गूगल के बारे में तो आप सभी को पता होगा ऐसे में जब आज आप गूगल ओपन कर रहे हैं, तो क्या आपको भी गूगल डूडल में पानीपूरी का चित्र और पानीपूरी गेम खेलने का मौका मिल रहा होगा। अभी तक आपको पता नहीं है, तो जाइए और देखिए। क्या आप जानते हैं, कि गूगल ने डूडल पर पानीपूरी का चित्र क्यों बनाया है? यदि नहीं तो आज हम आपको गूगल के इस पानी पूरी डूडल से लेकर पानीपूरी की कहानी तक सब कुछ बताएंगे।
इस दिन साल 2015 में मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में एक रेस्तरां ने अपने ग्राहकों को 51 तरह के अलग-अलग फ्लेवर के पानी पुरी परोसे थे, जिसके बाद इन 51 तरह के फ्लेवर के लिए उनका यह रिकॉर्ड गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया था। इसे सेलिब्रेट करने के लिए गूगल ने आज अपने डूडल में पानी पूरी के चित्र के साथ-साथ पानीपूरी गेम भी लॉन्च किया है।
क्या है पानी पुरी या गोलगप्पे
पानी पुरी एक भारतीय स्ट्रीट फूड है, जो कि आटे या सूजी के क्रिस्पी पुरी, इमली या खटाई पानी और आलू के मसाले से तैयार किया जाता है। भारतीय लोगों के अलावा इस स्ट्रीट फूड के लाखों विदेशी दिवाने हैं। भारत के अलग-अलग शहरों और राज्यों में पानी पुरी को कई अलग-अलग नाम से जाना जाता है, जैसे पुचका, गोलगप्पा, गुपचुप, फुलकी, पानी पुरी आदि।
किस रेस्तरां ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था?
गूगल ने रेस्तरां के इस उपलब्धि पर या डूडल बनाया है। गूगल के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यह रेस्तरां मध्यप्रदेश के इंदौर स्थित एक रेस्तरांने अलग-अलग फ्लेवर वाले 51 तरह के पानी पुरी सर्व किया था। इंदौर स्थित एक रेस्तरां ने ग्राहकों के लिए 51 अलग-अलग स्वाद और पानी वाले गोलगप्पे सर्व किए थे।
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गूगल डूडल पर पानीपूरी गेम कैसे खेलें
पानीपूरी का यह गेम टाइमर के साथ शुरू होता है। इस गेम में आपको तेजी से पानी पुरीवेंडर की सहायता करनी होगी, वो भी ग्राहकों के टेस्ट को ध्यान में रखते हुए। ग्राहकों को पानी पूरी सर्व करने के लिए स्क्रीन पर दिए गए अलग-अलग फ्लेवर के पानी को नीचे दिए गए ऑप्शन से पिक करना है। जितना ज्यादा समय तक आप सही फ्लेवर सर्व करते रहेंगे उतनी देर तक गेम में टिके रहेंगे।
द्रौपदी ने पांडवों को खिलाई थी पानी पूरी
बता दें कि महाभारत के समय में द्रौपदी ने पानीपूरी का आविष्कार किया था। पानीपुरी के आविष्कार के पीछे कहानी यह है कि जब पांडव निर्वासन में रह रहे थे तब द्रौपदी की सास कुंती ने उन्हें बचे हुए गेहूं के आटे और आलू से कुछ ऐसा बनाने के लिए कहा जिससे पांचों पांडवों की भूख शांत हो सके। जिसके बाद द्रौपदी में आटे से पुरी और आलू का मसाला बनाकर सर्व किया था। कह सकते हैं कि महाभारत के समय से ही पानी पुरी खाई जा रही है और भारत के मशहूर स्ट्रीट फूड में से भी एक है।
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Image Credit: Freepik
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