वास्तु शास्त्र वह विज्ञान है जिओ शरीर के सभी पांच तत्वों को नियंत्रित करने के साथ हमारे आस-पास के वातावरण को भी सकारात्मक बनाने में मदद करता है। घर के डिज़ाइन से लेकर हर एक स्थान में वास्तु का बड़ा योगदान होता है।
वास्तु आपके घर के आस-पास की सभी चीजों को नियंत्रित रखता है और यदि हम इसके नियमों का पालन बखूबी करते हैं तो जीवन में सदैव खुशहाली बनी रहती है। जहां एक तरफ घर की चीजें वास्तु से जुड़ाव रखती हैं, वहीं हर एक व्रत और त्यौहार का भी वास्तु होता है जिसका पालन आपके उस पर्व में खुशियों की बहार जोड़ने में मदद करता है।
आइए ही जब बार नवरात्रि के पर्व की आती है तब इसमें कुछ विशेष बातों का ध्यान देने की सलाह दी जाती है। यदि आप विदेश में रहते हैं तब भी कुछ वास्तु नियमों का पालन करके घर को खुशहाल बनाया जा सकता है और पूरे साल समृद्धि को आकर्षित किया जा सकता है। आइए ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ डॉ आरती दहिया जी से जानें कि आप शारदीय नवरात्रि में घर में किन नियमों का पालन कर सकती हैं।
घर के मुख्य द्वार पर लगाएं आम के पत्तों का तोरण
इस साल शारदीय नवरात्रि का आरंभ 15 अक्टूबर से हो रहा है। इस दौरान यदि आप विदेश में रहते हुए अपने घर की खुशहाली चाहती हैं तो घर के मुख्य द्वार पर आम के पत्तों का तोरण लगाएं।
आम के पत्तों को घर के लिए सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है और इन्हें मुख्य द्वार पर लगाने से ये आपको खुशहाली का आशीर्वाद देता है। आम के पत्तों में ऐसे गुण मौजूद होते हैं जो घर के भीतर ऊर्जा का प्रवेश बनाए रखने में मदद करते हैं।
घर के मंदिर में करें कलश की स्थापना
यदि आप विदेश में हैं और शारदीय नवरात्रि में सभी नियमों का पालन करने में असमर्थ हैं तब भी आप घर के मंदिर में कलश की स्थापना कर सकती हैं। यदि आप कलश स्थापित न भी करें तब भी एक तांबे के लोटे में जल भरकर पूजा के मंदिर में रखें। इससे आपके पूरे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है और सुख समृद्धि के द्वार खुलते हैं।
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घर के मंदिर में लगाएं लाल ध्वज
विदेश में रहकर भी यदि आप घर के मंदिर में लाल ध्वज लगाती हैं तो आपके घर में सदैव सुख समृद्धि बनी रहती है। लाल रंग ऊर्जा और साहस का प्रतीक माना जाता है और इस रंग का ध्वज यदि घर में लगाया जाता है तो इससे ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और घर में रहने वाले लोगों के जीवन में भी सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
लाल रंग को घर में खुशहाली का संकेत माना जाता है। इसलिए इस रंग की ध्वजा को घर के मंदिर या फिर छत में लगाने की सलाह दी जाती है। आप इसे पूर्व या उत्तर दिशा की बालकनी में भी लगा सकती हैं, इससे घर की सभी वास्तु दोषों से छुटकारा मिल सकता है।
ऐसे करें माता दुर्गा की मूर्ति की स्थापना
यदि आप घर में माता दुर्गा की मूर्ति की स्थापना कर रही हैं तो ध्यान रखें कि इसे घर के ईशान कोण में स्थापित करें और इसे एक चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाकर स्थापित करें। इससे यह ऊर्जा को आकर्षित करती है और घर की आर्थिक स्थिति को भी ठीक करने में मदद करती है। यदि आप माता दुर्गा की मूर्ति खरीद रही हैं तो ध्यान रखें कि ऐसी मूर्ति ज्यादा शुभ मानी जाती है जिसमें माता अपने वाहन सिंह पर विराजमान होती हैं।
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शारदीय नवरात्रि में मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाएं
घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाना वास्तु और ज्योतिष दोनों ही वजहों से शुभ शुभ माना जाता है। यह घर में सौभाग्य और समृद्धि लाता है। साथ ही, यह घर से किसी भी तरह की नकारात्मकता और बीमारियों को दूर करता है।
यही नहीं इसके प्रभाव से घर के लोग सदैव खुशहाल बने रहते हैं। यदि आप नवरात्रि के दौरान घर के मुख्य द्वार पर स्वस्तिक का चिह्न बनाती हैं तो ये आपके जीवन में सौहार्द्र बनाए रखने में मदद करता है। स्वस्तिक बनाने के लिए आप कुमकुम का इस्तेमाल कर सकती हैं या फिर मुख्य द्वार पर हल्दी का स्वास्तिक बनाना भी बहुत शुभ माना जाता है।
घर के मंदिर में अखंड ज्योति प्रज्वलित करें
अखंड ज्योत के बिना नवरात्रि का पर्व अधूरा माना जाता है। आप देश में हैं या फिर विदेश में अखंड ज्योतिजरूर प्रज्वलित करें। इससे आपके घर की किसी भी नकारात्मक ऊर्जा का ह्रास होता है और घर में खुशहाली बनी रहती है।
इसे नवरात्रि के पहले दिन ही जलाना शुभ माना जाता है और ये पूरे नौ दिनों तक जलती रहती है। अखंड ज्योति जलाने से पहले इसके नीचे अक्षत रखना चाहिए और फिर एक चौकी में इसे रखना चाहिए ,कभी भी इसे जमीन पर सीधे न रखें।
पूजा के समय भक्त का मुख पूर्व एवं उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए
नवरात्रि के दौरान भक्तों को देवी मां की पूजा करते समय पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठना चाहिए। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि यह दिशा साहस, सौहार्द्र और सफलता की दिशा मानी जाती है और इन नौ दिनों में सही दिशा की तरफ पूजा करने से घर में भी समृद्धि बनी रहती है और भक्तों को माता दुर्गा का आशीष मिलता है।
यदि आप वास्तु के इन विशेष नियमों का पालन करते हुए शारदीय नवरात्रि में माता दुर्गा का आह्वाहन करती हैं तो विदेश में भी आपके घर में सदैव खुशहाली बनी रहती है।
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