किडनी ‘साइलेंट वर्कर’ की तरह काम करता है, लेकिन इसमें थोड़ी भी गड़बड़ी होने पर इसका असर शरीर के दूसरे अंगों पर पड़ने लगता है, जो हमारे स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। हाल में किडनी से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ी हैं। ऐसे में इनकी खास देखभाल करना जरूरी हो गया है। हम अपनी आदतों में कुछ छोटे-छोटे बदलाव से किडनी से जुड़ी समस्याओं से बच सकते हैं। इस बारे में डॉक्टर अभ्युदय सिंह राणा, एसोसिएट कंसल्टेंट, डीएनबी(नेफ्रोलॉजी), डीएनबी(मेडिसीन), एमबीबीएस(एमडी फिजिशियन), मेदांता, गुरुग्राम जानकारी दे रहे हैं।
कितना जरूरी है किडनी?
किडनी हमारे स्पाइन के बगल में रिबकेज के नीचे होते हैं। ये राजमा के आकार के होते हैं। इनका मुख्य काम ब्लड की ‘सफाई’ करना होता है। ब्लड में मौजूद विषैले तत्व किडनी से फिल्टर होकर यूरिन के रूप में शरीर से बाहर हो जाता है। इसके अलावा, किडनी ब्लड प्रेशर को नियमित रखते हैं, जरूरी मिनरल को बैलेंस करते हैं और रेड ब्लड सेल्स बनाने में सहायक होते हैं। मोटे तौर पर कहें तो किडनी हमारे शरीर को बैलेंस रखते हैं।
भारत में किडनी से जुड़ी बीमारियों की वजह
डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर
भारत में डायबिटीज, किडनी से जुड़ी बीमारियों की मुख्य वजह है। ब्लड में शुगर की ज्यादा मात्रा लंबे समय में किडनी में मौजूद छोटे-छोटे फिल्टर्स को खराब कर सकता है। इसके अलावा, हाई ब्लड प्रेशर को मैनेज नहीं करने पर किडनी में खिंचाव हो सकता है।
पेन-किलर का बिना सोचे-समझे इस्तेमाल
ज्यादातर लोग सर दर्द या बदन दर्द होने पर ‘ओवर-द-काउंटर’ पेन-किलर का इस्तेमाल करते हैं। डॉक्टर की सलाह लिए बिना आई-ब्रूफेन या डाइक्लोफेन्स जैसी पेन किलर दवाइयों का लगातार इस्तेमाल करने से किडनी को नुकसान पहुंच सकता है। ओवर-द-काउंटर वैसी दवाइयों को कहते हैं, जिन्हें खरीदने के लिए डॉक्टर के पर्चे की जरूरत नहीं होती है।
डिहाईड्रेशन
भारत जैसे गर्म जलवायु वाले देशों में अक्सर लोग जरूरत से कम पानी पीते हैं। ऐसे में शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इस हालत में किडनी, शरीर में मौजूद विषैले तत्वों को ठीक तरह से शरीर से बाहर नहीं कर पाता है। इस स्थिति में किडनी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसमें किडनी में पथरी होना सबसे आम समस्या है।
संक्रमण
सफाई की कमी या यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) का ठीक से इलाज नहीं होने पर किडनी में संक्रमण का खतरा होता है। यह समस्या उन जगहों पर ज्यादा होती है जहां मेडिकल सुविधा अच्छी नहीं होती है।
परिवार का इतिहास
परिवार में किसी सदस्य को किडनी से जुड़ी बीमारी होने पर बाकी सदस्यों को भी इसका खतरा होता है।
किडनी से जुड़ी बीमारियों से कैसे बचें?
‘प्रिवेंशन इज बेटर दैन क्योर!’ हम सभी अंग्रेजी के इस मुहावरे में यकीन करते हैं। अच्छी बात है कि हम लाइफस्टाइल में बदलाव करके और स्वास्थ से जुड़ी कुछ बातों को ध्यान में रखकर किडनी से जुड़ी बीमारियों को दूर रख सकते हैं।
डायबिटीज और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखें
अगर आपको डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर है, तो आप उन्हें कंट्रोल रखें। इसके लिए नियमित दवा लें, एक्सरसाइज करें और हेल्दी डाइट लें। साथ ही, नियमित रूप से जांच करवाने से आप किडनी से जुड़ी समस्याओं का समय रहते पता लगा सकते हैं।
पर्याप्त पानी पिएं
रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। गर्मियों में इसका खासतौर पर ख्याल रखें। पानी विषैले तत्वों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। इससे किडनी में पथरी बनने के खतरे को कम किया जा सकता है।
नमक की मात्रा का ध्यान रखें
भारतीय, नमकीन स्नैक्स के शौकीन होते हैं। हालांकि, ज्यादा नमक खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। ऐसा होने पर किडनी को नुकसान पहुंच सकता है। प्रोसेस्ड फूड में नमक की मात्रा आमतौर पर ज्यादा होती है। ऐसे में प्रोसेस्ड फूड कम खाएं। साथ ही, अपने भोजन में नमक की मात्रा का ध्यान रखें।
पेन-किलर खाने से बचें
अगर आप पेन-किलर ज्यादा लेते हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें। लगातार पेन-किलर न लें। लंबे समय तक ऐसा करने से आपके किडनी को नुकसान पहुंच सकता है।
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अपना वजन मेंटेन रखें
मोटापा, किडनी से जुड़ी बीमारियों की वजह बन सकता है। अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव लाएं। पैदल चलें और थोड़ी-थोड़ी देर पर छोटे-छोटे मील्स लें। इससे वजन को मेंटेन करने में मदद मिलेगी।
स्मोकिंग छोड़ें और अल्कोहल कम पिएंं
स्मोकिंग और अल्कोहल के ज्यादा सेवन से किडनी से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप स्मोकिंग करते हैं, तो इसे छोड़ने की कोशिश करें। साथ ही, अल्कोहल कम से कम पिएं।
नियमित रूप से हेल्थ चेक-अप करवाएं
आमतौर किडनी से जुड़ी गड़बड़ी होने पर इसके लक्षणों से बीमारी का तुरंत पता नहीं चल पाता है। ऐसे में नियमित जांच करवाएं। अगर आपकी उम्र 40 साल से ज्यादा है, आपको डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर है, तो आपको खासतौर पर नियमित रूप से हेल्थ चेक-अप करवाना चाहिए।
किडनी से जुड़ी बीमारी होने पर दिखते हैं ये लक्षण
- पैरों, टखनों या हाथों में सूजन
- बार-बार पेशाब लगना, खासकर रातों में
- हमेशा थकावट महसूस होना
- भूख कम लगना या जी मिचलाना
- ध्यान लगाने में कमी
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अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण नजर आते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit:Freepik, Shutterstock
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