इमोशनल हीलिंग में भी मदद कर सकता है योग, जानिए कैसे

योग सिर्फ वजन कम करने या बॉडी को फ्लेक्सिबल बनाने में भी मददगार नहीं है, बल्कि इससे इमोशनल हीलिंग में भी काफी मदद मिलती है। जानिए इस लेख में।
how yoga is beneficial in emotional healing

योग के फायदों के बारे में आज पूरी दुनिया जानती है। आज लगभग हर बीमारी के प्राकृतिक उपचार के रूप में लोग योग को अपनाते हैं। लेकिन योग सिर्फ़ स्ट्रेचिंग या स्ट्रेथ बिल्डिंग के बारे में नहीं है, बल्कि इसका आपको मानसिक लाभ भी बहुत अधिक मिलता है। यह इमोशनल हीलिंग के लिए एक बेहतरीन टूल की तरह काम करता है। चूंकि आज के समय में हर व्यक्ति किसी ना किसी तरह के तनाव से गुजर रहा है। काम की चिंता से लेकर रिलेशनशिप में आने वाले उतार-चढ़ाव व्यक्ति को मानसिक रूप से काफी परेशान कर देते हैं।

इतना ही नहीं, कभी-कभी हम सभी ऐसे पलों से गुज़रते हैं जहां हमारी भावनाएं नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं। तो ऐसे में समझ में नहीं आता है कि क्या किया जाए। बस यहीं पर योग बेहद काम आता है। यह आपके मन और शरीर के लिए एक रीसेट बटन की तरह है, जो तनाव को मैनेज करने के साथ-साथ अपनी आंतरिक शांति से फिर से जुड़ने में मदद करता है। तो चलिए आज इस लेख में ब्लॉसम योगा के फाउंडर, फिटनेस एक्सपर्ट और योगविशेषज्ञ जितेन्द्र कौशिक आपको बता रहे हैं कि योग इमोशनल हीलिंग में किस तरह मददगार साबित हो सकता है-

इमोशनल रिलीज़ में मिलती है मदद

कभी-कभी हम सभी अपने शरीर और मन में कई तरह की भावनाओं को स्टोर कर लेते हैं, जिससे एक भारीपन का अहसास होता है। योग उन्हें रिलीज़ करने में मदद करता है। मसलन, हिप ओपनर जैसे कुछ आसनों के माध्यम से कुछ लोगों को स्वाभाविक रूप से उदासी या गुस्से जैसी भावनाओं को रिलीज़ करने में मदद मिलती है। यहां आश्चर्य की बात यह है कि इसके बारे में खुद उन्हें भी पता नहीं था कि वे उन्हें दबाए हुए हैं।

इमोशनल अवेयरनेस में मिलती है मदद

Helps in emotional awareness

योग आपके भीतर इमोशनल अवेयरनेस को बेहतर बनाने में भी मदद करता है। मसलन, जैसे-जैसे आप योग का अभ्यास करते हैं, आप अपने इमोशन्स और फिजिकल सेंसेशन के साथ अधिक तालमेल बिठाने लगते हैं। डीप ब्रीदिंग के दौरान आप खुद के साथ अधिक गहराई से जुड़ने लगते हैं। शारीरिक क्रियाएं आपको भीतर से काफी हल्का महसूस करवाती हैं। यही अवेयरनेस आपको भावनाओं को बोतलबंद करने या फिर इम्पल्सिव तरीके से प्रतिक्रिया करने के बजाय उसे बेहतर तरीके से हैंडल करना भी सिखाता है।

तनाव होता है कम

जब आप योग का अभ्यास करते हैं तो उस दौरान डीप ब्रीदिंग करते हैं। साथ ही साथ, स्वयं के द्वारा किए जाने वाले हर योगाभ्यास पर पूरा ध्यान देते हैं। यह आपके दिमाग और शरीर को शांत करने में मदद करता है, जिससे तनाव कम होता है। जब शरीर में तनाव हार्मोन यानी कोर्टिसोल रिलीज होता है तो आप अधिक आराम महसूस होता है। यह भी इमोशनल हीलिंग में काफी मददगार है।

एक्टपर्ट की राय

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सीखते हैं खुद से प्यार करना

learn to love yourself

जब आप योग करते हैं तो इससे आप खुद को अधिक प्यार करना सीख जाते हैं। अमूमन जब व्यक्ति बहुत अधिक नेगेटिव होता है तो वह खुद के लिए ही मन में गलत विचार लाने लगता है। लेकिन योग आपको खुद के साथ अधिक जेंटल तरीके से सोचना सिखाता है। ऐसे में व्यक्ति खुद के साथ अधिक गहराई से जुड़ता है और साथ ही साथ, वह खुद ही सराहना करना भी सीख जाता है। यह आत्म-प्रेम का निर्माण करने और आपके आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करता है। इसकी वजह से इमोशनल हीलिंग में काफी मदद मिलती है और आप नकारात्मक विचारों से बाहर निकल पाते हैं।

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Image Credit- freepik

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