देश के अधिकतर शहरों के आसमान में धुएं, धूल, एसिड से भरी जहरीली हवा बार-बार खतरनाक लेवल को पार कर रही है और कई शहरों की हवा सांस लेने लायक नहीं रह गई है। वायु प्रदूषण से सेहत को तो नुकसान पहुंचता ही है साथ ही बालों, त्वचा, चेहरे की सुंदरता पर भी असर पड़ता है। लेकिन परेशान ना हो क्योंकि शहनाज हुसैन के टिप्स को अपनाकर आप इससे आसानी से बच सकती हैं।
ब्यूटी एक्सपर्ट के टिप्स
ब्यूटी एक्सपर्ट शहनाज हुसैन का कहना हैं कि ''वायु प्रदूषण से आपकी खूबसूरती पर भी ग्रहण लगता है। वायु प्रदूषण से फेफड़ों के रोगों के अलावा समय से पहले बुढ़ापा, पिगमेंटेशन, त्वचा के छिद्रों में ब्लॉकेज आदि अनेक ब्यूटी प्रॉब्लम्स खड़ी हो जाती हैं। जहरीली धुंध की चादर से माइक्रोस्कोपिक केमिकल्स के कण हमारे छिद्रों के मुकाबले 20 गुणा ज्यादा पतले होते हैं जिसकी वजह से वह हमारी बाहरी त्वचा से हमारे छिद्रों में प्रवेश कर के त्वचा की नमी को खत्म कर देते हैं जिससे त्वचा में लालिमा, सूजन, काले दाग, त्वचा में लचीलेपन में कमी आ जाती हैं जिससे त्वचा निर्जीव, शुष्क, कमजोर एवं बुझी-बुझी सी हो जाती है।
उन्होंने कहा कि वायु में मौजूद केमिकल प्रदूषण त्वचा तथा खोपड़ी के सामान्य संतुलन को बिगाड़ देते हैं जिससे त्वचा में रूखापन, लाल चकत्ते, मुहांसे तथा खुजली एवं अन्य प्रकार की एलर्जी एवं बालों में रूसी आदि की समस्याएं उभर सकती हैं।
घर में लगाएं औषधीय पौधे
हर्बल क्वीन के नाम से मशहूर शहनाज हुसैन ने कहा, "आयुर्वेदिक घरेलू ट्रीटमेंट और प्राचीन औषधीय पौधों की मदद से प्रदूषण के सौंदर्य पर पड़ने वाले प्रभाव को पूरी तरह रोका जा सकता है और आपका सौन्दर्य सामान्य रूप से निखरा रह सकता है। प्राचीन औषधीय पौधों को घर में लगाने से वायु में विषैले तत्वों को हटाकर वायु को स्वच्छ रखा जा सकता है क्योंकि यह पौधे वातावरण में मौजूद हानिकारक गैसों को सोखकर घर में वातावरण को शुद्ध कर देते हैं।"
क्लीजिंग क्रीम और जैल का इस्तेमाल
वायु प्रदूषण से स्किन ड्राई होने पर उन्होंने कहा, "स्किन ड्राई होने पर क्लीजिंग क्रीम तथा जेल का प्रयोग करना चाहिए जबकि ऑयल स्किन में क्लीनिंग मिल्क या फेशवाश का इस्तेमाल किया जा सकता है। सौंदर्य पर प्रदूषण के प्रभावों को कम करने के लिए चन्दन, यूकेलिप्टस, पुदीना, नीम, तुलसी, एलोवेरा जैसी चीजों का उपयोग कीजिए। इन पदार्थों में विषैले तत्वों से लड़ने की क्षमता के कारण ये स्किन में विषैले पदार्थो के जमाव तथा फोड़़े, फुन्सियों को साफ करने में मदद मिलती है। वायु प्रदूषण स्कैल्प पर भी जमा हो जाते हैं।"
बालों के लिए टिप्स
ब्यूटी एक्सपर्ट शहनाज हुसैन ने कहा कि 1 चम्मच सिरका तथा एलोवेरा में 1 अण्डे को मिलाकर पेस्ट बना लीजिए फिर इस पेस्ट को हल्के-2 स्कैल्प पर लगा लीजिए। इस पेस्ट को स्कैल्प पर आधा घण्टा तक लगा रहने के बाद स्कैल्प को ताजे एवं साफ पानी से धो डालिए। आप वैकल्पिक तौर पर गर्म तेल की थेरेपी भी दे सकती हैं। नारियल तेल को गर्म करके इसे सिर पर लगा लीजिए। अब गर्म पानी में 1 टॉवल डुबोइए तथा टॉवल से गर्म पानी निचोड़ने के बाद टॉवल को सिर के चारों ओर पगड़ी की तरह बांध कर इसे पांच मिनट तक रहने दीजिए तथा इस प्रक्रिया को 3-4 बार दोहराइए। इस प्रक्रिया से बालों और स्कैल्प पर ऑयल को सोखने में हेल्प मिलती है। इस ऑयल को पूरी रात सिर पर लगा रहने दें तथा सुबह ताजे ठंडे पानी से धो डालिए।
खान-पान का भी रखें ध्यान
ओमेगा 3 तथा ओमेगा 6 फैटी एसिड्स स्किन को प्रदूषण के दुष्प्रभाव से बचाने में अहम भूमिका अदा करते हैं। फैटी एसिड्स ऑयल में आयल शील्ड बना देते हैं जिससे स्किन को अल्ट्रा वायलेट किरणों से होने वाले नुकसान से सुरक्षा प्राप्त होती है।
ओमेगा 3 फैटी एसिड्स बर्फीले पहाड़ों की नदियों में पाए जाने वाली मछली, अखरोट, राजमा तथा पालक में प्रचुर मात्रा में मिलता है जबकि ओमेगा 6 चिकन, मीट, खाद्य तेलों, अनाज तथा खाद्य बीजों में पाया जाता है।
Read more: दिल्ली की जहरीली हवा से हैं बेहाल, तो अपनाएं ये 5 आसान टिप्स
शहनाज हुसैन ने कहा कि एलोवेरा, अंजीर, बरगद, पीपल, स्पाईडर प्लांट, स्नेक प्लांट को हवा को साफ करने में काफी सहायक माना जाता है क्योंकि यह हवा में विद्यमान जहरीले तत्वों को सोख लेते हैं। इसके अलावा ऐरेका पाम, इंग्लिश आईवी, वोस्टनफर्न तथा पीस लिलो जैसे पौधे भी भारत में आसानी से मिल जाते है तथा पर्यावरण मित्र माने जाते हैं।
Recommended Video
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों