वाटर रिटेंशन की समस्या को लोग अक्सर अपने बढ़े हुए वजन से जोड़कर देखते हैं। लेकिन यह सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। जब शरीर में वाटर रिटेंशन की समस्या होती है, तो पैर, टखनों, आंखों के नीचे आदि में सूजन नजर आ सकती है। आमतौर पर, यह समस्या हमारे शरीर के ऊतकों में द्रव के निर्माण के कारण होती है। यूं तो वाटर रिटेंशन के कई कारण हो सकते हैं। जैसे- हवाई जहाज की उड़ानों में लंबे समय तक बैठना, गर्भावस्था के दौरान हार्मोन में बदलाव, और यहां तक कि बहुत देर तक खड़े रहने से भी ऐसा हो सकता है।
बता दें कि आपका शरीर 50 से 60 प्रतिशत पानी से बना है। जब आपका हाइड्रेशनअ लेवल बैलेंस नहीं होता है, तो आपका शरीर उस पानी पर लटक जाता है। जिससे सूजन पैदा होती है। इसके अलावा, आपका आहार भी वाटर रिटेंशन की समस्या को कम या ज्यादा कर सकता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं, जो वाटर रिटेंशन की समस्या को बढ़ा सकते हैं। इसलिए इनसे आपको थोड़ी दूरी बनानी चाहिए-
कार्ब्स में करें कटौती
ब्रेड, सफेद चावल और पास्ता जैसे कार्ब्स पानी बरकरार रखते हैं। ऐसे में अगर आपको वाटर रिटेंशन की समस्या है तो आपको अपनी डाइट से कार्ब्स कम करने की कोशिश करनी चाहिए। इससे आपकी सूजन कम हो जाएगी। कोशिश करें कि आप अपनी डाइट में कार्ब्स को गुड फैट से बदलें, जैसे एवोकाडो और नारियल का तेल। साथ ही, ट्रांस फैट से भी बचें। जब आप लो कार्ब डाइट लेते हैं तो इससे पानी फ्लश आउट हो जाता है और सूजन भी कम होती है।
नमकीन खाद्य पदार्थों से बचने की कोशिश करें
अधिकतर लोग पैकेज्ड आइटम खाना काफी पसंद करते हैं, लेकिन इनमें नमक की मात्रा अधिक होती है। यह वाटर रिटेंशन की समस्या को और भी अधिक बढ़ा सकते हैं। इसलिए, नमकीन खाद्य पदार्थों से बचने की कोशिश करें ताकि सूजन व वाटर रिटेंशन को कम किया जा सके। बेहतर होगा कि आप अपनी डाइट में नमक के स्थान पर मसाले व सीजनिंग का इस्तेमाल करें। ध्यान रखें कि अतिरिक्त सोडियम वाटर रिटेंशन का कारण बन सकता है। ऐसे में लहसुन पाउडर, आर्गेनो, चिली पाउडर और सूखी सरसों जैसे मसालों को इस्तेमाल करना अच्छा विचार हो सकता है।
रिफाइंड आइटम से बनाएं दूरी
चीनी, सफेद आटा, और तेल सभी रिफाइंड प्रोडक्ट हैं, जिसका अर्थ है कि इनमें से फाइबर मिसिंग है। फाइबर हमारे अंगों की कई आंतरिक प्रक्रियाओं को रेग्युलेट करने में मदद करता है। जब आप रिफाइंड आइटम्स का सेवन करते हैं, तो इससे कब्ज की समस्या हो सकती है। कब्ज भी सूजन के प्रमुख कारणों में से एक हो सकता है।
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कैफीन को करें कम
यूं तो हर व्यक्ति को डाइट में लिक्विड की मात्रा को बढ़ाने की सलाह दी जाती है, लेकिन आप किस तरह की ड्रिंक का सेवन करते हैं, इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। मसलन, शराब, कैफीन युक्त पेय पदार्थ व कार्बोनेटेड ड्रिंक से जितना हो सके, दूर रहें। हालांकि कैफीन एक डायूरेटिक है, जिससे आपको अधिक यूरिन आएगा। लेकिन फिर भी यह वाटर रिटेंशन की समस्या को कम नहीं करता है। इसी तरह शराब में शुगर होती है जो सूजन में वृद्धि कर सकती है।
अगर आपको भी वाटर रिटेंशन की समस्या है तो बेहतर होगा कि आप भी इन फूड्स को अपनी डाइट से बाहर कर दें।
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