मुंहासे, ब्लैकहेड्स, ड्राईनेस आदि त्वचा की ऐसी समस्याएं हैं जो जरूरी नहीं कि हर महिला को झेलनी पड़े क्योंकि यह समस्याएं प्रमुख रूप से आपकी त्वचा के प्रकार और बाहरी स्थितियों पर निर्भर करती हैं। हालांकि बढ़ती उम्र के निशान यानि चेहरे की झुर्रियों से कोई भी बच नहीं सकता है लेकिन आजकल बढ़ते प्रदूषण और लाइफस्टाइल में बदलाव के कारण उम्र बढ़ने के संकेत जल्द ही त्वचा पर दिखाई देने लगते हैं। इसलिए महिलाओं को सलाह दी जा रही है कि वह 20 साल के बाद ही एंटी-एजिंग प्रोडक्ट्स को अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल करें।
जी हां ज्यादातर महिलाएं चाहती हैं कि वह बढ़ती उम्र में भी जवां और खूबसूरत दिखाई दें, जैसे बॉलीवुड की एक्ट्रेसेस दिखाई देती हैं। कोई भी उनकी सही उम्र का अंदाजा नहीं लगा सकता है। इसलिए आज हम आपको अपनी त्वचा की देखभाल करने और उम्र बढ़ने के संकेतों से लड़ने के सही तरीके को समझने के लिए कुछ टिप्स दे रहे हैं। झुर्रियों के लक्षणों से छुटकारा पाने के लिए आप 20, 30 और 40 की उम्र में एंटी-एजिंग टिप्स का इस्तेमाल कर सकती हैं। आइए जानें ये एंटी एजिंग टिप्स कौन से हैं।
20 की उम्र के बाद एंटी-एजिंग स्किन केयर
अगर आप पहले से ही नहीं करती हैं तो 20 की उम्र के बाद सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना शुरू कर दें। यह पहला प्रोडक्ट है जो त्वचा को फोटो एजिंग से रोकता है। यह उम्र बढ़ने का संकेत सूर्य के प्रकाश में ज्यादा देर रहने के कारण होता है। सनस्क्रीन के इस्तेमाल से फाइन लाइन्स और झुर्रियों को लंबे समय तक रोका जा सकता है। सनस्क्रीन के अलावा, आपको कोलेजन और इलास्टिन की कमी को रोकने के लिए 20 की उम्र में ऐसे प्रोडक्ट्स की तलाश करनी चाहिए, जिनमें विटामिन सी होता है। यह कोलेजन को बढ़ावा देने में मदद करता है, त्वचा को टाइट करता है और इसे हेल्दी ग्लो देता है।
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30 की उम्र के बाद एंटी-एजिंग स्किन केयर
जब बढ़ती उम्र के साथ शरीर कोलेजन के इलास्टिन का उत्पादन बंद कर देता है तब आपको झुर्रियों और फाइन लाइन्स को रोकने के लिए अपने एंटी-एजिंग स्किनकेयर रूटीन में एक से अधिक सक्रिय घटक को जोड़ना पड़ता है। आपको 20 की उम्र में विटामिन सी को शामिल करने के बाद, रेटिनॉल आधारित प्रोडक्ट्स को 30 की उम्र में प्रवेश करने के बाद जोड़ना चाहिए। बहुत सारे डिपिगमेंटेशन एजेंट हैं जो त्वचा की रिकवरी में मदद करते हैं जैसे कि नियासिनमाइड और कोजिक एसिड को भी इस उम्र में अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल करना चाहिए, क्योंकि त्वचा पर भूरे रंग के धब्बे विकसित होने का खतरा होता है। इन अवयवों का उपयोग करने के अलावा, आपकी त्वचा को दिन में कम से कम दो बार मॉइश्चराइज करना और हर कुछ घंटों में सनस्क्रीन लगाना जरूरी होता है।
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40 की उम्र के बाद एंटी-एजिंग स्किन केयर
40 की उम्र के बाद त्वचा ड्राई होने लगती है और एजिंग के साइन्स दिखाई देने लगते हैं। इस उम्र में हैवी क्रीम्स और सीरम्स का उपयोग करने की बजाय ऐसे हल्के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें, जो आसानी से त्वचा में प्रवेश नहीं करते हैं। रेटिनॉल के अलावा यह उम्र बढ़ने के संकेतों को प्रभावी ढंग से ठीक करने में मदद करता है, इसके लिए आपको हाइलूरोनिक एसिड आधारित मॉइश्चराइज़र को भी शामिल करना होगा, जो आपकी त्वचा को ड्राई होने से बचाएगा। इसके अलावा स्किन टाइटनिंग फेशियल जैसे क्लिनिकल ट्रीटमेंट भी आपको 40 की उम्र के बाद जरूर करवाने चाहिए।
इन टिप्स को अपनाकर आप भी 20, 30 और 40 की उम्र में अपनी देखभाल करके एजिंग के साइन्स को रोक सकती हैं। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।
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