जब स्किन केयर रूटीन की बात हो तो सिर्फ त्वचा को क्लीन करना या फिर उसे मॉइश्चराइज करना ही पर्याप्त नहीं होता। हर महिला को एक्सफोलिएशन को भी अपने स्किन केयर रूटीन का हिस्सा बनाना चाहिए। दरअसल, फेस वॉश करने से केवल चेहरे पर मौजूद उपरी गंदगी ही दूर होती है, जबकि स्किन को स्क्रब करने से डेड स्किन सेल्स भी बाहर निकल जाती है, जिससे आपकी स्किन रिजुविनेट होती है।
इतना ही नहीं, इससे आपको अनइवन स्किन टोन की समस्या से छुटकारा मिलता है और आपकी स्किन पहले से कहीं अधिक सॉफ्ट व ब्यूटीफुल नजर आती है। लेकिन एक्सफोलिएशन से होने वाले लाभों का फायदा आपकी स्किन को तभी मिलता है, जब आप उसे सही तरह से एक्सफोलिएट करें और स्किन को स्क्रब करते समय कुछ मिथ्स से दूर रहें। तो चलिए आज हम आपको स्किन एक्सफोलिएशन से जुड़े कुछ पॉपुलर मिथ्स और उनकी सच्चाई के बारे में बता रहे हैं-
मिथ 1- जब स्किन में नजर आए ड्राईनेस तब करें एक्सफोलिएट
सच्चाई- आमतौर पर महिलाएं मानती हैं कि जब स्किन में ड्राईनेस या फ्लेकीनेस नजर आए, तभी आपको स्किन को एक्सफोलिएट करना चाहिए, क्योंकि यह आपके चेहरे पर डेड स्किन सेल्स जमा होने का संकेत है। लेकिन यह सिर्फ एक मिथक है। स्किन को एक्सफोलिएट करने के लिए आपको किसी तरह के स्किन केयर इश्यू का इंतजार करने की जरूरत नहीं है। एक्सफोलिएंट्स का उपयोग आपकी त्वचा को मुंहासों से बचाने से लेकर उसे चमकदार बनाने के लिए किया जा सकता है। ऐसे में आप सप्ताह में एक बार अपनी स्किन को एक्सफ़ोलिएट करने की शुरूआत करें।
मिथ 2- आपको हर दिन एक्सफोलिएट करना चाहिए
सच्चाई- वहीं कुछ महिलाएं मानती हैं कि उन्हें अपनी स्किन को हर दिन एक्सफोलिएट करना चाहिए। हालांकि यह आपके एक्सफ़ोलिएटर के प्रकार और आपकी त्वचा के टाइप पर निर्भर करता है। लेकिन हर दिन स्किन को एक्सफोलिएट करने की सलाह नहीं दी जाती है, क्योंकि ऐसा करने से दो एक्सफोलिएटिंग सेशन के बीच आपकी स्किन को हील होने का मौका नहीं मिलेगा। जिससे आपकी स्किन में अधिक इरिटेशन होगी। बेहतर होगा कि आप सप्ताह में दो या ज्यादा से ज्यादा तीन बार ही एक्सफोलिएट करें। वहीं अगर आपकी स्किन सेंसेटिव है तो सप्ताह में एक बार स्किन को स्क्रब करना पर्याप्त है।
मिथ 3- स्किन का नेचुरल मॉइश्चर छीन लेता है एक्सफोलिएशन
सच्चाई- यह एक्सफोलिएशन को लेकर एक बेहद आम मिथ है, जिस पर महिलाएं भरोसा करती हैं। दरअसल, जब आप स्किन को एक्सफोलिएट करती हैं तो स्किन में हल्का रूखापन व टाइटनेस महसूस होती है। हालांकि ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि एक्सफोलिएशन से आपके स्किन पर मौजूद डेड स्किन सेल्स हट जाते हैं और नई स्किन हल्की ड्राई महसूस हो सकती है। ऐसे में एक्सफोलिएशन के बाद स्किन को मॉइश्चर करना जरूरी है। याद रखें कि स्किन का मॉइश्चर लेवल ऑयल प्रॉडक्शन और स्किन के हाइड्रेशन लेवल पर निर्भर करता है, एक्सफोलिएशन आपकी स्किन से मॉइश्चर नहीं छीनता है।
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मिथ 4- चेहरे पर किया जा सकता है बॉडी एक्सफोलिएटर का इस्तेमाल
सच्चाई- कुछ महिलाएं अपने चेहरे व बॉडी के लिए अलग-अलग एक्सफोलिएटर खरीदने की कोई जरूरत नहीं समझतीं, क्योंकि उन्हें लगता है कि वह बॉडी एक्सफोलिएटर का इस्तेमाल चेहरे पर कर सकती हैं। जबकि ऐसा नहीं है। आपके चेहरे की त्वचा विशेष रूप से आपकी आंखों के आसपास का एरिया शरीर का सबसे संवेदनशील पार्ट है, इसलिए आपको अतिरिक्त देखभाल के साथ अपने चेहरे की त्वचा की केयर करनी चाहिए। आपकी बॉडी की स्किन अधिक थिक होती है और इसलिए बॉडी के लिए बनाए गए एक्सफोलिएटर आपके चेहरे पर हार्श हो सकते हैं और उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं।
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