भगवान शिव के अत्यंत प्रिय स्वरूप में से एक है रुद्राक्ष की माला। इसे धारण करने से हमें आध्यात्मिक लाभ मिलता है। साथ ही, नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। इसलिए कई सारे लोग जो भगवान शिव की भक्ति करते हैं, वह लोग इसे जरूर धारण करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे सकारात्मक प्रभाव आपके ऊपर अच्छा पड़ता है। साथ ही, जीवन में पवित्रता बनी रहती है। लेकिन इसे पहनने के बाद कई जगह ऐसी हैं, जहां पर जानें की मनाही होती है। आर्टिकल में बताते हैं किन जगहों पर आपको नहीं जाना चाहिए।
रुद्राक्ष की माला पहनकर अंतिम संस्कार स्थल पर न जाएं
ऐसा कहा जाता है कि रुद्राक्ष भगवान शिव का अंश होता है। ऐसे में यह जन्म और मृत्यु के चक्र से दूर होता है। इसलिए जब भी आप अंतिम संस्कार के स्थल पर जाएं तो इसे धारण न करें। ऐसा इसलिए क्योंकि शमशान घाट पर जानें से रुद्राक्ष की पवित्रता भंग हो जाती है। अगर आपको वहां पर जाना ही है, तो ऐसे में आप इसे किसी पवित्र स्थान पर रखकर जाएं। जब वहां से आने के बाद स्नान करें, तो गंगाजल डालकर इसे पहनें। इस तरीके से आप इसे दोबारा धारण कर सकते हैं।
सूतक वाले घरों में पहनकर न जाएं रुद्राक्ष
सूतक दो तरह से लगते हैं। एक बच्चे के जन्म के दौरान लगते हैं। वहीं दूसरे किसी की मृत्यृ के समय। ऐसे में वहां पर किसी तरह का कोई शुभ कार्य नहीं होता है। साथ ही, जब तक घर की शुद्धि नहीं हो जाती है, तब तक कोई पवित्र चीज घर में नहीं लेकर जाते हैं। ऐसे में आप भी रुद्राक्ष की माला इन स्थानों पर पहनकर न जाएं। इससे आपकी माला की उर्जा कम होने लगेगी। इसे उतारकर आप उस स्थान पर जा सकते हैं।
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मांसाहार और मदिरापान वाली जगहों पर न पहनें रुद्राक्ष की माला
रुद्राक्ष की माला बहुत पवित्र मानी जाती है। ऐसे में आप इसे मांसाहार और मदिरापान वाली जगहों पर गलती से भी पहनकर न जाएं। उस समय आप अपनी माला को उतार दें। ऐसा इसलिए क्योंकि उसके आसपास का माहौल इसकी सकारात्मकता को खराब कर सकता है। साथ ही, आपकी पवित्रता पर भी असर हो सकता है।
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रुद्राक्ष माला को वही लोग धारण करते हैं जिन्हें आध्यात्मिक जीवन का हिस्सा बनना होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसे धारण करने के बाद उन्हें कुछ खास नियमों का पालन करना पड़ता है। यह अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है। इसे धारण करने के बाद कई सारे नियम होते हैं, जिनका पालन करना भी जरूरी होता है।
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