सेहत का खजाना है मोरिंगा, इस तरह खाने से मिलेगा ज्यादा फायदा

मोरिंगा बहुत फायदेमंद होता है। आयुर्वेद के अनुसार, इससे लगभग 300 बीमारियों का इलाज हो सकता है। एनीमिया को दूर करने से लेकर, इम्यूनिटी बूस्ट करने तक, इसके बहुत लाभ हैं। 

 
is it safe to eat moringa everyday

हेल्दी रहने के लिए डाइट में नेचुरल चीजों का ज्यादा उपयोग करना चाहिए। कई सारे फल, सब्जियां, मसाले और हर्ब्स हेल्थ के लिए बहुत अच्छे होते हैं। इनके गुणों को आयुर्वेद में भी माना जाता है। एक ऐसा ही हर्ब है मोरिंगा। मोरिंगा के पेड़ की पत्तियां, फलियां और इसका पाउडर सभी फायेमंद होता है। इससे स्वास्थ्य को क्या लाभ मिलते हैं और इसे किस तरह से खाया जा सकता है, इस बारे में आयुर्वेदिक एक्सपर्ट दीक्षा भावसार ने जानकारी दी है। डॉक्टर दीक्षा, आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स ब्रांड द कदंब ट्री की फाउंडर और BAMS (Bachelor of Ayurveda Medicine) हैं।

आयुर्वेद के अनुसार मोरिंगा के गुण

benefits of moringa

मोरिंगा में पालक से 25 गुना ज्यादा आयरन होता है। दूध से 17 गुना ज्यादा कैल्शियम होता है। संतरे से कई गुना ज्यादा विटामिन सी, गाजर से कई गुना ज्यादा विटामिन ए और योगर्ट से ज्यादा प्रोटीन होता है। यह एंटीबायोटिक, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-डायबिटिक, एंटी-वायरल, एंटी- एजिंग और एंटी-फंगल होता है। इसकी फलियां, जिन्हें ड्रमस्टिक्स भी कहते हैं। उनमें भी कई गुण होते हैं। आयुर्वेद में इसे जादुई पेड़ माना जाता है और इससे लगभग 300 बीमारियों का इलाज किया जाता है।

मोरिंगा के फायदे

  • यह बालों का झड़ना कम करता है।
  • हीमोग्लोबिन के लेवल को सुधारता है, जिससे एनीमिया ठीक होता है।
  • ब्लडप्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है।
  • लिवर और किडनी को डिटॉक्स करता है।
  • वजन घटाने में मदद करता है।
  • मेटाबॉलिज्म को सुधारता है।
  • शुगर लेवल को मैनेज करता है।
  • स्ट्रेस, एंग्जायटी और मूड स्विंग्स को कम करता है।
  • थायरॉइड फंक्शन को सुधारता है।
  • ब्रेस्टमिल्क को बढ़ाने में भी फायदेमंद है।
  • अस्थमा और कफ को ठीक करता है।
  • अर्थराइटिस के मरीजों के लिए अच्छा है।
  • शरीर में विटामिन और मिनरल्स की कमी को दूर करता है।

कैसे खाएं मोरिंगा?

best way to eat moringa

मोरिंगा प्लांट के सभी हिस्से फायदेमंद होते हैं। लेकिन इसकी पत्तियां सबसे अधिक गुणकारी होती हैं। आप मोरिंगा की फ्रेश पत्तियों को खाना बनाने में इस्तेमाल कर सकती हैं, इसकी फलियों का सूप और सब्जी बना सकती हैं और इसकी पत्तियों को सुखाकर उनका पाउडर भी बनाया जा सकता है। ड्रमस्टिक्स का सूप, अर्थराइटिस के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। मोरिंगा के 1 टीस्पून पाउडप को रोटी, चीला, स्मूदी, दाल या पानी एनर्जी ड्रिंक्स में मिला सकती हैं।

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मोरिंगा के इस्तेमाल से पहले रखें इस बात का ध्यान

मोरिंगा की तासीर गर्म होती है। जिन लोगों को हीट इश्यूज जैसे एसिडिटी, ब्लीडिंग, पाइल्स, हैवी पीरियड्सअ और एक्ने की समस्या है, उन्हें इसे घी या धनिये के साथ खाना चाहिए। साथ ही खाने के पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

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Image Credit:Freepik

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FAQ

  • क्या मोरिंगा को रोज खाया जा सकता है?

    मोरिंगा की तासीर गर्म होती है। इसलिए इसे खाने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।