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different types of kachori in india

भारतीय राज्यों में धूम मचाने वाली इन अलग तरह की कचौड़ियों के लें मजें

राजस्थान की कचौड़ियों ने पूरे भारत में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। चाय के साथ कचौड़ी का मजा आपने भी लिया होगा, लेकिन ये बताइए कितने तरह की कचौड़ी के बारे में जानते हैं।
Editorial
Updated:- 2023-07-07, 20:06 IST

एक अवधी व्यंजन जो राजस्थान में बड़ा लोकप्रिय हुआ और फिर जिसे भारत के बाकी राज्यों में भी अपनी साख जमाई। जी हां, हम बात कर रहे हैं फ्राइड, मसालेदार फिलिंग से भरी हुई कचौड़ियों की। इनमें प्याज, दाल और मटर की स्टफिंग की जाती है और यह इसे स्नैक के रूप में बहुत ज्यादा पसंद किया जाता है। 

राजस्थान की प्याज कचौड़ी की तरह कोटा कचौड़ी भी बहुत लोकप्रिय है। इतना ही नहीं,जोधपुर की मावा कचौड़ी की लोकप्रियता देखने लायक है। कोई जोधपुर घूमने जाए और मावा कचौड़ी न खाए, ऐसा हो ही नहीं सकता। आपने भी कचौड़ी का मजा तो लिया होगा, लेकिन कितने तरह की कचौड़ियों का स्वाद लिया है? आज चलिए जानते अलग-अलग जगहों पर मिलने वाली स्वादिष्ट कचौड़ियों के बारे में।

मावा कचौड़ी

mava kachori

आपने अगर सिर्फ प्याज और मटर की कचौड़ी खाई है, तो आपको एक बार जोधपुर जरूर जाना चाहिए। जोधपुर में मावे की कचौड़ी बहुत लोकप्रिय है। यह मसालेदार नहीं, बल्कि मीठी होती है। इसमें मावा, केसर, चीनी और ड्राई फ्रूट्स डाले जाते हैं। इस कचौड़ी को शुद्ध देसी घी में तला जाता है। ये ट्रेडिशनल रेसिपी कई सालों से जोधपुर के समृद्ध इतिहास का हिस्सा बनी हुई है। अपनी जोधपुर ट्रिप में एक बार इसका मजा लेकर जरूर देखें। 

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आलू की कचौड़ी

उत्तर प्रदेश के हर शहर में भी आपको गर्मागर्म कचौड़ी के स्टॉल नजर आएंगे। यहां भी तरह-तरह की कचौड़ियां बनाई जाती हैं। मगर सबसे ज्यादा लोकप्रिय कचौड़ी का मुख्य इंग्रीडिएंट आलू है। कई क्षेत्रों में आलू की कचौड़ी पसंद की जाती है। आलू को मसाले के साथ भूनकर मैदे की कचौड़ी में भरा जाता है और फिर तलकर इसे आलू टमाटर की सब्जी के साथ परोसा भी जाता है। कुछ लोग सब्जी के साथ दही और चटनी डालकर भी सर्व करते हैं। 

राज कचौड़ी

इस कचौड़ी को कैसे मिस कर सकते हैं। नॉर्थ इंडिया के कई क्षेत्रों में यह बहुत लोकप्रिय है। आमतौर पर बनाई गई कचौड़ियों से एकदम अलग यह चाट के रूप में परोसी जाती है। राज कचौड़ी को बीच से फोड़कर इसमें मसालेदार फिलिंग स्टफ की जाती है और फिर सेव, अनारदाना, हरा धनिया, प्याज, चाट मसाला और दही, खट्टी-मीठी चटनी के साथ इसे परोसा जाता है। वैसे तो ये संभावना कम है कि आपने कभी इसका स्वाद न लिया हो, लेकिन अगर नहीं किया तो जरूर करें।

कीमा की कचौड़ी

keema kachori

इसे लाहौरी कीमा कचौड़ी भी कहते हैं और यह ईद में बनाई जाती है। नाम सुनकर तो आपको पता चल गया होगा कि इसके अंदर नॉन-वेजिटेरियन कीमे की फिलिंग होती है। कीमा पसंद करने वालों को यह कचौड़ी भी टेस्ट करनी चागिए। इसमें मसाले भी अलग होते हैं, लेकिन स्वाद एकदम बढ़िया होता है। इसे हरी पुदीने की चटनी के साथ खाकर देखें, आप बार-बार यही खाना पसंद करेंगे।

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पनीर की कचौड़ी

राजस्थान और उत्तर प्रदेश तो कचौड़ियों का गढ़ कहा ही जाता है। यहां अन्य स्टफिंग के साथ पनीर स्टफ की हुई कचौड़ी भी बहुत पसंद की जाती है। कुछ लोग पनीर के साथ मटर भी डालते हैं और फिर उसे मसालों के साथ भूना जाता है। आप इसे गाढ़ी ग्रेवी के साथ सर्व करके खा सकते हैं। 

 

अब आप बताएं कि आपने इनमें से किस कचौड़ी का मजा लिया है और अपने अनुभव हमारे साथ शेयर जरूर करें। अगर आपको यह लेख पसंद आया तो इसे लाइक और शेयर करें। ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।

Image Credit: Freepik

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