थायरॉयड की समस्या हो रही है? तो आप अकेली नही हो। थायरॉयड की कंडीशन बहुत आम है और दुर्भाग्य से अक्सर इसका पता नहीं चल पाता है और इसका इलाज नहीं किया जाता है। इस समस्या में शरीर में थायरॉयड ग्लैंड ज्यादा थायरॉयड हार्मोन का निर्माण करने लगता है, जिस कारण महिलाओं को कई तरह की परेशानियां घेरने लगती हैं।
इसके लक्षणों में वजन बढ़ना, मसल्स में कमजोरी, कब्ज, बालों का झड़ना, थकान और बहुत सारी चीजें शामिल हो सकती हैं। लेकिन अच्छी खबर यह है कि आप थायरॉयड हेल्थ के लिए महंगी दवाओं या मेडिकल ट्रीटमेंट के पूरक के रूप में प्राकृतिक विकल्पों का चुनाव कर सकती हैं।
आज हम आपको 3 ऐसी चीजों के बारे में बता रहे हैं जिसे अपने रूटीन में शामिल करके आप थायरॉयड की समस्या को कंट्रोल कर सकती हैं। इसकी जानकारी आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ दीक्सा भावसार ने इंस्टाग्राम पर शेयर की है। लेकिन सबसे पहले इसके कारणों के बारे में जान लेते हैं-
एक्सपर्ट की राय
थायरॉयड एंडोक्राइन सिस्टम की आत्मा है। यदि आपका थायरॉयड असंतुलित हो जाता है, तो आपके शरीर के सभी कार्य जैसे मेटाबॉलिज्म, एनर्जी का लेवल, शरीर का तापमान, रिप्रोडक्टिव सिस्टम, वजन बढ़ना या कम होना, पीरियड्स, बालों की हेल्थ, मानसिक स्वास्थ्य और हार्ट रेट आदि प्रभावित होते हैं।
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1. आपका मेटाबॉलिज्म और एनर्जी का लेवल
थायरॉयड ग्रंथि का मुख्य कार्य मेटाबॉलिज्म है। यह आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन को डाइजेशन में मदद करता है, इससे आवश्यक पोषक तत्वों को अवशोषित करता है और आपके भोजन को मेटाबोलाइज करके आपको एनर्जी भी प्रदान करता है।
2. बालों की ग्रोथ पर असर
आपका थायरॉयड आवश्यक पोषक तत्वों जैसे आयरन, कैल्शियम आदि के अवशोषण में मदद करता है जो बालों के विकास के लिए जिम्मेदार होते हैं।
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3. वजन का बढ़ना या कम होना
थायरॉयड असंतुलन या तो अत्यधिक वजन घटाने या वजन बढ़ने का कारण बन सकता है।
4. अनियमित पीरियड्स
थायरॉयड के असंतुलन के कारण अनियमित पीरियड्स हो सकते हैं।
5. कंसीव में समस्या
यदि आप लगातार प्रयासों के बावजूद प्रेग्नेंट होने में सफल नहीं हुई हैं, तो इसका कारण थायरॉयड हो सकता है। थायरॉयड को संतुलित करने से आपको कंसीव करने में मदद मिल सकती है।
6. शरीर का तापमान
असंतुलित थायरॉयड आपके शरीर के तापमान को कम कर सकता है और आप ठंड के प्रति असहिष्णु हो सकते हैं।
7. हार्ट रेट
जी हां, थायरॉइड आपकी हार्ट रेट को भी नियंत्रित करने में मदद करता है।
8. मानसिक स्वास्थ्य
थायरॉइड के लेवल में असंतुलन आपके शरीर में कोर्टिसोल की मात्रा बढ़ाकर आपको तनावग्रस्त, चिंतित और उदास महसूस करा सकता है।
9. अन्य हार्मोन को संतुलित करना
आपका थायरॉयड टेस्टोस्टेरोन, एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन और कोर्टिसोल के कामकाज को भी प्रभावित करता है।
यदि आपको इनमें से कोई भी समस्या है, तो अपने थायरॉयड के लेवल की जांच करवाएं और जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से सलाह लें।
थायरॉयड को कंट्रोल करने के तरीके
थायरॉयड के लिए हाथों में प्रेशर पॉइंट दबाएं
थायरॉयड को कंट्रोल करने के लिए हाथों का प्रेशर पॉइंट आपकी बहुत मदद कर सकता है। यह दोनों हाथों की तर्जनी उंगली और अंगूठे के बीच वाले मुलायम हिस्से में स्थित होता है। इस जगह पर रोजाना सुबह के समय दोनों हाथों में 20 से 50 बार प्रेशर बनाकर रखें।
प्रेशर डालने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है, इम्यून सिस्टम मजबूत होने के साथ ही ओवर-एक्टिव थायरॉयड में राहत पाने में मदद मिल सकती है।
उज्जायी प्राणायाम और अनुलोम विलोम
रोजाना इसे सुबह और रात को सोने से पहले 11 बार करें।
उज्जायी प्राणायाम
उज्जायी प्राणायाम थायरॉयड हेल्थ के लिए सबसे प्रभावी प्राणायाम में से एक है। इसे चैत्य श्वास भी कहा जाता है क्योंकि यह न केवल मन को शांत करता है बल्कि मेडिटेटिव स्टेट को भी प्रेरित करता है। इस प्रकार के प्राणायाम को क्रॉस लेग्ड पोजीशन में बैठकर मुंह से सांस लेते हुए किया जाता है।
- इसे करने के लिए गले को सिकोड़कर समुद्र की लहरों की आवाज की नकल करने की कोशिश करनी चाहिए।
- फिर मुंह बंद करके फिर से गले को सिकोड़ते हुए नाक से सांस लेनी चाहिए।
अनुलोम विलोम
इसके अलावा थायरॉयड हेल्थ के लिए अनुलोम विलोम भी बहुत अच्छा प्राणायाम है। इसे करने से ब्लड का सर्कुलेशन सही तरीके से होता है और बहुत से रोगों में आराम मिलता है।
- इसे करने के लिए सुखासन में बैठ जाएं।
- फिर अपनी आंखे बंद कर लें।
- अब नाक के दाई छिद्र को दाहिने हाथ के अंगूठे से बंद करके बाएं छिद्र से धीरे-धीरे गहरी सांस लें।
- फिर नाक के बाएं छिद्र को बाकी अंगुलियों से बंद करके नाक के दाएं छिद्र को खोलकर धीरे-धीरे सांस को बाहर छोड़ें।
- अब नाक के दूसरे छिद्र से इस प्रकिया को दोहराएं।
- इस तरह की प्रक्रिया से एक चक्र पूरा होता है।
भरपूर नींद
क्या आपको रात में ठीक से नींद नहीं आती है? या दिनभर की थकान के बावजूद भी रात को सो नहीं पाती हैं। हालांकि, हर कोई कभी न कभी खराब नींद को अनुभव करता है। जब नींद की गड़बड़ी सामान्य हो जाती है, हालांकि, थायरॉयड रोग जैसे चिकित्सा कारणों की जांच करने का समय हो सकता है।
आपके शरीर के कई अंग और प्रणालियां आपके थायरॉयड ग्लैंड पर निर्भर करती हैं, जो आपके एडम्स एप्पल के ठीक नीचे आपकी गर्दन के आधार पर स्थित होती है। जब आपका थायरॉयड बहुत कम या बहुत अधिक थायरॉयड हार्मोन का उत्पादन करता है, तो यह आपके शरीर के मेटाबॉलिज्म को बंद कर देता है, जो आपकी नींद को प्रभावित कर सकता है।
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जबकि अच्छी नींद लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करती है जो थायरॉयड हार्मोन को मेटाबोलाइज करने में मदद करती है।
आप भी इन टिप्स को आजमाकर थायरॉयड को कंट्रोल कर सकती हैं। इस आर्टिकल को शेयर और लाइक जरूर करें, साथ ही कमेंट भी करें। स्वास्थ्य सलाह से जुड़े ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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