क्या आप डार्क सर्कल्स से परेशान हैं?
क्या आंखों की झुर्रियों से खूबसूरती कम हो गई है?
क्या सुबह के समय आंखों के आस-पास सूजन दिखाई देती है?
तो अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि आपकी इन 3 और आंखों से जुड़ी 2 और अन्य समस्याओं के इलाज के लिए आप खीरे का इस्तेमाल कर सकती हैं।
जी हां खीरा हेल्दी प्राकृतिक फूड में से एक है। इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है, लगभग 95% पानी होता है और विटामिन के, सी, और बी, फ्लेवोनोइड्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। रोजाना अपनी डाइट में खीरे को शामिल करने से आपको कई दीर्घकालिक स्वास्थ्य लाभ पा सकती हैं। इतना ही नहीं, त्वचा और आंखों के लिए ब्यूटी ट्रीटमेंट में इस सूदिंग वेजी को बेहद पसंद किया जाता है। खीरे में माइल्ड स्किन लाइटिंग गुण और कूलिंग प्रभाव होता है। जब थकी हुई आंखों पर और उसके आस-पास उपयोग किया जाता है तो यह एक सरल लेकिन प्रभावी उपचार समाधान साबित होता है। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको आंखों से जुड़ी 5 समस्याओं के समाधान के लिए खीरे का इस्तेमाल करने का तरीका बता रहे हैं।
डार्क सर्कल्स
डार्क सर्कल्स आमतौर पर नींद की कमी, खराब पोषण, आनुवंशिक कंडीशन, चोट और यूवी प्रकाश के अत्यधिक संपर्क जैसे कारकों की प्रतिक्रिया के रूप में आंखों के नीचे मेलेनिन उत्पादन में वृद्धि का परिणाम है। खीरा मेलेनिन के लेवल को कम करके त्वचा को हल्का दिखाकर ऐसे डार्क सर्कल्स को कम करने के लिए अच्छी तरह से काम करता है।
इस्तेमाल का तरीका
- खीरे के स्लाइस को अपनी आंखों पर 10–15 मिनट के लिए रखें।
- आप चाहे तो खीरे के रस को सीधे पलकों और आंखों के आस-पास की त्वचा पर लगाएं।
- इस उपाय का इस्तेमाल तब तक करें जब तक कि डार्क सर्कल्स हल्के न होने लगें।
- डार्क सर्कल्स को स्थायी रूप से कम करने के लिए, खीरे का उपयोग करने के अलावा अपनी डाइट और सोने की आदतों में बदलाव करके अपनी त्वचा को हेल्दी होने दें।
पफीनेस
वॉटर रिटेंशन के कारण आंखों के आस-पास पफीनेस की समस्या देखने को मिलती है, जो आमतौर पर अपर्याप्त पानी की खपत के कारण होती है। खीरा इस समस्या से राहत दिलाने के लिए बेहद कारगर है क्योंकि इसमें पानी और विटामिन सी जैसे एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं।
इस्तेमाल का तरीका
- प्रत्येक आंख पर 15 मिनट के लिए खीरे के ठंडे स्लाइस रखें।
- आप चाहे तो अपनी आंखों पर रिलैक्सिंग प्रभाव डालने के लिए इस ठंडे खीरे को कद्दूकस करके लगाएं।
आंखों की झुर्रियां
खीरा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता हैं, जो हानिकारक फ्री रेडिकल्स से लड़ता है और आपकी त्वचा को झुर्रियों जैसे उम्र बढ़ने के प्रभाव से बचाता है। यह आपकी त्वचा को हाइड्रेट और टाइट करता हैं, क्रोज-फीट की शुरुआत को रोकता है। यह ऐसी झुर्रियां हैं जो आंखों के बाहरी कोनों पर दिखाई देती हैं। .
इस्तेमाल का तरीका
- ताजे खीरे का जूस बना लें।
- इस जूस को त्वचा के प्रभावित हिस्से पर लगाएं।
- तब तक इसे लगाएं जब तक आपको इनमें कोई परिवर्तन दिखाई न दें।
सेल्युलाईट
खीरा एक प्राकृतिक टोनर के रूप में अच्छी तरह से काम करता है और प्रोटीन इलास्टिन के टूटने को रोक सकता है, जिससे आपकी त्वचा की लोच बनाए रखने में मदद मिलती है। खीरे का नियमित रूप से उपयोग करने से सेल्स के नवीनीकरण में मदद मिलती है और प्रोटीन कोलेजन के उत्पादन में तेजी आती है जो त्वचा की मजबूती और संरचना के लिए महत्वपूर्ण है। नतीजतन, आपकी त्वचा में सेल्युलाईट होने की संभावना कम होती है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसके परिणामस्वरूप त्वचा के नीचे फैट जमा होने के कारण त्वचा का रंग फीका पड़ जाता है।
इस्तेमाल का तरीका
- खीरे के अर्क को नियमित रूप से पलकों और आंखों के आसपास की त्वचा पर लगाएं।
अंडर-आई बैग्स और सूजन
आंखों के नीचे बैग ढीली त्वचा और सूजन का एक कॉम्बिनेशन है जो अक्सर लसीका द्रव के निर्माण के कारण होता है, जो आमतौर पर अल्कोहल लेने और बढ़ती उम्र के परिणामस्वरूप होता है। हालांकि, अन्य अज्ञात समस्याएं हो सकती हैं जो इस स्थिति को ट्रिगर कर सकती हैं। खीरा इस समस्या का एक अस्थायी समाधान पेश कर सकता है क्योंकि इसके कूलिंग और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण लसीका द्रव को निकालने, सूजन को कम करने और आई बैग्स उपस्थिति को कम करने में मदद कर सकते हैं।
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इस्तेमाल का तरीका
- ताजे खीरे का पेस्ट बना लें।
- आप चाहे तो पेस्ट में लैवेंडर या कैमोमाइल जैसी जड़ी-बूटियां भी मिला सकती हैं।
- पेस्ट को प्रभावित जगह पर लगाएं और 4-5 मिनट के लिए छोड़ दें।
अगर इस उपाय को आजमाने के बाद भी आंखों के नीचे के नीचे बैग्स कुछ समय तक बने रहते हैं, तो किसी अंतर्निहित समस्या की जांच के लिए किसी आई स्पेशलिस्ट से सलाह लें।
आंखों की इस तरह की समस्याओं के इलाज के लिए आज से ही खीरे का इस्तेमाल शुरू कर दें। लेकिन अगर आपको बिना किसी राहत के दर्दनाक लक्षणों का अनुभव होता है, तो अधिक गंभीर समस्याओं से बचने के लिए किसी आई स्पेशलिस्ट से जांच करवाएं। इसके अलावा यह सारे उपाय इस्तेमाल करने से पहले एक बार पैच टेस्ट जरूर कर लें। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।
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Image Credit: Freepik.com
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