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Shardiya Navratri 2024 Kab Hai: इस साल पालकी में होगा माता का आगमन...जानें कब से शुरू है शारदीय नवरात्रि, घटस्थापना का शुभ मुहूर्त और महत्व

हिन्दू पंचांग के अनुसार, साल में 4 बार नवरात्रि का पर्व पड़ता है। इन्हीं में से एक है शारदीय नवरात्रि जो अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होती है और नवमी तिथि पर इसका समापन होता है।
Editorial
Updated:- 2024-09-26, 12:55 IST

हिन्दू पंचांग के अनुसार, साल में 4 बार नवरात्रि का पर्व पड़ता है। इन्हीं में से एक है शारदीय नवरात्रि जो अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होती है और नवमी तिथि पर इसका समापन होता है। इसके बाद दशमी तिथि पर दशहरा मनाया जाता है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि इस साल कब से शुरू हो रही है शारदीय नवरात्रि, क्या है इस दिन घाट स्थापना का शुभ मुहूर्त और क्या है इसका महत्व। साथ ही, यह भी जानेंगे कि इस साल माता किस वाहन पर सवार होकर आ रही हैं और कैसा होगा उसका सभी भक्तों पर प्रभाव।

शारदीय नवरात्रि 2024 कब से शुरू है? 

शारदीय नवरात्रि की तिथि को लेकर इस साल किसी भी प्रकार की कोई दुविधा नहीं है। इस बार शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से शुरू ही रही है।

shardiya navratri 2024 ki tithi

  • आश्विन माह शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि आरंभ: 2 अक्टूबर, दिन बुधवार, रात 12 बजकर 19 मिनट
  • आश्विन माह शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि समापन: 3 अक्टूबर, दिन गुरुवार, रात 2 बजकर 58 मिनट
  • ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, शारदीय नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि 3 अक्टूबर को पड़ रही है।

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शारदीय नवरात्रि 2024 पर घटस्थापना मुहूर्त क्या है? 

शारदीय नवरात्रि के दिन घटस्थापना और पूजा का शुभ फल तभी मिलता है जब उसे सही मुहूर्त में किया जाए। शारदीय नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि पर दो शुभ मुहूर्त बन रहे हैं। 

  • घट स्थापना मुहूर्त: 3 अक्टूबर, सुबह 6 बजकर 19 मिनट से सुबह 7 बजकर 23 मिनट
  • अभिजित मुहूर्त: 3 अक्टूबर, सुबह 11 बजकर 52 मिनट से दोपहर 12 बजकर 40 मिनट
  • घट स्थापना मुहूर्त के अलावा, अभिजीत मुहूर्त में भी कलश घर में स्थापित करना शुभ होगा।

शारदीय नवरात्रि 2024 पर दुर्गाष्टमी का मुहूर्त क्या है?

शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि यानी कि दुर्गाष्टमी 10 अक्टूबर को पड़ रही है। ऐसे में इस दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा एवं कन्या जीमने का मुहूर्त कुछ इस प्रकार है-

  • दुर्गाष्टमी तिथि आरंभ: 10 अक्टूबर, दिन गुरुवार, दोपहर 12 बजकर 31 मिनट
  • दुर्गाष्टमी तिथि समापन: 11 अक्टूबर, दिन शुक्रवार, दोपहर 12 बजकर 6 मिनट
  • मां सिद्धिदात्री पूजन मुहूर्त: सुबह 7 बजकर 47 मिनट से सुबह 9 बजकर14 मिनट
  • कन्या पूजन का मुहूर्त: सुबह 9 बजकर14 मिनट से सुबह 10 बजकर 41 मिनट
  • संधि पूजा मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 42 मिनट से दोपहर 12 बजकर 4 मिनट

शारदीय नवरात्रि 2024 पर महानवमी का मुहूर्त क्या है?

शारदीय नवरात्रि की नवमी तिथि यानी कि महानवमी इस साल 11 अक्टूबर को पड़ रही है। इस दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। ऐसे में महानवमी का शुभ मुहूर्त कुछ इस प्रकार है-

  • महानवमी तिथि आरंभ: 11 अक्टूबर, दिन शुक्रवार, दोपहर 12 बजकर 7 मिनट
  • महानवमी तिथि समापन: 12 अक्टूबर, दिन शनिवार, सुबह 5 बजकर 47 मिनट
  • उदया तिथि अनुसार, महानवमी अक्टूबर की 12 तारीख को मनाई जानी चाहिए।
  • हालांकि तिथि क्षय के कारण नवमी दुर्गाष्टमी के दिन ही पड़ने जा रही है।
  • ऐसे में अष्टमी और नवमी का कन्या पूजन आप एक ही मुहूर्त में कर सकते हैं।
  • मां महागौरी संध्या पूजन मुहूर्त: शाम 5 बजकर 11 मिनट से 6 बजकर 7 मिनट

शारदीय नवरात्रि 2024 पर विसर्जन मुहूर्त क्या है?

पंचांग के अनुसार, दशमी तिथि 12 अक्टूबर को पड़ रही है। इस दिन को विजय दशमी के रूप में भी मनाया जाता है। ऐसे में दशमी तिथि पर मां दुर्गा के विसर्जन का मुहूर्त कुछ इस प्रकार है

  • दशमी तिथि आरंभ: 12 अक्टूबर, दिन शनिवार, सुबह 10 बजकर 58 मिनट
  • दशमी तिथि समापन: 13 अक्टूबर, दिन रविवार, सुबह 9 बजकर 8 मिनट
  • दशमी तिथि 12 अक्टूबर को पड़ रही है. ऐसे में विसर्जन भी इसी दिन होगा।
  • मां दुर्गा विसर्जन पहला मुहूर्त: सुबह 5 बजकर 25 मिनट से 9 बजकर 54 मिनट
  • मां दुर्गा विसर्जन दूसरा मुहूर्त: दोपहर 2 बजकर 3 मिनट से 2 बजकर 49 मिनट

शारदीय नवरात्रि 2024 का महत्व क्या है?  

शारदीय नवरात्रि के नौ दिनों तक माता रानी अपने नौ रूपों में पृथ्वी पर ही वास करती हैं। ऐसी मान्यता है कि इन नौ दिनों में मां दुर्गा की पूजा कर उन्हें शीघ्र प्रसन्न कर सकते हैं। मां दुर्गा की पूजा से व्यक्ति के सभी रोग, दोष आदि मिट जाते हैं और सुखों की प्राप्ति होती है।

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शारदीय नवरात्रि 2024 पर माता का वाहन क्या है?

shardiya navratri 2024 ka muhurat

इस साल शारदीय नवरात्रि के अवसर पर माता रानी पालकी पर सवार होकर आ रही हैं। ज्योतिष गणना के अनुसार, पालकी पर माता रानी का आना शुभ नहीं माना जाता है। पालकी पर माता रानी का आना इस बात का संकेत है जीवन में संकट आ सकते हैं।

शारदीय नवरात्रि 2024 तिथियां 

3 अक्टूबर 2024, दिन गुरुवार, प्रतिपदा तिथि: मां शैलपुत्री

4 अक्टूबर 2024, दिन शुक्रवार, द्वितीया तिथि: मां ब्रह्मचारिणी

5 अक्टूबर 2024, दिन शनिवार, तृतीया तिथि: मां चंद्रघंटा

6 अक्टूबर 2024, दिन रविवार, चतुर्थी तिथि: मां कुष्मांडा

7 अक्टूबर 2024, दिन सोमवार, पंचमी तिथि: मां स्कंदमाता

8 अक्टूबर 2024, दिन मंगलवार, षष्ठी तिथि: मां कात्यायनी

9 अक्टूबर 2024, दिन बुधवार, सप्तमी तिथि: मां कालरात्रि

10 अक्टूबर 2024, दिन गुरुवार, महा अष्टमी: मां सिद्धिदात्री

11 अक्टूबर 2024, दिन शुक्रवार, महानवमी: मां महागौरी

12 अक्टूबर 2024, दिन शनिवार, दशमी तिथि: मां दुर्गा प्रतिमा विसर्जन, दशहरा

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर इस साल कब से शुरू हो रही है शारदीय नवरात्रि, क्या है इस दिन घट स्थापना का शुभ मुहूर्त और क्या है इसका महत्व। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं।

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