भारतीय खाने की बात ही निराली है। चाहे इंडियन या फिर कोई विदेशी, पूरी दुनिया में लोग इंडियन फूड को बड़े ही चाव से खाते हैं। भोजन एक ऐसी चीज है जिसके बारे में हम घंटों और घंटों तक बात कर सकते हैं। वैसे भी जब खासतौर पर भारतीय खाने की बात हो तो इंडियन फूड की वैरायटी के बारे में जितनी बात की जाए, उतना ही कम है। भारत के हर राज्य के खाने में अपनी विशिष्टता है। पंजाब का नाम आते ही दिमाग में सरसों का साग छा जाता है और गुजरात का फेमस ढोकला हर घर में खाया जाता है। कोई शुभ अवसर हो और बंगाली मिठाई की बात ना की जाए, ऐसा तो हो ही नहीं सकता। इतना ही नहीं, एक ही डिश का स्वाद भी भारत के अलग-अलग राज्यों में जाकर बदल जाता है। उदाहरण के तौर पर, जब कढ़ी की बात आती है तो पंजाबी में स्पाइसी कढ़ी बनाना पसंद किया जाता है, वहीं गुजरात में लोग कढ़ी में मिठास जोड़ते हैं। वैसे जब इंडियन फूड की बात आती है तो हम उसकी विविधता की बात करते हैं, हालांकि इंडियन फूड से जु़ड़े ऐसे कई इंटरस्टिंग फैक्ट्स हैं, जिनके बारे में बेहद कम लोग जानते हैं। तो चलिए जानते हैं इन इंटरस्टिंग फैक्ट्स के बारे में-
मसालों का देश

भारत को मसालों का देश कहा जाता है, क्योंकि यह दुनिया का एकमात्र देश है जो विभिन्न मसालों की कई किस्मों का उत्पादन करता है। बता दें कि दुनिया के मसालों का 70 प्रतिशत से अधिक भारत से आता है।
इंडियन डिश नहीं है चिकन टिक्का मसाला

यूके में बेची जाने वाली सात curries में से एक चिकन चिकन टिक्का मसाला है। इसे यूके की पसंदीदा इंडियन डिश माना जाता है। वैसे सिर्फ यूके में ही नहीं, बल्कि भारत में भी लोग इसे बड़े चाव से खाते हैं। लेकिन क्या आप जानती हैं कि चिकन टिक्का मसाला वास्तव में भारतीय व्यंजन नहीं है। इसका आविष्कार स्कॉटलैंड के ग्लासगो में हुआ था।
इसे जरूर पढ़ें: सिर्फ 5 मिनट में नवरात्र के लिए बनाएं चटपटा फलाहारी चाट मसाला
पुर्तगाल से आए आलू और टमाटर

आलू, टमाटर और मिर्च के बिना इंडियन डिश की कल्पना भी नहीं की जा सकती। यह भारतीय व्यंजनों के बेहद प्रमुख तत्व हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन्हें पुर्तगालियों द्वारा भारत लाया गया था। इतना ही नहीं, पुर्तगालियों ने भारत को रिफाइंड चीनी से भी परिचित कराया। उससे पहले भारतीय भोजन में फलों और शहद का उपयोग मिठास के रूप में किया जाता था।
ऐसे आई दम बिरयानी

दम बिरयानी को आज बेहद पसंद किया जाता है। भारत में चावलों की मदद से बनने वाली इस बेहतरीन डिश को एक अलग तरीके से पकाया जाता है। लेकिन क्या आप जानती हैं कि भारत में खाना पकाने की इस शैली की उत्पत्ति कैसे हुई? इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है। दरअसल, अवध के नवाब को अपने क्षेत्र में भोजन की कमी का सामना करना पड़ रहा था, इसलिए उन्होंने सभी गरीबों के लिए एक बड़ी तादाद में खाना पकाने का आदेश दिया, जिसे एक ढक्कन के साथ कवर किया और आटा के साथ सील कर दिया। जिससे मिनिमम रिसोर्स के साथ बहुत सारे भोजन पकाने में मदद मिले। लेकिन बाद में इसे खाना पकाने की एक नई शैली को जन्म दिया, जिसे अब ’दम’ के रूप में जाना जाता है।
इसे जरूर पढ़ें: Weight Loss Breakfast Recipes: ये 3 चीला रेसिपीज ब्रेकफास्ट में खाएं और वजन घटाएं
विदेशों में इंडियन रेस्टोरेंट

यूएसए में पहला भारतीय रेस्तरां 1960 के दशक के मध्य में खोला गया था। आज, अमेरिका में लगभग 80,000 भारतीय रेस्तरां हैं। वहीं, इंग्लैंड में पहला भारतीय रेस्तरां 1810 में सेंट्रल लंदन में सैक डीन महोमेद द्वारा खोला गया था।
यह है इंडियन फूड थ्योरी

भारतीय खाद्य सिद्धांत के अनुसार, हमारे भोजन के 6 अलग-अलग स्वाद हैंः मीठा, नमकीन, कड़वा, खट्टा, कसैला और मसालेदार। एक प्रॉपर भारतीय भोजन सभी 6 स्वादों का एक आदर्श संतुलन है, जिसमें एक या दो स्वाद आपको प्रमुखता से महसूस होते हैं।
अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit: freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों