मीन वार्षिक राशिफल
Feb 19 - Mar 20- पिछला वार्षिक
- वार्षिक
मीन राशि के जातकों के लिए 2025 का वर्ष प्रेम जीवन में उतार-चढ़ाव और सकारात्मक बदलाव लेकर आएगा। शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव से दांपत्य जीवन में तनाव और गलतफहमियां हो सकती हैं। विशेषकर वर्ष की शुरुआत से 18 मई तक, राहु के मीन राशि में स्थित होने के कारण रिश्तों में दूरी और अविश्वास की स्थिति बन सकती है। इस दौरान ईमानदारी और खुलकर संवाद करना आवश्यक रहेगा।
6 जून से 13 सितंबर के बीच मंगल का अनुकूल प्रभाव रिश्तों में नई ऊर्जा और स्थिरता लाएगा। अविवाहित जातकों के लिए यह समय विवाह या नए रिश्ते की शुरुआत के लिए शुभ रहेगा। 18 अक्टूबर से 5 दिसंबर तक गुरु के पंचम भाव में उच्चस्थ स्थिति के कारण प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी, और आप अपने साथी के साथ गहरी भावनात्मक समझ विकसित कर पाएंगे।
वित्तीय स्थिति
वित्त के मामले में यह वर्ष मिश्रित परिणाम देगा। वर्ष की शुरुआत से 18 मई तक शनि और राहु के प्रभाव से धन अर्जन में बाधाएं आ सकती हैं। इस दौरान वित्तीय योजनाओं में असफलता और अनावश्यक खर्चों की संभावना अधिक रहेगी।
हालांकि, 14 मई से 18 अक्टूबर के बीच गुरु का चतुर्थ भाव में संचार संपत्ति से जुड़े मामलों में लाभ प्रदान करेगा। यह समय निवेश और संपत्ति खरीदने के लिए अनुकूल रहेगा। 18 अक्टूबर से 5 दिसंबर के बीच गुरु का पंचम भाव में उच्चस्थ संचार आकस्मिक धन लाभ और वित्तीय स्थिरता लाएगा। इस समय व्यवसाय में नई योजनाएं शुरू करने के लिए परिस्थितियां अनुकूल रहेंगी।
पारिवारिक जीवन
पारिवारिक जीवन के लिए यह वर्ष उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। वर्ष की शुरुआत से 18 मई तक राहु और शनि के प्रभाव से परिवार में तनाव और विवाद हो सकते हैं। पति-पत्नी, भाई-बहन या अन्य करीबी संबंधों में मतभेद होने की संभावना है।
14 मई से 18 अक्टूबर के बीच गुरु के चतुर्थ भाव में संचार से पारिवारिक जीवन में शांति लौटेगी। माता-पिता का सहयोग और स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। इस दौरान परिवार में किसी शुभ कार्य या समारोह का आयोजन हो सकता है। 18 अक्टूबर से 5 दिसंबर के बीच गुरु के पंचम भाव में उच्च स्थिति के कारण संतान पक्ष से सुखद समाचार मिलेंगे, और परिवार में आनंद का माहौल रहेगा।
स्वास्थ्य
स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यह वर्ष सतर्कता का संकेत देता है। शनि की साढ़ेसाती और राहु के प्रभाव से वर्ष की शुरुआत से 18 मई तक शारीरिक और मानसिक तनाव हो सकता है। थकान, अनिद्रा और ऊर्जा की कमी जैसी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है।
6 जून से 13 सितंबर के बीच मंगल का अनुकूल प्रभाव स्वास्थ्य में सुधार लाएगा। 18 अक्टूबर से 5 दिसंबर तक गुरु के पंचम भाव में उच्च स्थिति से मानसिक शांति और धार्मिक गतिविधियों के माध्यम से स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। पूरे वर्ष स्वस्थ रहने के लिए नियमित व्यायाम और संतुलित जीवनशैली अपनाना आवश्यक है।
उपाय
शनिवार को शनि देव के लिए सरसों के तेल का दीपक जलाएं और शनि चालीसा का पाठ करें।
गुरुवार को पीली वस्तुओं का दान करें और "ॐ बृं बृहस्पतये नमः" मंत्र का जाप करें।
मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करें और संकट मोचन हनुमानाष्टक का पाठ करें।
राहु के प्रभाव को कम करने के लिए "ॐ रां राहवे नमः" मंत्र का नियमित जाप करें।
भगवान विष्णु की आराधना करें और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
मार्च तक प्रतिदिन पक्षियों को दाना खिलाएं।