मौसम बदलने पर डाइट में क्यों शामिल करना चाहिए गिलोय?

गिलोय, गुणों से भरपूर एक आयुर्वेदिक हर्ब है। यह इम्यूनिटी मजबूत करता है और कई तरह की बीमारियों से बचाव करने में मदद करता है। बदलते मौसम के बीच, गिलोय को डाइट में क्यों शामिल करना चाहिए, चलिए एक्सपर्ट से जानते हैं।
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बदलते मौसम में खुद को सेहतमंद रखना काफी चैलेंजिंग होता है। मौसम बदलने पर सर्दी-जुकाम, खांसी और बुखार जैसी दिक्कतें लगी रहती हैं। इस दौरान, कई लोगों का पाचन भी खराब हो जाता है। ऐसे में हेल्दी रहने के लिए सही खान-पान बहुत जरूरी है। मौसम बदलने पर सेहतमंद रहने में कई आयुर्वेदिक हर्ब्स आपकी मदद कर सकते हैं। ये हर्ब्स औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं और अगर इन्हें आप सही तरह से डाइट में शामिल करें, तो बदलते मौसम में आप कई बीमारियों से बच सकते हैं। गिलोय भी एक ऐसा ही हर्ब है, जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। गुणों से भरपूर इस हर्ब को बदलते मौसम के बीच, आपको डाइट में क्यों शामिल करना चाहिए, इस बारे में आयुर्वेदिक डॉक्टर से जानते हैं। यह जानकारी डॉक्टर दीक्षा भावसार दे रही हैं। डॉक्टर दीक्षा, आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स ब्रांड द कदंब ट्री की फाउंडर और BAMS (Bachelor of Ayurveda Medicine) हैं।

बदलते मौसम में गिलोय को डाइट में शामिल करने के फायदे (How giloy helps in seasonal changes)

giloy for cough

  • गिलोय औषधीय गुणों से भरपूर होता है। जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, उन्हें बीमारियां जल्दी घेर लेती हैं। ऐसे में बदलते मौसम के बीच, इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए, आप गिलोय का सेवन कर सकती हैं।
  • मौसम बदलने पर अक्सर लोगों को जुकाम और बुखार जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। इससे सीने में जकड़न, कफ और सर्दी-खांसी भी दूर होती है।
  • गिलोय, डाइजेशन को भी दुरुस्त करता है। बदलते मौसम में पेट से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने के लिए, आपको गिलोय को डाइट में शामिल करना चाहिए।
  • सर्दी की शुरुआत के साथ ही, मेटाबॉलिज्म पर असर होता है। कई बार इस मौसम में हम ज्यादा खाने लगते हैं। ऐसे में वजन बढ़ सकता है। गिलोय, फैट बर्निंग को आसान बनाकर, वजन कम करने में मदद करता है।

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giloy kadha in changing weather

  • सीने में जमा कफ और सर्दी-खांसी को दूर करने के लिए, आप गिलोय का काढ़ा पी सकती हैं।
  • बदलते मौसम में इस काढ़े को पीने से सीजनल इंफेक्शन्स से बचाव होगा। गिलोय, काली मिर्च, लौंग, अदरक और तुलसी को मिलाकर, आप इस काढ़े को बना सकती हैं।
  • गिलोय में एंटी-वायरल गुण होते हैं। इसे डाइट में शामिल करने से, आप मौसम चेंज के दौरान होने वाले वायरल फीवर से बच सकती हैं।
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बदलते मौसम के बीच, गिलोय को डाइट में शामिल कर, आप कई बीमारियों से बच सकते हैं। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit:Freepik

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