ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नाक में चांदी की नथ पहनने की क्यों है मनाही?

ज्योतिष शास्त्र में धातुओं से संबंधित आभूषण पहनने के महत्व बताया गया है। वहीं कुछ ऐसे आभूषण हैं, जिन्हें शरीर के विभिन्न अंगों में पहनने से शुभ परिणाम मिलते हैं। अब ऐसे में चांदी की नथ को नाक में पहनने की मनाही क्यों हैं। इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
why women should not wear silver nose rings as per astrology

ज्योतिष शास्त्र में आभूषणों को सिर्फ सजावट का सामान नहीं माना जाता है, बल्कि इनका गहरा संबंध ग्रहों, राशियों और व्यक्ति के जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव से होता है। आभूषणों को धातुओं, रत्नों और उनके रंगों के आधार पर चुना जाता है। जिससे व्यक्ति को शुभ परिणाम मिल सकते हैं। वहीं ज्योतिष शास्त्र में प्रत्येक ग्रह एक विशेष धातु से शासित होता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में कोई ग्रह कमजोर या अशुभ स्थिति में है, तो उस ग्रह से संबंधित धातु का आभूषण पहनकर उसे शांत किया जा सकता है। अब ऐसे में सवाल है कि नाक में चांदी की नथ क्यों पहनने की मनाही है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

ज्योतिष शास्त्र में नाक में चांदी क्यों पहनने की है मनाही?

silver nosering

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सोना को हमेशा शरीर के ऊपरी हिस्सा में पहनने की मान्यता है और शरीर के निचले भाग में चांदी पहनने की मान्यता है। आपको बता दें, शरीर का ऊपरी हिस्सा भगवान का हिस्सा माना जाता है। साथ ही सोना सूर्य और गुरु बृहस्पति ग्रह से शासित है।सोने का ऊर्जा बेहद अधिक मात्रा में होता है और सोना शुभता का प्रतीक माना जाता है।

सोने को पवित्र और देवी-देवताओं से जुड़ा माना जाता है। आपको बता दें, ज्योतिष में सोने को सूर्य से जोड़ा जाता है और सूर्य को आत्मविश्वास, ऊर्जा और नेतृत्व का कारक माना जाता है। इसे ऊपरी हिस्से में पहनकर सूर्य का सकारात्मक प्रभाव बढ़ाया जा सकता है।

silver nosering (2)

इसे जरूर पढ़ें - क्या मृत व्यक्ति के गहने पहनना ठीक है? जानें क्या कहता है ज्योतिष

ज्योतिष शास्त्र में चांदी से संबंधित आभूषण शरीर के निचले हिस्से में पहनते की मान्यता है। चांदी का सतह शीतल होता है और यह शरीर में ठंडक पहुंचाती है। साथ ही चांदी में चंद्रमा का वास होता है। वहीं सोना में माता लक्ष्मी का वास है। इसलिए इसे शरीर के निचले हिस्से में पहनने से वह नाराज हो सकती हैं। वहीं सोलह श्रृंगार वर्णन में भी सोना को शरीर के ऊपर और चांदी को नीचे के भाग में पहनने का बारे में बताया गया है। इसलिए चांदी की नथ भूलकर भी नाक में नहीं पहनना चाहिए। इससे शुक्र की स्थिति कमजोर हो सकती है।

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Image Credit- HerZindagi

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP