हिंदू धर्म में भगवान विष्णु की पूजा सभी एकादशी तिथि के दिन करने का विधान है। वहीं वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को वरुथिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति का भाग्योदय हो सकता है और जातकों को सभी परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है। इसके अलावा अगर आपके काम में किसी तरह की कोई बाधाएं आ रही है तो भगवान विष्णु की पूजा करने से लाभ हो सकता है। आपको बता दें, वरुथिनी एकादशी का व्रत सभी जातकों को मोक्ष प्राप्ति के लिए सबसे महत्वपूर्ण व्रतों में से एक माना जाता है।
अब ऐसे में अगर आप इस दिन भगवान विष्णु की पूजा कर रहे हैं तो किस विधि के पूजा-पाठ करें और सामग्री क्या है और भगवान विष्णु की पूजा का महत्व क्या है। इसके बारे में इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
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वरुथिनी एकादशी का व्रत सौभाग्य प्रदान करने वाला और सभी पापों को नष्ट करने वाला माना जाता है। यह व्रत मोक्ष की प्राप्ति में सहायक है। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत का फल दस हजार वर्ष तक तपस्या करने के बराबर होता है।इस व्रत को करने से अन्नदान और कन्यादान के समान फल मिलता है।
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