कहां से आया सेंधा नमक का यह नाम?

व्रत में आप सभी ने सेंधा नमक का कई रेसिपीज में इस्तेमाल किया होगा। लेकिन क्या आपको पता है कि नमक को यह नाम कैसे मिला? यदि नहीं तो चलिए जानते हैं इस लेख में... 

 

Sendha Namak health benefits

सेंधा नमक का इस्तेमाल सावन, नवरात्रि और विशेष व्रत के भोजन में किया जाता है। व्रत वाले नमक के नाम से मशहूर इस नमक का असली नाम है सेंधा नमक, जिसके बिना व्रत वाला भोजन अधूरा है। सेंधा नमक का इस्तेमाल भारत में कई तरह के आयुर्वेदिक दवा और व्रत वाले भोजन में नमकीन स्वाद के लिए किया जाता है। यह तो रही नमक के इस्तेमाल की बात, लेकिन क्या आपको पता है कि नमक को यह नाम कैसे मिला? यदि नहीं तो चलिए आज आपको इसके बारे में मास्टर शेफ रणवीर बरार की जुबानी में बता दें।

सेंधा नमक को यह नाम कैसे मिला

Origin of Sendha Namak name

सेंधा नमक का नाम उसकी विशिष्टता और उपयोग के आधार पर रखा गया है। इसे अंग्रेजी में "rock salt" कहते हैं और यह मुख्य रूप से भारत और पाकिस्तान में उपयोग होता है। सेंधा नमक के नामकरण की बाद करें तो यह सिंध या सिंधु नदी से संबंधित है। बता दें कि ऐतिहासिक रूप से पूरे उत्तर भारतीय उपमहाद्वीप में सेंधा नमक सिंध, पश्चिमी पंजाब और कोहाट से आया करता था, जो कि अब पाकिस्तान के हिस्से में है। सेंधा नमक या सैन्धव नमक सिंध या सिंधु के इलाके से आया है। सेंधा नमक को लाहौरी नमक भी कहा जाता है, क्योंकि यह अक्सर लाहौर से होते हुए भारत आता था और पूरे देश में बेचा जाता था।

सेंधा नमक का उपयोग:

भारत में, सेंधा नमक का उपयोगविशेष रूप से उपवास के दौरान किया जाता है। इसका इस्तेमाल अक्सर व्रत वाले भोजन बनाने के लिए किया जाता है क्योंकि यह माना जाता है कि यह नमक, नमक के अन्य किस्मों से सबसे ज्यादा शुद्ध और पवित्र होता है। इसलिए अक्सर लोग, व्रत के भोजन में साधारण नमक के बजाए सेंधा नमक का उपयोग करते हैं।

स्वास्थ्य लाभ: सेंधा नमक में विभिन्न खनिज पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माने जाते हैं। इस नमक पारंपरिक रूप से सेहत और पाचन के लिए बहुत अच्छा माना गया है। इस नमक में साधारण और काला नमक से ज्यादा पोषक तत्व और खनिज होते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद है।

सेंधा नमक की खासियत:

Meaning of Sendha Namak in Hindi

  • खनिजों की प्रचुरता: सेंधा नमक में अधिक खनिज होते हैं, जैसे कि कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम। यह खनिज हमारे सेहत के लिए बहुत जरूरी है।
  • स्वाभाविक रंग: यह आमतौर पर हल्के गुलाबी या भूरी रंग की होती है। इसके रंग को देखकर ही इस नमक को खरीदा जाता है।
  • स्वाद: इसका स्वाद साधारण नमक की तुलना में अधिक समृद्ध और शानदार होता है। सामान्य नमक जहां कई तरह के फिल्टर से गुजरकर तैयार किया जाता है, यह उससे काफी अलग होता है।
  • इस तरह से, सेंधा नमक का नाम इसके खनिजीय रूप और व्रत वाले भोजन में उपयोग से जुड़ा है और इसे भारतीय उपमहाद्वीप में विशेष महत्व प्राप्त है।

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Image Credit: freepik

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