Dev Diwali Ganga Snan 2023: जानें देव दिवाली के दिन गंगा स्नान का महत्व

Dev Diwali 2023 Ganga Snan Significance: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा पर देव दिवाली मनाई जाती है। वहीं इस साल दिनांक 26 नवंबर को देव दिवाली का पर्व मनाया जाएगा। 

 
Ganga Snan Vidhi

(Dev Deepawali 2023) देव दिवाली कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। यह दिवाली के 15 दिन बाद आती है। कार्तिक पूर्णिमा तिथि के प्रदोष काल में देव दिवाली मनाया जाता है। इस दिन वाराणसी में गंगा घाट और मंदिर दीए की रोशनी से जगमगाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि देव दिवाली के दिन स्वयं भगवान शिव पृथ्वी लोक आते हैं। वहीं इस साल देव दिवाली के दिन 3 शुभ योग का निर्माण हो रहा है। देव दिवाली में गंगा स्नान का विशेष महत्व है।

आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

देव दिवाली के दिन गंगा स्नान का महत्व (Ganga Snan Significance)

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कार्तिक पूर्णिमा के दिन किसी भी तीर्थ स्थल पर स्नान करने से व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। इस दिन ऐसी मान्यता है कि भगवान श्री हरि विष्णु (भगवान विष्णु मंत्र) स्वयं गंगाजल में वास करते हैं।

इस दिन सबसे अधिक ऋषिकेश, हरिद्वार, बनारस और प्रयागराज में स्ना-दान का महत्व बताया गया है, लेकिन अगर आप बाहर नहीं जा सकते हैं, तो घर के पानी में ही थोड़ा-सा गंगाजल डालकर और पवित्र नदियों का ध्यान करते हुए स्नान कर सकते हैं।

इतना ही नहीं स्नान करने के दौरान गायत्री मंत्र का जाप जरूर करें। पूर्णिमा के दिन तिल, गुड़, घी, कपास, फल, अन्न, कंबल और वस्त्र आदि का दान अवश्य करना चाहिए और जरूरतमंदों को भोजन अवश्य करना चाहिए। इससे सौभाग्य की प्राप्ति हो सकती है।

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3 शुभ योगों में है देव दिवाली (Dev Diwali Shubh Yog)

इस साल देव दिवाली पर 3 शुभ योगों का निर्माण होने जा रहा है। इस दिन रवि योग, परिघ योग और शिव (भगवान शिव मंत्र) योग बन रहे हैं। देव दिवाली को प्रात: 06:52 मिनट से लेकर 02: 05 मिनट तक रवि योग रहेगा। वहीं परिघ योग प्रात:काल से लेकर देर रात 12: 37 मिनट तक हैष उसके बाद शिव योग शुरू हो जाएगा। जो कार्तिक पूर्णिमा को रात तक रहेगा।

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देव दिवाली के दिन दीपदान करने की है परंपरा (Ritual of Deep Daan in Dev Diwali)

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देव दिवाली के दिन पवित्र नदी में स्नान करने के बाद दीपदान करना शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यह दीपदान नदी के किनारे किया जाता है।

देव दिवाली के दिन स्नान के दौरान पढ़ें ये मंत्र (Dev Diwali Mantras)

देव दिवाली के दिन स्नान करने के दौरान 'गंगे च यमुने चैव गोदावरि सरस्वति।। नर्मदे सिन्धु कावेरि जलऽस्मिन्सन्निधिं कुरु।। ' मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए। इससे व्यक्ति को सभी परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है।

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Image Credit- Freepik

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