आज के दौर में खुद को खूबसूरत तरीके से पेश करना महिलाओं के लिए काफी अहम हो गया है। खासतौर पर वर्किंग महिलाओं के लिए यह एक जरूरत बन गया है। लेकिन अच्छा मेकअप करने के लिए इसकी बारीकियों से वाकिफ होना बहुत जरूरी है। मेकअप में हाईलाइटिंग एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके जरिए चेहरे की खूबसूरती बढ़ाई जाती है। हाईलाइटिंग के लिए 5 प्रोसेस होती हैं, लेकिन उनके बारे में जानने से पहले इस बात पर गौर करना जरूरी है कि चेहरे के बाकी हिस्सों की contouring कैसे की जाए। इसके लिए आपको चेहरे के उभरे हुए हिस्सों और निचले हिस्सों की बनावट समझने की जरूरत है जैसे कि नाक, ठोड़ी आदि। यहां पर सुंदरता का बैलेंस बनाए रखने पर भी ध्यान देने की जरूरत होगी। आप ये सभी प्रोसेस शुरू करें, उससे पहले आपको यह देखना चाहिए कि आप कौन सा मेकअप प्रोडक्ट यूज करने जा रही हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बिना मेकअप प्रोडक्ट्स के ये सारी ट्रिक्स किसी काम की नहीं हैं। इसीलिए आज मैं आपको कुछ बेसिक पॉइंट्स बताने जा रही रही हूं, जिन्हें मेरी मेकअप एकेडमी Star Salon & Academy में भी फॉलो किया जाता है।
अच्छा मेकअप करने के लिए आपके पास हाईलाइटर और contouring बेस होना चाहिए। इस प्रक्रिया को आप फाउंडेशन बेस और ब्लश ऑन के दौरान पूरा कर सकती हैं। आप अपने चेहरे को contour और हाईलाइट करने के लिए लिक्विड बेस या फिर पाउडर बेस का इस्तेमाल कर सकती हैं। ये प्रॉडक्ट्स अलग-अलग तरह की फॉर्म में आते हैं। जैसे कि ब्लश केक, बॉल, स्टिक या पाउडर फॉर्म में आते हैं। ये प्रोडक्ट्स बाजार में अलग-अलग तरह से मिलते हैं, जिन्हें contouring और highlighting kit के तौर पर जाना जाता है।
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चेहरे पर हाईलाइट और contouring के दौरान इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि त्वचा का कॉम्प्लेक्शन कैसा है। चाहें आप एशियन हों या फिर यूरोपियन मूल की हों, आपकी स्किन टोन के हिसाब से आपकी किट भी बदल जाएगी। अगर एशियन और इंडियन स्किन की बात करें तो आपको यह समझने की जरूरत है कि आपका अंडर बेस क्या है। यह आपकी स्किन टोन है। कुछ महिलाओं की स्किन टोन गुलाबी होती है, कुछ की थोड़ी पीली और कुछ की हल्की नीली।
कॉम्प्लेक्शन और अंडरबेस दो अलग-अलग चीजें हैं। कॉम्प्लेक्शन आपकी त्वचा का ऊपरी रंग होता है जैसे कि गोरा या सांवला, वहीं अंडर बेस त्वचा का भीतरी कलर होता है जैसे कि साफ रंग की अंडनटोन गुलाबी हो सकती है या फिर थोड़ा पीलापन लिए हुए हो सकती है। गेंहुए और डार्क कॉम्पलेक्शन वाली त्वचा में भी यह चीज देखने को मिल सकती है। Contouring को sculpting का भी हिस्सा माना जाता है। आप मेकअप के जरिए पूरे चेहरे को sculpult कर सकती हैं यानी कि डेफिनेट लुक दे सकती हैं। इसके लिए आपको यह पता होना होना चाहिए कि चेहरे के किन हिस्सों को ब्लशेज, पफ्स और पाउडर से हाईलाइट और contour करना है। इसमें पिगमेंट के आधार पर फर्क होगा, जो पिंक या पर्पल टोन वाली होती हैं। इसीलिए आपको ऐसा पिगमेंट चुनना चाहिए, जो आपके अंडरबेस को सबसे अच्छा कंट्रास्ट देता है। इसके लिए आप कलर व्हील देख सकती हैं, यह एक चार्ट होता है, जिससे contouring के लिए कलर्स को समझा जा सकता है।
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चेहरे पर हिल्स और वैली एरिया होते हैं। वैली एरिया वे होते हैं जो भीतर की तरफ होते हैं, वहीं हिल्स उभरे हुए pointed areas होते हैं, जैसे कि नाक के सामने का हिस्सा और इसके साइड वाले हिस्से वैली में आते हैं। आपको हिल वाले हिस्से को उभारने की जरूरत होती है और वैली वाले हिस्से को थोड़ा डल करने की जरूरत है। इस पैटर्न को फॉलो करते हुए होंठों को उभारें। इस दौरान होठों को हाईलाइट करने की जरूरत होगी, ताकि वे उभरे हुए नजर आएं। दूसरा आपको jawline पर भी काम करने की जरूरत पड़ेगी। Jawline से आपके चेहरे का लुक बदल जाता है, इसीलिए jawline sculpting बहुत अहम मानी गई है। इससे आपको यंग लुक पाने में भी मदद मिलती है। स्किन केयर के लिए कैसे करें पुदीना का इस्तेमाल
पार्टी और क्लब्स में जाते हुए चेहरे पर कई तरह की लाइट्स पड़ती हैं, जिससे चेहरे के अलग-अलग हिस्से हाईलाइट होते हैं। इसके लिए खास तरह के प्रोडक्ट्स आते हैं, जिनके जरिए आप अपने tipping point जैसे कि नाक, ठोड़ी, एंपल जोन आदि। इन एरिया पर लाइट ज्यादा पड़ती है, इसीलिए इन्हें shine the strobe light भी कहा जाता है।
चेहरे के tipping points को उभारने के साथ दूसरे हिस्सों पर भी वर्क करने की जरूरत पड़ती है, जहां शैडो पड़ती है। ऐसा इसलिए क्योंकि चेहरे के एक हिस्से पर लाइट पड़ने के दौरान दूसरा हिस्सा छाया में रहता है। आप जहां पर strobe light वाला मेकअप करती हैं, उसके साइड में आपको शैडो इफेक्ट लाने की जरूरत होती है। यह स्किन बोन्स को हाईलाईट करने का एक तरीका होता है। ब्यूटी एक्सपर्ट आश्मीन मुंजाल से जानिए राशि के हिसाब से कैसे करें मेकओवर
चेहरे के tipping points और साइड वाले हिस्सों पर मेकअप करने के बाद क्रीज लाइन और बॉर्डर लाइन को हटाने की जरूरत होती है। यानी शैडो और स्ट्रोब लाइट का इफेक्ट देने के लिए अलग शेड यूज करने के बाद क्रीज और बॉर्डर लाइन को मर्ज करने की जरूरत होती है। इसके लिए आपको ठीक तरह से ब्लेंडिंग करने की जरूरत होती है।
जब आपका face sculpture तैयार होता है तो आपको बेकिंग करने की जरूरत होती है। इसे bake the look के नाम से भी जाना जाता है। इसके लिए आपको ब्यूटी ब्लेंडर की जरूरतो होती है, जिसमें हल्की नमी होती है। इसके बाद हम ड्रायर का यूज करते हैं, जिसका ट्रैंपरेचर 80 डिग्री होता है। इसके बाद हम ब्लैंडर के साथ ट्रांसलूसेंट पाउडर(जो पारदर्शी नहीं होता) और सेटिंग पाउडर का इस्तेमाल करते हैं, जिससे पूरा लुक बेक हो जाता है और मेकअप सील हो जाता है।
Image Courtesy: Aashmeen Munjaal
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