Navratri 2024: नवरात्रि में माता दुर्गा को चढ़ाती हैं लौंग तो यहां जानें सही नियम

शारदीय नवरात्रि में भक्त माता दुर्गा की विशेष रूप से पूजा करते हैं और उन्हें कई चीजें अर्पित करते हैं। इन्हीं में से एक लौंग भी है जिसे माता के पूजन में चढ़ाना विशेष रूप से फलदायी माना जाता है।
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देवी दुर्गा को समर्पित नौ दिवसीय त्योहार,नवरात्रि हिंदू संस्कृति में बहुत महत्व रखता है। खासतौर पर शारदीय नवरात्रि को पूरे देश में बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है। इस दौरान माता के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है और माता को उनकी पसंद कासामानअर्पित किया जाता है। भक्त देवी का आशीर्वाद पाने के लिए विभिन्न अनुष्ठान करते हैं और देवी दुर्गा से प्रार्थना करते हैं।

नवरात्रि के दौरान लोग कई तरह के उपाय आजमाते हैं और अपनी पूजा से माता दुर्गा को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं। इन्हीं उपायों में से एक है माता दुर्गा को लौंग चढ़ाना।

ऐसी मान्यता है कि जो भक्तजन माता दुर्गा को लौंग चढ़ाते हैं उनकी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है और उनके ऊपर माता का आशीर्वाद बना रहता है। हममें से कई लोग पूजन के दौरान माता दुर्गा को समृद्धि के लिए लौंग चढ़ाते हैं, लेकिन इसे चढ़ाने के बारे में कुछ नियम बनाए गए हैं जिनका पालन जरूरी माना जाता है। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानें नवरात्रि में माता दुर्गा को लौंग चढ़ाने के नियमों के बारे में विस्तार से।

लौंग का आध्यात्मिक महत्व

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हिंदू रीति-रिवाजों में लौंग को पवित्रता और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इनमें एक ऐसी सुगंध होती है जिससे पूरा वातावरण शुद्ध होता है। यही नहीं ये आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है। जब हम नवरात्रि की बात करते हैं तो लौंग को माता दुर्गा को प्रसन्न करने वाले प्रसाद के रूप में देखा जाता है, जो अपने रूप और सुरक्षात्मक ऊर्जा प्रदान करती है। लौंग से जुड़ी ताकत देवी के योद्धा स्वरूप का प्रतिनिधित्व करती है, जो लौंग को एक शक्तिशाली भेंट का रूप देती है।

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माता दुर्गा को लौंग क्यों चढ़ाते हैं?

ऐसा कहा जाता है कि नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा को लौंग चढ़ाने से कई लाभ मिलते हैं। लौंग अपने शुद्धिकरण गुणों के लिए जानी जाती है। भक्तों का मानना है कि माता दुर्गा को लौंग चढ़ाने से आपके जीवन की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में मदद मिलती है।

जिस प्रकार लौंग में तेज सुगंध और स्वाद होता है, उसी प्रकार माना जाता है कि यह बुरी शक्तियों और हानिकारक प्रभावों से सुरक्षा प्रदान करती है।

देवी दुर्गा, रक्षक और बुराई का विनाशक होने की वजह से भक्तों को सुरक्षा और संरक्षा का आशीर्वाद देती हैं, इसलिए लौंग चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है। माता दुर्गा को लौंग चढ़ाना भौतिक धन, सफलता और जीवन में समग्र समृद्धि को आकर्षित करने से भी जुड़ा उपाय माना जाता है। मान्यता है कि देवी दुर्गा उन लोगों को अपना आशीर्वाद प्रदान करती हैं जो भक्तिपूर्वक लौंग चढ़ाते हैं।

नवरात्रि में लौंग चढ़ाने के नियम

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देवी दुर्गा को लौंग चढ़ाने की विधि का विशेष महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि आपको कुछ नियमों का पालन करते हुए ही माता दुर्गा को लौंग चढ़ानी चाहिए। इसके लिए आपको पहला नियम यह ध्यान में रखना चाहिए जैसे कि आपको सबसे पहले शुद्ध शरीर और मन से ही लौंग अर्पित करनी चाहिए। कभी भी अशुद्ध शरीर के साथ माता को लौंग नहीं चढ़ानी चाहिए।
पूजा शुरू करने से पहले खुद को और आस-पास के वातावरण को शुद्ध करना जरूरी माना जाता है। सबसे पहले स्नान करें और साफ़ कपड़े धारण करें। कोशिश करें कि लाल या पीले रंग के कपड़े पहनकर माता दुर्गा को लौंग चढ़ाएं।

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हमेशा साबुत लौंग ही चढ़ाएं

जब भी आप माता दुर्गा को लौंग चढ़ाएं, यह सुनिश्चित करें कि वह लौंग हमेशा साबुत और पूरी होनी चाहिए, जिसमें फूल वाला हिस्सा भी ठीक होना चाहिए।

ऐसी लौंग को शुभ और पूर्ण माना जाता है और ये माता को प्रसन्न करती है। अगर आप बिना फूल वाली लौंग चढ़ाते हैं, तो इसे अधूरी और अपूर्ण माना जाता है, जो पूजा के लिए शुभ नहीं होती।

अपूर्ण लौंग चढ़ाने से माता की कृपा प्राप्त नहीं होती है, इसलिए विशेष ध्यान रखें कि लौंग पूरी हो और उसमें फूल का हिस्सा भी मौजूद हो। लौंग का यह फूल वाला हिस्सा माता दुर्गा को समर्पित करने से आपकी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं और माता का आशीर्वाद भी मिलता है।

विवाहित लोग माता दुर्गा को जोड़े में चढ़ाएं लौंग

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विवाहित लोगों के लिए माता दुर्गा को लौंग चढ़ाते समय विशेष ध्यान रखना चाहिए कि लौंग हमेशा जोड़े में ही अर्पित करें। ऐसा माना जाता है कि शादीशुदा लोगों को कभी भी एक लौंग नहीं चढ़ानी चाहिए, क्योंकि यह अधूरापन दिखाती है। वहीं लौंग का जोड़ा अर्पित करने से दांपत्य जीवन में सामंजस्य, प्रेम और सुख-समृद्धि बनी रहती है।

इसके साथ ही, जो लोग अविवाहित हैं या जिनकी अभी शादी नहीं हुई है, उन्हें एक लौंग चढ़ाने की सलाह दी जाती है। यह उनकी स्थिति के अनुरूप माना जाता है और विवाह से पहले की आवश्यकताओं का प्रतीक होता है। इस नियम का पालन करने से माता की विशेष कृपा प्राप्त होती है, जिससे विवाह की बाधाएं दूर होती हैं और सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद मिलता है।

यदि आप भी नवरात्रि में माता दुर्गा को लौंग चढ़ाती हैं तो आपको यहां बताई बातों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Images:Freepik.com

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