Ganga Dussehra 2024 Shri Krishna Puja: भाग्योदय के लिए गंगा दशहरा के दिन घर में ऐसे करें श्री कृष्ण की पूजा

इस साल गंगा दशहरा 16 जून, दिन रविवार को पड़ रहा है। गंगा दशहरा के दिन ही मां गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था। इस दिन मां गंगा की पूजा के साथ ही गंगा स्नान का भी विशेष स्थान मौजूद है। 

ganga dussehra  lord krishna puja

हिंदू धर्म में गंगा दशहरा का बहुत महत्व माना जाता है। ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा मनाया जाता है। इस साल गंगा दशहरा 16 जून, दिन रविवार को पड़ रहा है। गंगा दशहरा के दिन ही मां गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था। इस दिन मां गंगा की पूजा के साथ ही गंगा स्नान का भी विशेष स्थान मौजूद है। गंगा दशहरा के दिन दसों दिशाओं खुली रहती हैं।

इसी वजह से इस दिन हवन, पूजा-पाठ, अनुष्ठान करना बहुत लाभकारी माना जाता है। इस दिन कृष्ण पूजन का भी खासा महत्व शास्त्रों में बताया गया है। ऐसे में अगर आपके घर में भी श्री कृष्ण की आराधना होती है तो इस दिन उनकी विधिवत पूजा अवश्य करें। ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि श्री कृष्ण की गंगा दशहरा के दिन किस विधिस इ पूजा करनी चाहिए। आइये जानते हैं इस बारे में विस्तार से।

गंगा दशहरा 2024 श्री कृष्ण पूजा विधि

ganga dussehra  lord krishna puja vidhi

शास्त्रों में बताया गया है कि मां गंगा ब्रह्मदेव के कमंडल से उत्पन्न हुई थीं। जहां एक ओर धरती पर आते समय उनके वेग को नियंत्रित करने के लिए शिव जी ने उन्हें अपनी जटाओं में धारण किया था।

यह भी पढ़ें:Ganga Dussehra 2024 Daan: सुख-समृद्धि के लिए गंगा दशहरा के दिन करें इन चीजों का दान

वहीं, शिव जी की जटाओं में स्थान पाने से पहले मां गंगा ने भगवान विष्णु के चरणों की वंदना अपने जल से की थी। यही कारण है कि गंगा दशहरा के दिन मां गंगा के साथ श्री कृष्ण की पूजा का भी विधान है।

ganga dussehra  shri krishna puja vidhi

गंगा दशहरा के दिन सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में गंगा स्नान करें। गंगा स्नान संभव नहीं तो घर मेंनहाने के पानी में गंगाजल मिला लें। इसके बाद श्री कृष्ण का ध्यान करते हुए मंदिर के आसन बिछाएं और कृष्ण प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराएं।

यह भी पढ़ें:Ganga Dussehra 2024 Gangajal Upay: घर में पॉजिटिव एनर्जी बढ़ाने के लिए गंगाजल से करें ये उपाय

इसके बाद नए वस्त्र धारण कराएं, श्रृंगार करें और उन्हें फल, फूल, धूप-दीप, नैवेद्य, गेंदे के फूल की माला आदि अर्पित करें। भोग लगाएं। इसके बाद श्री कृष्ण के मंत्रों का जाप करें और उनकी आरती गाएं। भोग को प्रसाद के रूप में वितरित करें। इस दिन गंगाजल पूजा के बाद अवश्य पिएं।

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर गंगा दशहरा के दिन घर पर कैसे करें श्री कृष्ण की पूजा और क्या है इसका महत्व एवं लाभ। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

iamge credit: herzindagi

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP