स्किन केयर से जुड़े इन 3 मिथ्‍स पर न करें भरोसा

स्किन को नुकसान से बचाने के लिए महिलाओं को स्किनकेयर से जुड़े इन मिथ्‍स पर कभी भी भरोसा नहीं करना चाहिए।  

skin care myths by expert

स्किन केयर पिछले कुछ वर्षों में पहले से कहीं अधिक सुर्खियों में है। इसका एक प्रमुख कारण जीवनशैली, ब्‍यूटी और फैशन से संबंधित हमारे रोजमर्रा के विकल्पों के बारे में अधिक विचारशील दृष्टिकोण की ओर बदलाव है।

ज्यादातर महिलाएं शाइनी और साफ त्वचा चाहती हैं, लेकिन त्वचा का स्वास्थ्य सिर्फ अच्छा दिखने से कहीं ज्यादा है। आपकी त्वचा आपके शरीर का सबसे बड़ा और सबसे अधिक दिखाई देने वाला अंग है। कुछ महिलाएं सोचती हैं कि इससे देखभाल करना आसान हो जाता है, लेकिन बहुत से महिलाएं अभी भी पुरानी चीजों को फॉलो करती हैं और स्किन केयर से जुड़ी मिथ पर विश्वास करती हैं।

अगर आप भी उनमें से एक है, तो आज हम आपको ऐसे कुछ स्किन केयर मिथ्‍स के बारे में बता रहे हैं, जिन पर भरोसा करने से ज्‍यादातर महिलाओं को बचना चाहिए। क्‍योंकि इससे आपकी स्किन को नुकसान हो सकता है। इसके बारे में जोली स्किन क्लिनिक की डर्मेटोलॉजिस्ट और फाउंडर डॉक्‍टर निरुपमा जी बता रही हैं।

स्किन केयर मिथ नंबर-1

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मिथ:अगर बाहर धूप नहीं है तो आपको सनस्क्रीन की जरूरत नहीं है।

सच: चूंकि हम में से अधिकांश लोग लैपटॉप और मोबाइल स्क्रीन के सामने घंटों बिताते हैं, इसलिए यह आवश्यक है कि घर पर भी सनस्क्रीन लगाया जाए। हालांकि, इस तरह की रोशनी से सनबर्न नहीं हो सकता है, लेकिन इससे त्वचा को नुकसान होता है।

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स्किन केयर मिथ नंबर- 2

मिथ:यदि आपको बैग या डार्क सर्कल्‍स दिखाई नहीं देते हैं तो आपको आई क्रीम की आवश्यकता नहीं है।

सच: यहां तक कि अगर आप अभी तक अपनी आंखों के आस-पास उम्र बढ़ने के कोई स्पष्ट लक्षण नहीं दिख रहे हैं, तो आई क्रीम का उपयोग शुरू करना कभी भी जल्दी नहीं है।

आपकी आंखों के आस-पास की त्वचा आपके चेहरे के बाकी हिस्सों की तुलना में पतली और अधिक नाजुक होती है, इसलिए यह पहले उम्र बढ़ने के लक्षण दिखाती है।

स्किन केयर मिथ नंबर- 3

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मिथ:अगर आपकी त्वचा ऑयली है, तो आपको मॉइश्चराइजर की आवश्यकता नहीं है।

सच: यदि आपकी ऑयली त्वचा है, तब भी आपको चेहरा साफ करने के बाद मॉइश्चराइज करने की आवयकता होती है। प्रदूषण, यूवी किरणें और अत्यधिक सफाई जैसे बाहरी कारक ऑयली त्वचा की नमी बाधा को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे नमी का नुकसान हो सकता है और तेल उत्पादन में वृद्धि हो सकती है।

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इसका अर्थ यह है कि यदि आप उस नमी को प्रतिस्थापित नहीं करती हैं, तो आप और भी शाइनी दिखेंगी। यदि आपका मन हो तो हल्के, ऑयल-फ्री वॉटर-बेस मॉइश्चराइजर का विकल्प चुनें।

अगर आप भी इन मिथ पर भरोसा करके अपनी स्किन केयर करती हैं, तो सच जानने के बाद आपको इनसे बचना चाहिए। यह आर्टिकल आपको कैसा लगा? हमें फेसबुक पर कमेंट करके जरूर बताएं। ऐसी ही और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।

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Image Credit: Shutterstock.com

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