जब आपको दस्त की समस्या होती है तो ऐसे में आपका बाउल मूवमेंट डिस्टर्ब हो जाता है। इस स्थिति में व्यक्ति को बार-बार मल त्याग की इच्छा होती है। साथ ही साथ, यह मल बेहद ढीला और पानीदार होता है। अमूमन दस्त की समस्या होने पर व्यक्ति के शरीर से पानी बहुत अधिक निकल जाता है। बॉडी डिहाइड्रेशन की समस्या होने पर व्यक्ति को अन्य भी कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती है।
अमूमन डायरिया होने पर यह समस्या 2 से 3 दिनों तक रहती है। ऐसे कई लोग होते हैं, जिन्हें बार-बार यह परेशानी होती है। इस स्थिति में लोग दवाइयों का सेवन करते हैं। लेकिन दवाई का सेवन करने से पहले आपको डायरिया होने के पीछे के कारणों के बारे में भी जानना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको डायरिया होने के पीछे के कारणों के बारे में बता रहे हैं।
वायरस
डायरिया के पीछे का एक मुख्य कारण वायरस भी हो सकता है। एंटरिक एडेनोवायरस, एस्ट्रोवायरस, साइटोमेगालोवायरस और वायरल हेपेटाइटिस आदि के कारण व्यक्ति को डायरिया की समस्या हो सकती है। वहीं, एक्यूट चाइल्डहुड डायरिया के पीछे की वजह रोटावायरस हो सकता है। इस स्थिति में व्यक्ति को वायरस से निपटने के लिए दवाई के सेवन की आवश्यकता होती है।
दवाओं का सेवन करना
कई बार कुछ दवाएं भी दस्त का कारण बन सकती है। अक्सर हम एंटीबायोटिक्स का सेवन करते हैं। यह सच है कि एंटीबायोटिक्स बैड बैक्टीरिया को मारकर संक्रमण को कम करते हैं, लेकिन वे गुड बैक्टीरिया को भी मार देते हैं। यह आपकी आंतों में बैक्टीरिया के प्राकृतिक संतुलन को बिगाड़ देता है, जिससे डायरिया आदि की समस्या हो सकती है। इसलिए किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या होने पर खुद से ही एंटीबायोटिक लेना शुरू ना करें।
लैक्टोज इनटॉलरेंस
लैक्टोज दूध और अन्य डेयरी उत्पादों में पाई जाने वाली शुगर है। ऐसे कई लोग होते हैं, जो लैक्टोज इनटॉलेंस होते हैं। जिसके कारण व्यक्ति को लैक्टोज पचाने में कठिनाई होती है। इस स्थिति में अधिकतर लोगों को डेयरी उत्पाद खाने के बाद डायरिया की समस्या हो सकती है। इसलिए, अगर आप भी लैक्टोज इनटॉलरेंस हैं तो ऐसे में आपको दूध व दूध से बने प्रोडक्ट्स से थोड़ी दूरी बरतनी चाहिए।
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ऑपरेशन के कारण
कई बार कुछ गंभीर स्वास्थ्य समस्या होने पर व्यक्ति को सर्जरी करवाने की जरूरत महसूस होती है। कुछ लोग ऑपरेशन के जरिए अपनी स्वास्थ्य समस्या से निजात पाते हैं। लेकिन ऑपरेशन के बाद कब्ज या दस्त आदि की समस्या होना बेहद आम है। खासतौर से, पित्ताशय की थैली हटाने की सर्जरी कभी-कभी दस्त का कारण बन सकती है। हालांकि, ऐसा सभी के साथ हो, यह जरूरी नहीं है।
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डाइजेस्टिव से जुड़ी समस्या होना
जब आपका बाउल मूवमेंट डिस्टर्ब होता है तो यह कहीं ना कहीं एक संकेत होता है कि आपका डाइजेशन सही तरह से काम नहीं कर रहा है। क्रोनिक डायरिया के पीछे आपके डाइजेस्टिव सिस्टम की गड़बड़ी होती है। मसलन, आईबीएस, क्रोहन डिसीज, अल्सरेटिव कोलाइटिस, सीलिएक रोग, स्मॉल इंटेस्टाइनल बैक्टीरियल ओवरग्रोथ आदि के कारण आपको डायरिया की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इस स्थिति में आपको डॉक्टर से मिलने की आवश्यकता हो सकती है।
तो अब आपको भी डायरिया होने के पीछे के मुख्य कारणों के बारे में पता चल गया होगा।
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