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हिंदी सिनेमा की पहली महिला प्रोड्यूसर, संजय दत्त से रखती हैं खास नाता

'हीरामंडी' सीरीज रिलीज होने के बाद&nbsp; से हर तरफ तवायफों से जुड़ी कहानियां चर्चा में बनी हुई है। क्या आपको पता है कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की पहली महिला प्रोड्यूसर एक तवायफ थी।&nbsp; <div>&nbsp;</div>
Editorial
Updated:- 2024-05-22, 10:49 IST

संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज 'हीरामंडी' ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने के बाद से अपनी कहानी और किरदार को लेकर सुर्खियों में बनी हुई है। इसके बाद ही तवायफों से जुड़ी अलग और नई-नई कहानिया निकल कर सामने आ रही हैं। बाहरी दुनिया से लेकर बॉलीवुड से रिश्ता रखने वाली कई एक्ट्रेसेस के नाम सामने आ रहे हैं जो तवायफों के खानदान से रिश्ता रखती हैं। इस लिस्ट में सायरा बानो से लेकर संजय दत्त की मां नरगिस का नाम भी शामिल है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कोठे से निकलकर आई महिला हिंदी सिनेमा की पहली फिल्म प्रोड्यूसर बनी थी। 

पहली महिला प्रोड्यूसर का संजय दत्त से खास रिश्ता

 

 

 

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80 और 90 के दशक में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुके संजय दत्त की मां ही नहीं बल्कि नानी मां भी पेशे से एक तवायफ थी। पहले के समय में तवायफ का असली मतलब कला से जुड़ा था। तवायफें नवाबों और अमीर खानदान के मर्दों को तहजीब, शायरी आदि सिखाया करती थी। बता दें, कि संजय दत्त की नानी जद्दनबाई एक तवायफ थी, जिनका जन्म इलाहाबाद के एक कोठे पर हुआ था। जद्दनबाई बाई की मां दलीप बाई पेशे से एक तवायफ थी। नरगिस की मां अपनी गायिका के लिए दुनियाभर में मशहूर थी। लेकिन आगे चलकर वह हिंदी सिनेमा की पहली महिला प्रोड्यूसर  बनी।

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साल 1933 में बदली जद्दनबाई की किस्मत

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साल 1857, जिस दौर में अंग्रेजों ने लखनऊ, आगरा, दिल्ली और लाहौर को अपना गुलाम बना रहे थे। उस दौरान तवायफों का बुरा वक्त शुरू हो गया था। उसके बाद तवायफों की जिंदगी में काफी बदलाव आया,उन्हें नाचने वाली कहकर बुलाया जाने लगा। इतना ही नहीं बल्कि उनके कोठे को बदनामी की नजर से देखा जाने लगा, जिसके कारण दो हुनर वाले थे वो अपने लिए काम ढूंढ़ने के लिए काम खोजने लगे। जद्दनबाई ने कोलंबिया ग्रामोफोन कंपनी के साथ कई गजले रिकॉर्ड कर चुकी थी। इसके अलावा वह शाही महफिलों में परफॉर्म करने लगी थी। साल 1933 में जद्दनबाई को फिल्म 'राजा गोपीचंद' में काम करने का मौका। इसमें उन्होंने मां का किरदार निभाया था। इस फिल्म के बाद  'प्रेम परीक्षा' और 'सेवा सदन' जैसी कई फिल्मों में काम किया। कुछ समय के बाद जद्दनबाई ने अपना प्रोडक्शन हाउस 'संगीत फिल्म्स'  शुरू किया। फिल्म प्रोड्यूसर बनने के साथ म्यूजिक कंपोजर भी बन गई थी।

नरगिस ने किया था चाइल्ड आर्टिस्ट रोल में काम

 

 

 

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संजय दत्त की मां नरगिस दत्त को फिल्म इंडस्ट्री में लाने वाली उनकी मां जद्दनबाई थी। नरगिस ने अपनी मां की फिल्म 'तलाश-ए-इश्क' में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम किया था।

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