हम अपने योग अभ्यास में कई प्राणायाम तकनीकों को शामिल करते हैं जिनमें एक या दोनों नाक से सांस लेना शामिल है और इसके कई आश्चर्यजनक फायदे हैं। विशेष रूप से बाएं नाक से सांस लेने से आपको तनाव को मैनेज करने, ब्रेन को तेज करने और यहां तक कि अपनी रचनात्मक क्षमता को अनलॉक करने में मदद मिल सकती है।
लेकिन क्या आप जानती हैं कि बाएं नाक से सांस लेने से हम महिलाओं की रिप्रोडक्टिव हेल्थ से जुड़ी समस्याएं भी दूर हो सकती हैं। इसकी जानकारी आयुर्वेदिक एक्सपर्ट जीतूंचदन जी अपने इंस्टाग्राम के माध्यम से शेयर की है। उनका कहना है, 'शरीर को शीतलता देने वाली और रिप्रोडक्टिव अंगों को सहारा देने वाली एकमात्र श्वास तकनीक बाईं नासिका से श्वास है।'
View this post on Instagram
जब हम बाईं नासिका से श्वास लेते हैं, तब यह इड़ा नाड़ी के माध्यम से प्राण के फ्लो को बढ़ाता है (हमारी ऊर्जा नाड़ी के बाईं ओर को इड़ा कहा जाता है और यह बाईं नासिका पर समाप्त होती है)।
इस प्रक्रिया में आपके शरीर को ठंडा करने, त्रिक चक्र (जहां रिप्रोडक्टिव अंग रखे जाते हैं) और फेमिनिन को एक्टिव करने के गुण होते हैं। इसका अभ्यास करने से पैरासिम्पेथेटिक नर्वस सिस्टम एक्टिव होता है जो शरीर को रिलैक्स करने का संकेत देता है।
इस प्रकार तनाव, असंतुलित पित्त और रिप्रोडक्टिव अंगों को मदद मिलती है जिससे हेल्दी मेंस्ट्रुएशन का समर्थन होता है, सब कुछ बाएं नथुने से सांस लेने के अंतर्गत आता है।
इसे जरूर पढ़ें:सिर्फ सांसों की मदद से पेट की चर्बी घटाएं
इसे जरूर पढ़ें:सिर्फ सांस लेने के सही तरीके से कम हो सकता है कई इंच तक पेट
यह बाएं नथुने से सांस लेने को प्रोत्साहित करने के लिए एक आसान प्राणायाम तकनीक है। क्या आप अपनी दिनचर्या में शामिल करने के लिए तैयार हैं? इस आर्टिकल को शेयर और लाइक जरूर करें। साथ ही आर्टिकल के अंत में आ रहे कमेंट सेक्शन में कमेंट करके जरूर बताएं। योग से जुड़े ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Shutterstock
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।