एक मीठा और सुगंधित बेल का फल मुख्य रूप में उत्तर और दक्षिण-पूर्व एशिया में अधिक मिलता है। भारत में इस मौसमी फल को मुख्य रूप से शरबत या फिर ऐसे में ही खाना पसंद करते हैं। ये जितना स्वादिष्ट होता है, उतना ही शरीर के लिए हेल्दी भी होता है। कई लोग गर्मी के मौसम में पेट ख़राब होने पर भी इसका सेवन करते हैं।
गर्मियों के मौसम के अधिक डिमांड होने के चलते कई बार मार्केट में पके बेल का फल नहीं मिलता है। अगर मिलता भी है, तो तजा नहीं मिलता है। ऐसे में दूसरा विकल्प है, खुद से कच्चे बेल को घर पर पकाया जाए। आज इस लेख में हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप आसानी से कच्चे बेल को पका सकती हैं। घर पर पके ये बेल यक़ीनन बाज़ार से भी अधिक लगेंगे टेस्टी। तो आइए इन टिप्स के बारे में जानते हैं।
कार्बाइड से पकाए कच्चा बेल
शायद आपको मालूम हो। अगर नहीं मालूम है, तो आपको बता दें कि आमतौर पर कच्चे फलों को पकाने के लिए कार्बाइड पदार्थ का इस्तेमाल किया जाता है। आम, केला, आदि फलों को पकाने के लिए। ऐसे ही कच्चे बेल को पकाने के लिए आप इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके लिए सबसे पहले कच्चे बेल को पेपर में लपेटकर किसी बॉक्स में रख दीजिए। इसके बाद किसी छोटे कपड़े में कार्बाइड को बंधकर बॉक्स में रख दीजिए और ऊपर से पेपर से ढककर किसी जगह रख दीजिए। लगभग दो से तीन दिनों बाद आप देखेंगे कि कच्चे बेल पक कर तैयार है।
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पेपर और कार्टून बॉक्स का इस्तेमाल
कच्चे बेल को स्वादिष्ट तरीके से पकाने के लिए पेपर और कार्टून बॉक्स का इस्तेमाल एक आसान तरीका है। इसके लिए आप सबसे पहले बेल को पेपर में रखकर तीन से चार पेपरों में लपेट लीजिए। लपेटने के बाद टेप से पेपर के मुंह को अच्छे से बंद कर लीजिए और इसे कार्टून बॉक्स में रख दीजिए। बॉक्स के रखने के बाद भी एक से दो पेपर से ढक दीजिए और घर के किसी कोने में रख लीजिए। (कच्चे केले को घर पर इस तरह पकाएं) लगभग 48 घंटे बाद जब आप इसे खोलेंगी तो ये पका हुआ मिलेगा। ध्यान रखें बॉक्स को समय में पहले खोलकर न देखें। यह एक नेचुरल तरीका है कच्चे बेल को पकाने का।
एथिलीन का करें इस्तेमाल
जी हां, कच्चे बेल को तेजी से पकाने के लिए आप एथिलीन दवा का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। इसमें मौजूद अम्ल तेजी से किसी भी कच्चे फल को आसानी से पका देते हैं। ऐसे में कच्चे बेल को किसी पेपर या फिर सूती कपड़े में लपेटकर इसके साथ एथिलीन की दावा रख दीजिए। इसके बाद घर के किसी कोने में लगभग दो दिनों के लिए रख दीजिए। तीसरे दिन ये बेल का फल बाज़ार से भी अधिक स्वादिष्ट लगेगा।(मीठा पपीता खरीदने के 5 आसान टिप्स)
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देशी उपाय से पकाएं
अगर आप आज भी गांव और देहातों में चले जाए, तो आपको एक से एक देशी जुगाड़ मिलेगा कच्चे बेल को पकाने का। कई लोग कच्चे बेल को दो से तीन फीट जमीन के अंदर दबा देते हैं और दो से तीन तीनों बाद ये बेल पक के तैयार हो जाते हैं। एक अन्य देशी उपाय ये है कि कई लोग भूसा (गेहूं के जड़ का भाग/पराली) में रख देते हैं और लगभग दो से तीन दिनों में कच्चे बेल पक के तैयार हो जाते हैं। अन्य उपाय ये है कि कोई लोग गन्ने की पराली में भी रखकर पकाते हैं।
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Image Credit:(@freepik)
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