महाकुंभ मेला हिंदू धर्म के सबसे बड़े और पवित्र आयोजन में से एक है, जो हर 12 सालों में आता है। साल 2025 का महाकुंभ प्रयागराज में आयोजित होगा। इस दौरान त्रिवेणी में स्नान करना बहुत शुभ माना जाता है और लाखों श्रद्धालु पवित्र शाही स्नान में हिस्सा लेते हैं। मान्यता है कि जो व्यक्ति इस शाही स्नान में हिस्सा लेता है और पवित्र नदी में स्नान करता है, उसे समस्त पापों से मुक्ति मिलती है। लोग शाही स्नान करके अपने पापों का शुद्धिकरण करते हैं, ईश्वरीय आशीर्वाद प्राप्त करते हैं और जीवन में समृद्धि को आमंत्रित करते हैं।
ज्योतिष के अनुसार, शाही स्नान न सिर्फ शरीर की शुद्धि के लिए आवश्यक माना जाता है बल्कि ये आपकी आत्मा को भी शुद्धि और शांति प्रदान करता है। यह एक ऐसा माध्यम है जिससे व्यक्ति के समस्त पापों को दूर करने में मदद मिलती है और यही नहीं इसे रोग-दोष से मुक्ति का कारण भी माना जाता है।
यदि आप शाही स्नान के बाद ज्योतिष के कुछ विशेष उपाय आजमाते हैं तो स्नान का फल तो दोगुना मिलता ही है और सदैव समृद्धि भी बनी रहती है। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानें उन ज्योतिष उपायों के बारे में विस्तार से।
शाही स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य दें
ज्योतिष के अनुसार सूर्य को सभी ग्रहों का राजा माना जाता है, जो आपके जीवन के लिए ऊर्जा का बड़ा स्रोत होने के साथ आपकी सफलता और समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है।
यदि आप महाकुंभ के शाही स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य देते हैं और सूर्य के मंत्रों का जाप करते हैं तो इससे आपके जीवन में सूर्य की ऊर्जा का संचार होगा और समृद्धि बनी रहेगी।
शाही स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य देना करियर वृद्धि, धन और अधिकार प्राप्ति में सहायक होता है। शाही स्नान के बाद आप उगते सूर्य की ओर मुख करके अर्घ्य दें। इसके लिए आप तांबे के पात्र में लाल फूल और लाल कुमकुम मिलाकर जल चढ़ाएं। अर्घ्य देते समय 'ॐ ह्रीं सूर्याय नमः' मंत्र का जाप करें और घर की समृद्धि, स्पष्टता और सफलता की प्रार्थना करें।
गरीबों और जरूरतमंदों को दान करें
महाकुंभ में दान का विशेष महत्व है। ज्योतिष के अनुसार यदि आप शाही स्नान के बाद जरूरतमंदों को कुछ विशेष वस्तुओं का दान करते हैं तो इससे आप ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कम कर सकते हैं। इस उपाय से आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और जीवन की कई समस्याओं को कम करने में मदद मिलती है।
यही नहीं अगर आपकी कुंडली में अलग-अलग ग्रहों की स्थिति कमजोर है तो आप उन्हें भी कुछ उपायों से मजबूत बना सकती हैं। बृहस्पति ग्रह को मजबूत करने के लिए आप पीले वस्त्रों, हल्दी और केले का दान करें। यदि आपकी कुंडली में शनि की स्थिति कमजोर है तो आप काली चीजों का दान कर सकते हैं जैसे काली दाल, सरसों का तेल या लोहे के बर्तनों का दान करें। इसके साथ ही आप यदि आप जरूरतमंदों को अनाज का दान करें तो आपके जीवन में खुशहाली बनी रहेगी।
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भगवान विष्णु और तुलसी का पूजन करें
भगवान विष्णु को संपूर्ण सृष्टि का पालनकर्ता माना जाता है। उनकी पूजा और तुलसी के पौधे की पूजा करने से शांति, समृद्धि और स्थिरता बनी रहती है।
महाकुंभ के शाही स्नान के तुरंत बाद आप भगवान विष्णु की पूजा करें और तुलसी के पौधे को जल अर्पित करें। तुलसी के पौधे को जल चढ़ाते समय 'ॐ नमो नारायणाय' मंत्र का 108 बार जाप करें। यदि आप शाही स्नान के तुरंत बाद भगवान विष्णु का पूजन करें और विष्णु जी के सामने गाय के घी का दीपक जलाएं।
इस उपाय से पूरे साल आपके घर में खुशहाली बनी रहेगी। इसके साथ ही आप विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। इस पाठ को करने से आपके जीवन में आर्थिक समस्याओं के साथ ग्रह दोष समाप्त होते हैं।
गायों को रोटी खिलाएं और ब्राह्मणों को भोजन कराएं
महाकुंभ के शाही स्नान के बाद अगर आप गाय को रोटी खिलाएंगे और घर वापस आने के बाद ब्राह्मणों को भोजन कराते हैं तो आपके जीवन में सदैव खुशहाली बनी रहेगी।
ज्योतिष के अनुसार गायों को चारा खिलाना और ब्राह्मणों को भोजन कराना बहुत पुण्यकारी माना जाता है। इससे बृहस्पति और शुक्र ग्रह मजबूत होते हैं। महाकुंभ के शाही स्नान के बाद ब्राह्मणों या पंडितों को सात्विक भोजन कराएं और उनका आशीर्वाद लें। इससे आपके जीवन में सदैव खुशहाली बनी रहेगी।
महाकुंभ के शाही स्नान के बाद दीपदान करें
यदि आप महाकुंभ के शाही स्नान के बाद गंगा तट पर दीपदान करते हैं या घर के आस-पास किसी भी नदी के आस-पास दीप दान करते हैं तो आपके जीवन में सदैव समृद्धि बनी रहती है और इससे जीवन की बाधाएं दूर होती हैं। शाही स्नान के बाद आप तिल के तेल या गाय के घी का दीपक जलाएं। दीपक को नदी में प्रवाहित करें और घर की खुशहाली की प्रार्थना करें।
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महाकुंभ शाही स्नान के बाद लक्ष्मी मंत्रों का जाप करें
माता लक्ष्मी को धन और समृद्धि की देवी माना जाता है। महाकुंभ में शाही स्नान के बाद उनके मंत्रों का जाप करने से आर्थिक वृद्धि और समृद्धि बनी रहती है।
घर की खुशहाली के लिए आप शाही स्नान करने के बाद 'ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः' मंत्र का जाप कम से कम 11 बार करें। इससे आपके जीवन में खुशहाली बनी रहेगी। इस मंत्र का जाप करने के लिए आप सबसे पहले स्वच्छ और शांत स्थान पर बैठें और मंत्र का उच्चारण साफ भाषा में करें। यदि संभव हो तो आप इस मंत्र का जाप 108 बार करें।
यदि आप भी महाकुंभ के शाही स्नान के बाद घर में समृद्धि बनाए रखना चाहते हैं तो यहां बताए उपायों को आजमाएं। आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
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