह तरीका शैम्पेन बनाने के लिए ही इस्तेमाल किया जाता है।
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क्या दोनों के स्वाद में है अंतर?
जी हां, दोनों के स्वाद में भी अंतर होता है। कुछ वाइन में आपको सिट्रसी, फ्रूटी स्वाद मिल सकता है। मिठास के वर्गीकरण के लिए भी आप उन्हें देख सकते हैं। आप आमतौर पर स्पार्कलिंग वाइन को 'ब्रूट' या 'एक्स्ट्रा ड्राई' के रूप में पाएंगे। ब्रूट् ड्राई टेस्ट करती है और उसमें मिठास नहीं होती। एक्स्ट्रा ड्राई थोड़ी मीठी हो सकती है।
कुछ अंगूर बनाते हैं शैम्पेन को खास
शैम्पेन सिर्फ फ्रांस में बनाई जाती है और इसके अलावा इसे कुछ खास अंगूरों से तैयार किया जाता है। हालांकि 7 अलग-अलग अंगूरों का उपयोग किया जा सकता है और सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले अंगूरों में Pinot Noir, Chardonnay या Pinot Meunier शामिल हैं। इन अंगूरों को अक्सर एक साथ मिलाकर एक अनूठी जटिलता, बॉडी और फ्रेगरेंस तैयार की जाती है, जिससे शैंपेन को एक अलग और स्वादिष्ट फ्लेवर मिलता है।
वहीं, Pinot Noir और Chardonnay स्पार्कलिंग वाइन के लिए सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले अंगूर हैं, लेकिन इसे लगभग किसी भी अंगूर से बनाया जा सकता है।
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फर्मेंटेशन होता है अलग
शैम्पेन के बनने के तरीके भी अलग होते हैं। शैम्पेन बनाने के लिए, इसे एक ट्रेडिशनल मेथड से बनाया जाता है। इसमें अंगूरों को एक साथ पहले सिर्फ 2 बार के लिए दबाया जाता है। रस को एक साथ मिश्रित किया जाता है और बोतलों में भरा जाता है।
उसके बाद पूरी प्रक्रिया में सबसे महत्वपूर्ण चरण आता है: दूसरी बार फर्मेंटेशन बोतल में ही होता है। बोतल में ही कार्बन डाइऑक्साइड बनती है, जिससे शैम्पेन कार्बोनेट होती है।
अब तो आपको भी पता चला होगा कि शैम्पेन कैसे बनती है। अगली बार आप किसी 5 स्टार होटल में जाएंगे तो दोनों में अंतर आसानी से कर पाएंगे। हमें उम्मीद है यह लेख आपको पसंद आएगा। इसे लाइक और शेयर करें और ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए विजिट करें हरजिंदगी।
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