बड़ा मंगल, जिसे बुढ़वा मंगल भी कहा जाता है, ज्येष्ठ मास में पड़ने वाले मंगलवारों को मनाया जाता है। आज 27 मई को तीसरा बड़ा मंगल है। आज के दिन हनुमान जी की पूजा करने से सुख-समृद्धि और संकटों से मुक्ति मिलती है। ऐसे में आइये जानते हैं ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से कि आज तीसरे बड़े मंगलवार के अवसर पर क्या है हनुमान जी की पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र, भोग और आरती के बारे में विस्तार से।
तीसरा बड़ा मंगल 2025 शुभ मुहूर्त
तीसरे बड़े मंगल यानि कि आज के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 57 मिनट से शुरू हो चुका है जो दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक रहेगा। ऐसे में यूं तो हनुमान जी की पूजा इस मुहूर्त में करना शुभ है लेकिन अगर किसी कारण से यह मुहूर्त निकल जाता है तो शाम के समय भी पूजा की जा सकती है। शाम को 6 बजकर 12 मिनट से 7 बजकर 22 मिनट तक का समय हनुमान जी की पूजा के लिए उत्तम रहेगा।
तीसरा बड़ा मंगल 2025 पूजा विधि
सबसे पहले प्रातः काल उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। अगर शाम के समय पूजा कर रहे हैं तो शाम को दोबारा से स्नान करें। पूजा करने से पहले हाथ में थोड़ा जल, पुष्प और अक्षत लेकर हनुमान जी का ध्यान करें और अपनी मनोकामना बोलते हुए पूजा का संकल्प लें। पूजा स्थल को गंगाजल छिड़ककर शुद्ध करें। एक साफ चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर हनुमान जी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
हनुमान जी को चंदन या सिंदूर का तिलक लगाएं। लाल गुड़हल के फूल या गेंदे के फूल हनुमान जी को अर्पित करें। चमेली के फूल भी चढ़ा सकते हैं। यदि संभव हो तो हनुमान जी को लाल रंग का वस्त्र अर्पित करें। शुद्ध घी का दीपक जलाएं। सरसों के तेल का दीपक भी जलाया जा सकता है। सुगंधित धूप जलाएं। हनुमान जी को भोग लगाएं। एक लोटा शुद्ध जल अर्पित करें। हनुमान चालीसा का निरंतर पाठ करते रहें।
बजरंग बाण या सुंदरकांड का पाठ करना भी शुभ सिद्ध हो सकता है। यह अत्यंत फलदायी होता है। हनुमान जी के मंत्रों का जाप करें। अंत में हनुमान जी की आरती करें। पूजा समाप्त होने पर अनजाने में हुई किसी भी गलती के लिए हनुमान जी से क्षमा याचना करें। भोग को परिवारजनों और मित्रों में प्रसाद के रूप में वितरित करें। ध्यान रखें कि हनुमान जी की पूजा समाप्त हो जाने के बाद नीम के पेड़ में जल अवश्य अर्पित करें।
तीसरा बड़ा मंगल 2025 मंत्र
बड़े मंगल के दिन हनुमान जी के 'ॐ हं हनुमते नमः।', 'मनोजवं मारुततुल्यवेगं, जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्। वातात्मजं वानरयूथमुख्यं, श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये।।', 'ॐ श्री हनुमते नमः' और 'ॐ नमो भगवते हनुमते नमः' मंत्र का जाप कर सकते हैं। इनमें से किसी भी एक मंत्र का जाप करने से जहां एक ओर आपकी परेशानियों का अंत होगा तो वहीं, दूसरी ओर आप पर हनुमान जी की कृपा भी सदैव के लिए बनी रहेगी।
तीसरा बड़ा मंगल 2025 भोग
हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए तीसरे बड़े मंगलवार के दिन आप बजरंगबली को बूंदी के लड्डू, बेसन के लड्डू, मालपुआ, चना और गुड़, केला, आम, तुलसी दल आदि अर्पित कर सकते हैं। इन चीजों का भोग लगाने से पारिवारिक क्लेश दूर होगा, परिवार में आपसी संबंध मजबूत होंगे, नकारात्मक ऊर्जा का नाश होगा और हनुमान जी के आशीर्वाद से शुभ कार्य बिना किसी परेशानी के पूर्ण होने लगेंगे। सौभाग्य में वृद्धि होगी।
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तीसरा बड़ा मंगल 2025 आरती
आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।।
जाके बल से गिरिवर काँपै। रोग-दोष जाके निकट न झाँपै।। आरती कीजै हनुमान लला की।।।
अंजनि पुत्र महा बलदाई। संतन के प्रभु सदा सहाई।।
दे बीरा रघुनाथ पठाए। लंका जारि सिया सुधि लाए।। आरती कीजै हनुमान लला की।।।
लंका सो कोट समुद्र सी खाई। जात पवनसुत बार न लाई।।
लंका जारि असुर संहारे। सियाराम जी के काज सँवारे।। आरती कीजै हनुमान लला की।।।
लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे। आनि सजीवन प्राण उबारे।।
पैठि पाताल तोरि जम-कारे। अहिरावण की भुजा उखारे।। आरती कीजै हनुमान लला की।।।
बाएँ भुजा असुर दल मारे। दाहिने भुजा संत जन तारे।।
सुर-नर-मुनि आरती उतारें। जय जय जय हनुमान उचारें।। आरती कीजै हनुमान लला की।।।
कंचन थाल कपूर लौ जाई। आरती करत अंजना माई।।
जो हनुमान जी की आरती गावै। बसि बैकुण्ठ परम पद पावै।। आरती कीजै हनुमान लला की।।।
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image credit: herzindagi
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