संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज 'हीरामंडी' ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने के बाद से अपनी कहानी और किरदार को लेकर सुर्खियों में बनी हुई है। इसके बाद ही तवायफों से जुड़ी अलग और नई-नई कहानिया निकल कर सामने आ रही हैं। बाहरी दुनिया से लेकर बॉलीवुड से रिश्ता रखने वाली कई एक्ट्रेसेस के नाम सामने आ रहे हैं जो तवायफों के खानदान से रिश्ता रखती हैं। इस लिस्ट में सायरा बानो से लेकर संजय दत्त की मां नरगिस का नाम भी शामिल है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कोठे से निकलकर आई महिला हिंदी सिनेमा की पहली फिल्म प्रोड्यूसर बनी थी।
View this post on Instagram
80 और 90 के दशक में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुके संजय दत्त की मां ही नहीं बल्कि नानी मां भी पेशे से एक तवायफ थी। पहले के समय में तवायफ का असली मतलब कला से जुड़ा था। तवायफें नवाबों और अमीर खानदान के मर्दों को तहजीब, शायरी आदि सिखाया करती थी। बता दें, कि संजय दत्त की नानी जद्दनबाई एक तवायफ थी, जिनका जन्म इलाहाबाद के एक कोठे पर हुआ था। जद्दनबाई बाई की मां दलीप बाई पेशे से एक तवायफ थी। नरगिस की मां अपनी गायिका के लिए दुनियाभर में मशहूर थी। लेकिन आगे चलकर वह हिंदी सिनेमा की पहली महिला प्रोड्यूसर बनी।
इसे भी पढ़ें-कौन हैं हीरामंडी में आलमजेब का किरदार निभाने वाली अदाकारा, संजय लीला भंसाली से है गहरा कनेक्शन
साल 1857, जिस दौर में अंग्रेजों ने लखनऊ, आगरा, दिल्ली और लाहौर को अपना गुलाम बना रहे थे। उस दौरान तवायफों का बुरा वक्त शुरू हो गया था। उसके बाद तवायफों की जिंदगी में काफी बदलाव आया,उन्हें नाचने वाली कहकर बुलाया जाने लगा। इतना ही नहीं बल्कि उनके कोठे को बदनामी की नजर से देखा जाने लगा, जिसके कारण दो हुनर वाले थे वो अपने लिए काम ढूंढ़ने के लिए काम खोजने लगे। जद्दनबाई ने कोलंबिया ग्रामोफोन कंपनी के साथ कई गजले रिकॉर्ड कर चुकी थी। इसके अलावा वह शाही महफिलों में परफॉर्म करने लगी थी। साल 1933 में जद्दनबाई को फिल्म 'राजा गोपीचंद' में काम करने का मौका। इसमें उन्होंने मां का किरदार निभाया था। इस फिल्म के बाद 'प्रेम परीक्षा' और 'सेवा सदन' जैसी कई फिल्मों में काम किया। कुछ समय के बाद जद्दनबाई ने अपना प्रोडक्शन हाउस 'संगीत फिल्म्स' शुरू किया। फिल्म प्रोड्यूसर बनने के साथ म्यूजिक कंपोजर भी बन गई थी।
View this post on Instagram
संजय दत्त की मां नरगिस दत्त को फिल्म इंडस्ट्री में लाने वाली उनकी मां जद्दनबाई थी। नरगिस ने अपनी मां की फिल्म 'तलाश-ए-इश्क' में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम किया था।
इसे भी पढ़ें-आखिर क्यों संजय दत्त ने किया था अमिताभ बच्चन के साथ काम करने से इनकार
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आपको यह लेख अच्छा लगा तो इसे शेयर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ
आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! हमारे इस रीडर सर्वे को भरने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। इससे हमें आपकी प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। यहां क्लिक करें
Image credit-Imdb, Instagram
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।