बाहर का खाना और फास्टफूड हमारी लाइफस्टाइल का हिस्सा बन चुका है। खाने में तो ये सभी चीजें बहुत टेस्टी लगती हैं लेकिन इससे हमारे पेट का बैंड बन जाता है। जी हां इन चीजों का ज्यादा इस्तेमाल हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम पर बुरा असर डालता हैं। अगर आप भी बाहर का खाना और फास्टफूड बहुत ज्यादा पसंद करती हैं और जिसके चलते आपका पेट गड़बड़ा गया है तो विशेषज्ञों के अनुसार कम मात्रा में ही सौंफ, अदरक, दही और पपीता आदि खाने से डाइजेस्टिव सिस्टम को हेल्दी रखा जा सकता है।
Nutritionist और dietitian Nmami Agarwal और Fitpass की nutritionist और dietician Mehar Rajput ने डाइजेस्टिव सिस्टम को हेल्दी रखने वाली कुछ चीजों की सूची बनाई है। जो आपकी किचन में आसानी से उपलब्ध हो जायेगी। आइए हमारे साथ-साथ आप भी जानें कौन सी चीजें है ये।
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इस list में सबसे पहला नाम अदरक का आता है। अदरक डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूत बनाने वाला सबसे अच्छा हर्ब है। इससे सूजन और सीने में जलन को रोकने में हेल्प मिलती है। इस शानदार हर्ब के लाभ पाने के लिए आप खाना खाने के बाद अदरक के पानी में नींबू की कुछ बूदें मिलाकर एक घूंट पी लें। यह आपको पेट के साथ-साथ अन्य कई परेशानियों से दूर रखता है।
जीरा pancreas में विनिन्न digestive enzymes के स्राव में मदद करता है जो पोषक तत्वों के पाचन और अवशोष में हेल्प करता है। आप भूने हुए जीरे के फ्लेवर और फायदों के लिए इसे दही, छाछ, शिकनजी, सलाद और सूप में मिला कर ले सकती हैं।
Probiotics ऐसे live micro-organisms होते हैं, जो कई बीमारियों को दूर करने में आपकी मदद करते हैं। इसे लेने से डाइजेस्टिव सिस्टम और इम्यूनिटी को मजबूत किया जा सकता है। यह आमतौर पर फ्रेंडली, हेल्दी और गुड बैक्टीरिया के कारण जाना जाता है। हम इसे दही, केफिर (दूध उत्पाद) और kombucha (एक तरह की ब्लैक टी) के रूप में ले सकती हैं। यह डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूत बनाने के साथ-साथ इन्हें यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, त्वचा संबंधी रोग और कोल्ड को दूर करता है।
सौंफ में पाये जाने वाले phytonutrients आपको एंटीऑक्सीडेंट गुण देते हैं जिससे आपको पेट की गैस को कम करने और डाइजेस्टिव सिस्टम में सुधार करने में हेल्प मिलती है। सौंफ को चबाने से या चाय में डालकर लेने से डाइजेस्टिव सिस्टम एक्टिव होता है, जिससे सीने में जलन, पेट और आंत की समस्याओं का निदान होता है। आप इसे दूध, दही, शिकंजी, सलाद या सूप में ले सकती हैं। या आप खाने के बाद रोजाना एक चम्मच सौंफ खाने की आदत भी डाल सकती हैं।
हालांकि दूध से बने ज्यादातर प्रोडक्ट लेने से डाइजेस्टिव संबंधी समस्या होने लगती हैं लेकिन दही का इसके ठीक विपरीत असर होता है। दही में मौजूद प्रोबयोटिक पेट को हेल्दी रखने के लिए गुड बैक्टीरिया बढ़ाने में हेल्प करते है जो डाइजेशन बढ़ाने और गैस संबंधी समस्याओं में आराम देता है।
पपीता डायरिया और पेट की अन्य समस्याओं का इलाज करने वाले सबसे अच्छे फलों में से एक है। इसे खाने से पाचन, खट्टी डकार और कब्ज में आराम मिलता है। इसका सेवन करने से पेट के विकार दूर होते हैं। इसमें मौजूद जादुई एंजाइम papain, एक प्राकृतिक एंजाइम है जो प्रोटीन को तोड़ने में हेल्प करता है और हेल्दी acidic वातावरण को बढ़ावा देकर पेट को शांत करता है।
Oat bran घुलनशील और अघुलनशील फाइबरों का महत्वपूर्ण स्रोत है। पोषक तत्वों से भरपूर bran को आटा बनाने की प्रक्रिया में हटा दिया जाता है, जिससे हेल्दी डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए जरूरी विटामिन, पोषक तत्व और फाइबर अलग हो जाते हैं। Oat bran में घुलनशील फाइबर होते है जो डाइजेस्टिव सिस्टम में एक जैल जैसा पदार्थ बनने के लिए पानी को अवशोषित करता है।
केला एक ऐसा फल है, जो जल्दी पच जाता है और आपका तुरंत एनर्जी देता है। पपीता की तरह इसमें भी पेक्टीन होता है, जिससे पेट के विकार आसानी से दूर हो जाते हैं।
तो पेट के रोगों को दूर करने के लिए आप इन चीजों का सेवन कब से कर रही हैं?
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