Astro Tips: हिन्दू धर्म में पितृपक्ष का बहुत महत्व माना जाता है। इस साल पितृपक्ष 29 सितंबर, दिन शुक्रवार से शुरू हो रहे हैं।
मान्यता है कि पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध कर्म, पिंडदान और तर्पण आदि करने से पितृ प्रसन्न हो जाते हैं और अपनी कृपा बरसाते हैं।
श्राद्ध कर्म के दौरान पितरों को भोग लगाया जाता है। यानी कि कौवे को भोजन कराया जाता है। यह भोजन पितरों का पहुंचता है।
ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि कौवा पितरों का प्रतीक होता है इसलिए उसे खाना खिलाने का विधान वर्णित है।
हालांकि पितरों तक उस भोजन को पहुंचाने का काम कौवे का नहीं होता बल्कि दो पितृ देव इस काम को विधि से संपन्न करते हैं।
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आप भी अगर पितृ पक्ष के दौरान अपने पितरों का श्राद्ध करना चाहते हैं तो कौवे को भोजन कराने के बाद लेख में बताए गए पितृ देवों का स्मरण कर खाना अपने पितरों तक अवश्य पहुंचाएं। तभी आपक श्राद्ध कर्म पूरा होगा। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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