मिट्टी या रेत, हरतालिका तीज के दिन बनाएं कौन-सा पार्थिव शिवलिंग

 हरतालिका तीज के दिन पार्थिव शिवलिंग बनाने के लिए मिट्टी और रेत दोनों का उपयोग किया जा सकता है।

Hartalika Teej Parthiv Shivling materials

हरतालिका तीज के दिन पार्थिव शिवलिंग बनाने के लिए मिट्टी और रेत दोनों का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन रेत उपलब्ध न होने के कारण ज्यादातर लोग पारंपरिक रूप से मिट्टी के शिवलिंग की पूजा करते हैं। हालांकि, अगर आप रेत का उपयोग करना चाहते हैं, तो यहां रेत से पार्थिव शिवलिंग बनाने की विधि हमने बताई है।

हरतालिका व्रत में किस चीज का बनाएं पार्थिव शिवलिंग?

हरतालिका तीज का व्रत पहली बार मां पार्वती ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रखा था। बता दें कि इस व्रत को करवाने के लिए मां पार्वती की सखी ने उनका हरण करके उन्हें नदी किनारे लेकर गईं, फिर वहां मां पार्वती ने नदी किनारे मौजूद रेत से शिवलिंग बनाकर पूजन किया और अपने व्रत को सफल बनाया। इस हरतालिका तीज का यह नाम मां पार्वती के सखी के द्वारा हरण करके ले जाने के कारण पड़ा था। चूंकि मां पार्वती ने नदी किनारे रेस से शिवलिंग बनाकर पूजन किया था, इसलिए हमारे एस्ट्रो एक्स्पर्ट ने बताया है कि इस दिन रेत का ही शिवलिंग बनाकर पूजन करना चाहिए।

रेत से पार्थिव शिवलिंग बनाने की विधि:

Parthiv Shivling soil type

सामग्री:

  • शुद्ध रेत (साफ और सूखी रेत, बिना किसी गंदगी के)
  • पानी
  • एक छोटा सा पात्र या बर्तन (जो शिवलिंग का आकार देने के लिए प्रयोग होगा)
  • साफ कपड़ा सफाई के लिए
  • भगवान शिव के पूजन के लिए आवश्यक सामग्री (पुष्प, बेलपत्र, पंचामृत, आदि)

विधि:

स्थान की तैयारी:

  • पूजा करने के लिए एक स्वच्छ और पवित्र स्थान चुनें।
  • जमीन पर एक कागज या प्लास्टिक की चादर बिछा लें ताकि रेत फैलने से बच सके।

रेत को साफ करें:

  • रेत को अच्छे से छान लें ताकि उसमें कोई गंदगी या बड़े कण न हों। यह सुनिश्चित करता है कि शिवलिंगका आकार अच्छा बने।

रेत में पानी मिलाएं:

Best soil for Parthiv Shivling Hartalika Teej

  • एक बर्तन में रेत डालें और उसमें धीरे-धीरे पानी मिलाएं। ध्यान दें कि पानी की मात्रा इतनी हो कि रेत गीली हो जाए लेकिन पानी से भरी न हो। रेत को अच्छी तरह मिला लें ताकि यह चिपकने लगे।

शिवलिंग का आकार बनाएं:

  • गीली रेत को अपने हाथों से या एक छोटे बर्तन का उपयोग करके शिवलिंग का आकार दें। सामान्यतः, शिवलिंग का आकार गोल और लंबा होता है, जिसमें एक छोटे से शीर्ष पर शिवलिंग का सिर और एक गोलाकार आधार या जलहरी होता है।

संरचना को मजबूत करें:

  • रेत को अच्छी तरह दबा कर और आकार में सेट करें ताकि शिवलिंग का आकार स्थिर और मजबूत बने। यदि आवश्यक हो, तो आप शिवलिंग को और भी स्थिर बनाने के लिए बर्तन के आकार का उपयोग कर सकते हैं।

ऐसे करें शिवलिंग की पूजा और अभिषेक:

  • तैयार शिवलिंग को एक पवित्र स्थान पर रखें।
  • भगवान शिव की पूजा करें और शिवलिंग पर पंचामृत(दूध, दही, घी, शहद, और चीनी) अर्पित करें।
  • फूल, बेलपत्र, चंदन, माला और अन्य पूजा सामग्री से शिवलिंग की पूजा करें।
  • अंत में, दीपक जलाएं और भगवान शिव से आशीर्वाद प्राप्त करें।

पूजा के बाद:

पूजा के बाद, रेत से बने शिवलिंग को नदी या जलाशय में विसर्जित कर दें। यह विधि पारंपरिक मान्यता के अनुसार होती है।

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