फिटनेस के इस दौर में डिलीवरी के बाद जल्द से जल्द शेप में आने की चाह आम हो चुकी है। खासकर इन दिनों बॉलीवुड सेलेब्स की वेट लॉस जर्नी से प्रभावित होकर महिलाएं कम से कम समय में वेट लॉस कर अपने पुराने शेप में वापस आना चाहती हैं। लेकिन अगर सेहत के लिहाज से देखा जाए तो डिलीवरी के तुरंत बाद फिजिकल एक्टिविटी की जल्दबाजी हानिकारक हो सकती है।
दरअसल, बच्चे के जन्म के साथ ही महिला का जीवन पूरी तरह बदल जाता है... मां के तौर पर जहां वह मानसिक बदलाव के दौर से गुजर रही होती है तो वहीं प्रेग्नेंसी और डिलीवरी के बाद उसे कई तरह के शारीरिक बदलावों का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में इस दौरान एक्सरसाइज, वर्कआउट या दूसरी फिजिकल एक्टिविटी की जल्दबाजी शरीर पर अतिरिक्त भार डालने जैसा है, जिससे बचना चाहिए। अब सवाल यह उठता है कि आखिर डिलीवरी के कितने दिनों बाद वर्कआउट शुरू की जा सकती है? तो हमने इस बारे में उत्तरप्रदेश की मशहूर गाइनोकोलॉजिस्ट डॉ. रीता दास से बात की और उनसे मिली जानकारी यहां हम आप के साथ शेयर कर रहे हैं।
हमारी हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. रीता दास बताती हैं कि डिलीवरी के बाद शरीर को वापस सामान्य अवस्था में आने में लंबा वक्त लगता है और रिकवरी की समय अवधि इस बात पर निर्भर करती है कि यह नॉर्मल डिलीवरी है या सिजेरियन। एक्सपर्ट के अनुसार नॉर्मल डिलीवरी में जहां शरीर को सामान्य अवस्था आने में लगभग 4 सप्ताह का वक्त लगता है तो वहीं सिजेरियन डिलीवरी की स्थिति में लगभग 6 से 8 सप्ताह का समय लग सकता है। इसके बाद ही आपको वर्कआउट शुरू करना चाहिए, साथ ही इसे शुरू करने से पहले अपने पर्सनल डॉक्टर की सलाह जरूर लें। क्योंकि वो आपकी हेल्थ रिकॉर्ड के अनुसार ही आपको सलाह देंगे।
अगर आपकी फिजिकल कंडीशन सीरियस है तो डॉक्टर आपको उसके अनुसार वर्कआउट या फिजिकल एक्टिविटी करने का निर्देश देंगे। दरअसल, प्रसव की प्रकिया में गर्भाशय और योनि के साथ ही शरीर का निचला हिस्सा काफी कमजोर हो जाता है। वहीं डिलीवरी के दौरान शरीर के दूसरे हिस्से जैसे पेट, पीठ और हिप्स भी प्रभावित होते हैं। इसके अलावा अत्यधिक रक्त स्त्राव के कारण शारीरिक कमजोरी भी होती है। ऐसी स्थिति में वर्कआउट का अतिरिक्त भार शरीर पर डालना उचित नहीं होता और इसलिए डॉक्टर आपको पर्याप्त आराम की सलाह देते हैं।
‘पोस्ट प्रेग्नेंसी वेट लॉस जर्नी’ पर आजकल काफी बातें हो रही हैं। कई सारी बॉलीवुड एक्ट्रेस और फीमेल सेलिब्रिटी सोशल मीडिया पर अपनी ‘पोस्ट प्रेग्नेंसी वेट लॉस जर्नी’ फैंस के साथ शेयर कर चुकी हैं। ऐसे में इससे प्रभावित होकर आम महिलाएं भी वजन कम करने के लिए वर्कआउट का सहारा ले रही हैं। लेकिन उन्हें यह बात समझने की जरूरत है कि सेलिब्रिटी के पास अपने पर्सनल फिटनेस ट्रेनर और एक्सपर्ट होते हैं, जिनकी देख-रेख में वो एक्सरसाइज करती हैं। इसलिए सोशल मीडिया पर उनके द्वारा सुझाए गए एक्सरसाइज या योगाविधि को आजमाने से पहले फिटनेस एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
हमारी हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. रीता दास के अनुसार, डिलीवरी के बाद वर्कआउट की शुरूआत आप वाकिंग, साइकिलिंग और स्विमिंग के साथ कर सकती हैं। वहीं अगर रक्तस्राव बंद हो चुका है तो लो इम्पैक्ट वाले एरोबिक एक्सरसाइज भी कर सकती हैं। इसके बाद आप पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज और एब्डोमिनल स्ट्रेंथिंग एक्सरसाइज की शुरुआत कर सकती हैं।
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डॉ. रीता दास आगे कहती हैं कि वेट लॉस जर्नी में आपको यह बात ध्यान रखनी होगी कि इसका परिणाम हासिल करने में एक निश्चित समय लगेगा। आपको समझना होगा कि प्रेग्नेंसी के दौरान बीते 9 महीनों में जो आपने वेट गेन किया है, उसे कम करने में भी समय लगेगा ही। इसलिए परिणाम को लेकर किसी तरह की जल्दबाजी न करें, क्योंकि ये आपके शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
उम्मीद करते हैं कि यह जानकारी आपकी वेट लॉस जर्नी के लिए उपयोगी साबित होगी और अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो, तो अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। जानकारी से भरपूर लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहिए आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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