पनीर खाने में तो बहुत स्वादिष्ट लगता है और इसे घर पर बनाना भी बहुत आसान होता है। इसकी सबसे अच्छी बात है कि इसमें काफी मात्रा में पौष्टिक तत्व होते हैं जिसके कारण इसे मीट और अंडे का विकल्प भी माना जाता है। इसलिए वेजेटेरियन्स खाने में पनीर जरूर खाते हैं। लेकिन क्या आपको इसका इतिहास मालूम है? मतलब कि पनीर कहां से आया?
कुछ लोग इसे भारत का ही बताते हैं। लेकिन ये भारत का बिल्कुल भी नहीं है। इनफैक्ट, प्राचीन भारत में तो दूध के फटने को बुरा ही माना जाता था। इसलिए भारत में पनीर बनाने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता है। हां, लेकिन वर्तमान में पनीर, भारतीय खानपान का एक अटूट हिस्सा है।
पनीर दूध को फाड़कर बनाया जाता है। इसे बनाने में ज्यादा समय नहीं लगता है। दूध को दस मिनट उबाल कर उसे फाड़ दीजिए। बाद में पनीर तैयार हो जाता है। इस कारण ही ये सबको बहुत पसंद आता है। लेकिन सवाल है कि पहली बार कच्ची पनीर कहां बनी थी? क्या पनीर भारत की ही है या फिर किसी और देश यहां आई?
बीबीसी में छपी एक रिपोर्ट की मानें तो दुनिया को पनीर बनाना पुर्तगालियों ने सिखाया है। पुर्तगाली जो पनीर बनाते थे, वो संदेश और रसगुल्ला बनाने वाले छेना की तुलना में थोड़ा खट्टा होता था। (Read More: हर किसी के मुंह में पानी ला देंगे पनीर के ये 5 पकवान)
लेकिन पुराने रिकॉर्ड बताते थे कि दक्षिण में पुर्गालियों के आने से कई सालों पहले ही उत्तर भारत में पनीर बनना शुरू हो गया था। वहां पनीर अरबों के साथ आ चुका था, जो ईरान से मसालों की तलाश में भारत आए थे।
तब पनीर भेड़ के दूध से सामान्य तौर पर बनाया जाता था जिसे तबरीज़ कहते थे। लेकिन इतिहास के पन्नों में 'अकबरनामा' से पहले पनीर के पकवान का जिक्र नहीं है। लोग इस पर सवाल भी उठाते हैं। लेकिन यह उतना ही रहस्यमयी है जितना जहांगीर से पहले केसर के बारे में कोई ज़िक्र न होना है, जबकि केसर सिकंदर के साथ भारत आया था।
अगर आपको मालूम है कि पनीर का सच्चा इतिहास तो हमें कमेंट पर जरूर बताएं।
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।