आमतौर पर जब मेकअप की बात होती है तो महिलाएं कंटूरिंग या हाईलाइटिंग की ही बात करती हैं। लेकिन कलर करेक्टर के बारे में कम ही महिलाएं जानती हैं। हालांकि यह भी मेकअप का एक अहम् हिस्सा है। जहां हाईलाइटर आपके चेहरे के बेस्ट फीचर्स को हाईलाइट करने का काम करता है, वहीं कंटूरिंग के जरिए आप अपने चेहरे को काफी हद तक थिन दिखा सकती हैं। लेकिन अगर बात स्किन डिस्कलरेशन की हो तो उस समय शायद आपको समझ ना आए कि आप क्या करें। कंसीलर की मदद से आप अपने डार्क सर्कल्स और डार्क स्पॉट्स तो छिपा सकती हैं, लेकिन स्किन डिस्कलरेशन में यह आपके बहुत अधिक काम नहीं आ पाता। ऐसे में जरूरत पड़ती है कि आप लीक से हटकर कुछ सोचें।
इस स्थिति में कलर करेक्टर का इस्तेमाल करना सबसे अच्छा माना जाता है। यह आपके स्किन डिस्कलरेशन को न्युट्रिलाइज करके फाउंडेशन को एक इवन बेस प्रदान करता है। यही कारण है कि मेकअप एक्सपर्ट और आम महिलाओं के मेकअप में आपको अंतर देखने को मिलता है। मार्केट में कलर करेक्टर कई ब्रांड्स व कलर में मौजूद हैं। ऐेसे में सही कलर करेक्टर को चुनना आपके लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है। तो चलिए आज हम आपको बता रहे हैं कि कलर करेक्टर खरीदने से पहले आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
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हर किसी को नहीं है जरूरत
अमूमन कलर करेक्टर खरीदने से पहले महिला के दिमाग में यही आता है कि क्या उन्हें कलर करेक्टर खरीदना चाहिए या फिर वह इसे किस तरह यूज कर सकती हैं। तो मैं आपको बता दूं कि हर महिला को कलर करेक्टर की जरूरत नहीं होती। अगर आपके डार्क सर्कल्स हैं तो यकीनन कलर करेक्टर आपके काफी काम आ सकता है। इसके अलावा स्किन डिसकलरेशन की समस्या फिर चाहे स्किन पैची हो या फिर आंख और मुंह के आसपास ग्रीन-ग्रे पिगमेंटेशन, मुँहासे के निशान या पीलेपन के पैच कलर करेक्टर यकीनन आपके काम आएगा। इसके अलावा अगर आप लाइट से मीडियम कवरेज के लिए कंसीलर और फाउंडेशन का इस्तेमाल करती हैं तो भी कलर करेक्टर इस्तेमाल करना आपके लिए अच्छा आईडिया हो सकता है।
जाने सही इस्तेमाल
अगर आप कलर करेक्टर खरीदना चाहती हैं तो आपको अपनी स्किन प्रॉब्लम्स को जानने के साथ-साथ यह भी पता होना कि कौन सा कलर करेक्टर किस तरह काम करता है। तभी आप अपने लिए बेस्ट कलर करेक्टर चुन पाएंगी। जहां ग्रीन कलर करेक्टर चेहरे की रेडनेस को खत्म करता है, वहीं ऑरेंज ब्लू-टोन डार्क सर्कल और स्पॉट को बेअसर करता है। इसी तरह, येलो कलर करेक्टर ग्रे डलनेस और पर्पल नसों के कलर को बेअसर करता है। इसके अलावा अगर आपकी डीप स्किन टोन है और आप डार्क सर्कल्स और स्पॉट्स को बेअसर करना चाहती हैं तो आपको रेड कलर करेक्टर का इस्तेमाल करना चाहिए।
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डार्क स्किन के लिए बेस्ट हैं पीची-ऑरेंज कलर करेक्टर
अमूमन महिलाएं lilac या पेल पिंक कलर करेक्टर को अपने मेकअप किट में शामिल करती है। यह येलो स्किन टोन की महिलाओं के चेहरे के sallowness को छिपाने में मदद करता है। इसलिए यह paler skin के लिए काफी अच्छे माने जाते हैं। लेकिन अगर आपकी स्किन डस्की से डार्क है तो ऐसे में आपको इन कलर करेक्टर का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। अगर आप इस कलर करेक्टर का इस्तेमाल करती हैं तो इससे आपकी स्किन ashy और चाक जैसी दिखती है। ऐसी स्किन टोन की महिलाओं के लिए पीची-ऑरेंज कलर करेक्टर का इस्तेमाल करना ज्यादा अच्छा रहता है। इसलिए अगर आपकी स्किन टोन डार्क है तो आपको पीची-ऑरेंज कलर करेक्टर का इस्तेमाल करना चाहिए।
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Image Credit:(@freepik)
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