जिस प्रकार उत्तर भारत में नौ दिनों तक नवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है, उसी प्रकार राजा बली के वापसी के जश्न को मनाने के लिए 10 दिनों तक केरल में मलयाली लोग ओणम का पर्व मनाते हैं। इस पर्व में सभी चीजों के अलावा इसमें आयोजित किए जाने वाले भोज साध्य भी बहुत जरूरी होता है। साध्य में कुल 21-28 तरह के शुद्ध शाकाहारी भोजन बनाए जाते हैं, जिसे पारंपरिक रूप से केले के पत्ते में परोसा जाता है। इससे पहले लेख में हमने 12 पारंपरिक साध्य भोजन के बारे में बताया था, जिसके बाद ये रहे बाकी बचे 12 और पारंपरिक व्यंजन।
पार्रिपु करी
पार्रिपु करी मूंग दाल से तैयार एक डिश है, जिसके ऊपर घी, लाल मिर्च और काले तिल डाले जाते हैं।
चेन्ना मेझक्कुपुरत्ती
रतालू को पतली स्लाइस में काटकर चेन्ना मेज़क्कुपुराट्टी डिश तैयार की जाती है। फिर इसे मसालों के साथ उबालकर नारियल के तेल में फ्राई किया जाता है।
सांभर
सांभर दक्षिण भारत का मुख्य व्यंजन है जिसे साध्य में भी परोसा जाता है। यह कई तरह से बनाई जाती है, सभी के बनाने का ढंग अलग होता है। यह दाल और सब्जी से बनाया जाता है, जिसे इमली के शोरबे में पकाया जाता है।
पुलिसरी
पुलिसरी दही और पसंद की सब्जी जैसे कद्दू (कद्दू के बीज के फायदे), खीरा और आलू जैसे दूसरे सब्जी के उपयोग से पुलिसरी बनाई जाती है। अंत में, उसके ऊपर अच्छी मात्रा में कसा हुआ नारियल डाला जाता है।
कलां
यह ओणम का सिग्नेचर फूड है जिसे दही, रतालू, कच्चे केले और कसा हुआ नारियल से बनाया जाता है।
मोरू कचियाथा
मोरू कचियाथा को दही में काले तिल, प्याज, अदरक और लहसुन के साथ उबालकर बनाया जाता है।
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खिचड़ी
खिचड़ी ओणम साध्या का एक और स्वादिष्ट व्यंजन है। इसे मसालेदार दही और भिंडी, खीरा या करेले जैसी किसी भी सब्जी का उपयोग करके बनाया जा सकता है।
रसम
रसम को मसालेदार इमली के रस के साथ बनाया जाता है, इसमें भरपूर मात्रा में करी पत्ता, सरसों और टमाटर छिड़के जाते हैं। इसे चावल के अलावा इडली या डोसा के साथ खा सकते हैं।
कूटू करी
कूटू करी एक सूखी डिश है जो कि कच्चे केले, काले चने और कसा हुआ नारियल से तैयार की जाती है।
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नेय (घी)
एक चम्मच नेय या घी, इसे भोजन में एक्स्ट्रा स्वाद के लिए चावल और पारिपु के ऊपर डाला जाता है। घी के बिना ओणम साध्य अधूरा है।
इंजी थायर
इंजी थायर अदरक, दही, काले तिल (काले तिल के उपाय) और मसालों का उपयोग कर बनाया गया एक स्वादिष्ट व्यंजन है, जिसे ओणसाध्य के थाल में परोसा जाता है।
पूवन पजहम
पूवन पजम केले से बनाया जाता है। केले को पायसम के साथ मैश करके इसका स्वाद लिया जाता है। एक्स्ट्रा क्रंच के लिए आप इसमें पापड़ भी मिला सकते हैं।
पलाडा प्रधान
पलाडा प्रधान एक मीठा व्यंजन है जो दूध, सूखे मेवे और चावल के आटे से बनाया जाता है। इसे भोजन के अंत में परोसा जाता है, क्योंकि यह भोजन में मिले मसालों के कारण होने वाले एसिडिटी या गैस से राहत देने में मदद करता है।
पजहम प्रधान
पजहम प्रधान में चावल आटा, काजू, पतले कटे नारियल के टुकड़े और गुड़ को पकाकर बनाया जाता है।
ये रहे बाकी बचे हुए साध्य के पारंपरिक भोजन के लिस्ट, जो हम दूसरे लेख में बताने वाले थे। अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।
Image Credit: Freepik and shutterstocks
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