Dev Anand's 100th Birth Anniversary: आज है देव आनंद की बर्थ एनिवर्सरी, उनकी याद में फिल्म फेस्टिवल का हुआ आयोजन

देव आनंद की 100वीं बर्थ एनिवर्सरी पर उनकी याद में उनकी कई शानदार फिल्में दिखाई गईं। देव आनंद ने अपने फिल्मी करियर में 100 से अधिक फिल्मों में काम किया और कई अवॉर्ड्स भी जीते।

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देव आनंद को अगर फिल्मी दुनिया का पहला एवरग्रीन और रोमाटिंक हीरो कहा जाए तो बिल्कुल गलत नहीं होगा। गले में मफलर, काला कोट, चेहरे से अदायगी और डायलॉग डिलीवरी का अनोखा अंदाज, देव साहब की बात ही कुछ और थी। उनकी सफेद कमीज और काले कोट के स्टाइल का जादू तो कुछ इस तरह चला था कि रिपोर्ट्स के अनुसार, कोर्ट ने सार्वजनिक स्थानों पर उनका काला कोट पहनना बैन कर दिया था। आज देव साहब की 100वीं बर्थ एनिवर्सरी है। यूं तो वह आज हमारे बीच में नहीं हैं लेकिन फैशन आइकॉन और लीजेंड्री एक्टर देव साहब का जादू हमेशा फैंस के दिलों पर अपना असर करता रहेगा। उनकी याद में इस वीकेंड पर एक खास फिल्म फेस्टिवल का आयोजन भी किया गया।

देव साहब की याद में आयोजित हुआ था फिल्म फेस्टिवल

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देव आनंद की 100वीं जयंती को सेलिब्रेट करते हुए फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन (एफएचएफ) की तरफ से एक फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया गया। इसमें स्टार आइकॉन देव साहब की कई फिल्में भी दिखाई गई। इनमें 'हम दोनों', 'तेरे घर के सामने', 'सीआईडी', 'गाइड' जैसी फिल्में शामिल हैं। यह सेलिब्रेशन 2 दिन 23-24 सितंबर को चला और इसमें देशभर के 30 शहरों के 55 सिनेमा हॉल में ये फिल्में प्रदर्शित की गईं।

देवानंद का सफर

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देव आनंद का फिल्मी सफर, उनका ऑरा कमाल का रहा। उन्होंने अपने करियर में लगभग 100 फिल्में कीं। इन फिल्मों में उनकी एक्टिंग, हीरोइन्स के साथ उनकी केमिस्ट्री और फिल्म के गानों की काफी तारीफ हुआ करती थी। 3 दिसंबर 2011 को देव आनंद साहब ने इस दुनिया से विदा ली। उनके इस दुनिया से विदा लेने के लगभग 2 महीने बाद उनकी आखिरी फिल्म चार्जशीट रिलीज हुई। इस फिल्म को उन्होंने डायरेक्ट और प्रोड्यूस किया था।

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देवानंद को ऐसे मिली थी पहली फिल्म

बॉम्बे में स्ट्रगल करने के दौरान देव आनंद को बलराज साहनी के एक नाटक के लिए रोल मिला। उन्हें जो दस लाइन का डायलॉग बोलना था, देव आनंद ने उसे पूरी रात याद किया लेकिन सुबह रिहर्सल में वह इसे सही से नहीं बोल पाए इसलिए उन्हें नाटक से निकाल दिया गया। बाद में उन्होंने निर्माता पीएल संतोषी जो कि अपनी फिल्म 'हम एक हैं' के लिए एक नया चेहरा ढूंढ रहे थे, उनके सामने देव आनंद ने यह डायलॉग सुना दिया और उन्हें फिल्म हासिल हो गई।

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Image Credit: Social Media

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