How many days Bhishma was on arrow bed

क्यों मिली थी भीष्म पितामह को बाणों की शैय्या?

महाभारत के कई ऐसे पात्र थे जिन्हें पीड़ादायक मृत्यु का सामना करना पड़ा था, जैसे कि अभिमन्यू, कर्ण, जयद्रथ आदि। इन्हीं में से एक थे पितामह भीष्म जिन्हें बाणों की शैय्या पर मौत प्राप्त हुई थी।    
Editorial
Updated:- 2024-08-16, 14:00 IST

महाभारत युद्ध में श्री कृष्ण ने ऐसी लीला रचाई थी कि हर एक पापी को उसके अपराध का दंड मिला और धर्म की स्थापना हुई। विशेष बात यह है कि कई ऐसे पात्र थे जिन्हें महाभारत युद्ध में पीड़ादायक मृत्यु का सामना करना पड़ा था, जैसे कि अभिमन्यू, कर्ण, जयद्रथ आदि। इन्हीं में से एक थे पितामह भीष्म जिन्हें बाणों की शैय्या पर मौत प्राप्त हुई थी। ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि किसी और को क्यों नहीं सिर्फ पितामह भीष्म को ही बाणों की शैय्या क्यों मिली। ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं इस बारे में विस्तार से।

पितामह भीष्म ही क्यों लेटे बाणों की शैय्या पर? 

Why did Bhishma sleep on Arrow bed

महाभारत काल में पितामह भीष्म वो व्यक्ति थे जिन्होंने 18 दिनों तक बाणों की शैय्या पर लेटे-लेटे पूरा युद्ध देखा था। पितामह भीष्म को यह आशीर्वाद प्राप्त था कि वह अपनी मृत्यु को अपनी इच्छा अनुसार बुला सकते हैं। 

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इसलिए पांडवों ने युद्ध में विजय प्राप्त करने के लिए उन्हें बाणों की शैय्या पर लिटा दिया था। अर्जुन ने पितामह भीष्म की गर्दन से लेकर उनके पैरों तक इतने तीर मारे थे कि वह अपने आप ही एक शैय्या का रूप बना गया। 

पितामह भीष्म ने महाभारत युद्ध समाप्त होने के बाद श्री कृष्ण से प्रश्न किया कि आखिर उन्हें इतनी पीड़ा क्यों सहनी पड़ी, क्यों उन्हें तुरंत मृत्यु प्राप्त नहीं हुई। क्यों उन्हें बाणों की शैय्या मिली। इस पर श्री कृष्ण ने उत्तर दिया।

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श्री कृष्ण ने भीष्म को बताया कि जब वह अपनी युवा अवस्था में थे और शिकार कर अपने महल लौट रहे थे, तब उनके रथ पर एक करकैंटा आ गिरा था। भीष्म ने उस करकैंटे को तीर से उठाकर दूर कांटेदार झाड़ियों में फेंक दिया था।

How many days did Bhishma lied on Arrow bed

भीष्म के कारण एक निष्पाप करकैंटे को कांटों की भयंकर चुभन सहनी पड़ी थी और उसकी मृत्यु तड़प-तड़प के हुई थी। उसी अपराध का दंड भीष्म को नुकीले तीरों की चुभन सहते हुए भोगना पड़ा था।

 

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर महाभारत युद्ध में पितामह भीष्म को ही क्यों मिली थी बाणों की शैय्या। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।  

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